Chhath Tragedy in UP: छठ पूजा के पवित्र अवसर पर उत्तर प्रदेश के विभिन्न इलाकों में तीन अलग-अलग नदी-पोखरा हादसों में कम-से-कम तीन लोगों की मौत हो गई एवं कुछ लापता हैं। सबसे चिंताजनक मामला चंद्रप्रभा नदी, जिला चंदौली के कोदोचक-डवरी कला इलाके में हुआ, जहां सेल्फी लेने के दौरान नौका असंतुलित होकर पलट गई। वहीं गाजीपुर और बलिया में रविवार-शनिवार की रात एक-एक युवक डूब गए।
चंदौली: सेल्फी के चक्कर में दहशत
चंदौली के बबुरी थाना क्षेत्र अंतर्गत कोदोचक गाँव के सामने स्थित चंद्रप्रभा नदी के तट पर छठ पूजा के दौरान सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित थे। इस दौरान कुछ युवक और किशोर “जुगाड़ नाव” पर सवार हुए, जिनमें से सिर्फ एक-दो लोगों के लिए बनी नाव में छह लोग चढ़ गए। सेल्फी लेने के उद्देश्य से जैसे ही नाव बीच धारा में पहुंची, संतुलन बिगड़ा और नाव पानी में पलट गई। नाव पर सवार नामांकन के अनुसार थे: पिन्टू सोनकर, भन्टू सोनकर, रितेश सोनकर, यश कुमार, पीयूष कुमार और अरुण कुमार। नाव पलटते ही तीन लोग तैरकर बाहर निकल गए, जबकि तीन अभी भी लापता हैं। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस, एसडीएम एवं एनडीआरएफ-गोताखोर टीम मौके पर पहुँच गई और तलाशी अभियान जारी है।
दो अन्य घटनाएं: गाजीपुर-बलिया
गाजीपुर के कासिमाबाद कोतवाली क्षेत्र के गेहुड़ी गाँव में सोमवार देर शाम छठ पूजा के दौरान एक युवक पोखरे में डूब गया। मृतक की पहचान 35 वर्षीय सुभाष चंद्र यादव पुत्र रामवृक्ष यादव के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि वह नहाने गया था और सजावट के दौरान लगे गुब्बारे तोड़ने के बाद गहरे पानी में चला गया।
बलिया के बांसडीह कोतवाली क्षेत्र के अगौर गांव में सोमवार को 35 वर्षीय संजय मिश्रा उर्फ ढेला पुत्र जीतन मिश्रा की पोखरे में डूबने से मौत हो गई। बताया गया है कि तैरते हुए वापस आ रहे समय उनका पैर किसी चीज में फँस गया और वह बाहर नहीं निकल पाया। स्थल पर एसडीआरएफ व गोताखोर टीम ने करीब दो घंटे की प्रयास के बाद शव निकाला।
कारण-वश हादसों के लिए प्रमुख बिंदु
- नाव में अधिक सवार – छठ पूजा के दौरान जुगाड़ नावों में निर्धारित संख्या से कहीं अधिक लोग चढ़ जाते हैं, जिससे संतुलन बिगड़ता है।
- सेल्फी-प्रयास – नौका पर सेल्फी लेते समय ध्यान भटका और अचानक नाव को झटका लगा।
- गहरी धारा/पोखरा-स्थिति – नदी/पोखरे की गहराई, संरक्षित किनारा ना होना, बचाव उपकरणों की कमी।
- सुरक्षा उपायों की कमी – लाइफ जैकेट, गोताखोर टीम की तत्काल मौजूदगी व सतर्कता का अभाव।

प्रशासन की प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटनाओं का संज्ञान लिया है। जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने मौके पर पहुँच कर राहत-कार्रवाई तेज करने का निर्देश दिया है। चंदौली में एसडीएम विनय कुमार मिश्रा ने बताया कि डूबने वाले किसी का छठ पूजा अर्घ्य से सम्बंधित नहीं था, बल्कि वे नौका-विहार से गए थे। साथ ही सभी जिलों में घाट-पोखरे पर सुरक्षा-उपाय बढ़ाने तथा नावों व तैराकी-स्थलों का अविलम्ब ऑडिट कराने के आदेश दिए गए हैं।
गंभीर स्थिति: लोगों में डर व चेतना
- घटनाओं ने छठ जैसे पवित्र पर्व के दौरान सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। लोग कह रहे हैं:
- “छठ पूजा की खुशी में युवा ले रहे हैं जोखिम, मगर सुरक्षित व सुरक्षित माहौल चाहिए।”
- परिवारों में रो-रोकर इंतजार है कि लापता युवकों का शीघ्र मिलना हो।
जरूरतें और सुझाव
- घाटों व पोखरों पर लाइफ जैकेट, लाइफबॉय व तैराक-गोताखोर टीम रखना अनिवार्य।
- नौका-सवारी से पहले यात्री संख्या तय करना व नाव-उपकरण सुरक्षित होने का प्रमाण दिखाना।
- सेल्फी व मिन्टयूअर वीडियो शॉट के लिए खतरनाक स्थिति से दूर रहना।
- प्रशासन द्वारा “नो-नोका नॉट सर्विस” का नियम लागू करना।
- पर्व आयोजकों व स्थानीय वार्ड प्रतिनिधियों को पूर्व सूचना व सुरक्षा-माहौल सुनिश्चित करना।


