खगड़िया में आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत नीति आयोग की सेंट्रल प्रभारी अधिकारी सह निदेशक, जल शक्ति मिशन, श्रीमती अर्चना वर्मा, IAS ने खगड़िया जिले में संचालित विभिन्न विकासात्मक एवं जनकल्याणकारी योजनाओं का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान जिलाधिकारी श्री नवीन कुमार एवं उप विकास आयुक्त श्री अभिषेक पलासिया भी उनके साथ उपस्थित रहे। सुधा डेयरी और शिक्षा क्षेत्र का अवलोकन निरीक्षण की शुरुआत सुधा डेयरी से की गई, जहाँ दुग्ध संग्रहण, प्रसंस्करण और गुणवत्ता नियंत्रण की प्रक्रिया का अवलोकन किया गया। श्रीमती अर्चना वर्मा ने संबंधित अधिकारियों से डेयरी के संचालन और उत्पादन प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी ली। इसके बाद शिक्षा क्षेत्र के अंतर्गत बापू मध्य विद्यालय का भ्रमण कर डिजिटल कक्षाओं का निरीक्षण किया गया। अधिकारियों ने ऑनलाइन माध्यम से विद्यार्थियों से सीधे संवाद कर प्रश्नोत्तरी आयोजित की। इस दौरान बच्चों द्वारा उत्साहपूर्ण और सटीक उत्तर देने पर उनकी सराहना की गई। उद्यमिता एवं ग्रामीण आजीविका का निरीक्षण निरीक्षण टीम ने मत्स्य पालन इकाई का अवलोकन किया और उसके संचालन से संबंधित जानकारी प्राप्त की। इसके अलावा बंदेहरा स्थित केला फाइबर प्लांट का भ्रमण कर केला फाइबर से निर्मित उत्पादों जैसे पूजा मैट, वस्त्र और जैविक खाद का अवलोकन किया। इस नवाचार आधारित उद्यमिता को उन्होंने ग्रामीण आजीविका सशक्तिकरण का उत्कृष्ट उदाहरण बताते हुए प्रशंसा की। स्वास्थ्य क्षेत्र में सेवाओं की समीक्षा स्वास्थ्य क्षेत्र के अंतर्गत अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, महेशखूंट का निरीक्षण किया गया। यहां उपलब्ध सुविधाओं और सेवाओं की समीक्षा की गई। इस दौरान आशा कार्यकर्ताओं से संवाद कर नीति आयोग के सहयोग से प्रदत्त साइकिल के उपयोग और क्षेत्रीय कार्यों की जानकारी प्राप्त की गई। निरीक्षण के दौरान जिले में लिंगानुपात, आयुष्मान भारत कार्ड का वितरण, तथा फाइलेरिया रोगियों को MMDP किट वितरण की गतिविधियों पर भी ध्यान दिया गया। आंगनवाड़ी केंद्र में बाल विकास कार्यक्रम का अवलोकन श्रीमती वर्मा ने मानसी प्रखंड के आंगनवाड़ी केंद्र का भ्रमण कर बच्चों के पोषण और प्रारंभिक बाल विकास गतिविधियों का निरीक्षण किया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। इस अवसर पर तीन गर्भवती महिलाओं की गोदभराई और एक बच्चे का अन्नप्रशान संस्कार उत्सवपूर्वक संपन्न कराया गया। साथ ही मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत पांच बच्चों को आवश्यक किट का वितरण किया गया। इस दौरान अधिकारियों और कर्मियों ने बच्चों और माताओं से संवाद कर उनकी आवश्यकताओं की जानकारी ली। अधिकारियों की उपस्थिति और दिशा-निर्देश इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. रामेंद्र कुमार, डीपीओ योजना बबन कुमार, एपीओ श्री नित्यानंद किशोर, डीपीएम (स्वास्थ्य) शैलेश चंद्रा, डीपीओ शिक्षा शिवम्, जिला मत्स्य पदाधिकारी, डीपीओ ICDS अमृता रंजन, पिरामल फाउंडेशन से सेराज हसन, योजना सहायक रौशन कुमार और मुन्ना कुमार, संबंधित सीडीपीओ, MOIC, BHM और एबीएफ ज्योति कुमारी सहित अन्य पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे। निरीक्षण के दौरान श्रीमती अर्चना वर्मा ने विभिन्न विभागों द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और निर्देश दिया कि योजनाओं का लाभ अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तक प्रभावी रूप से पहुँचे। साथ ही विभागों के बीच बेहतर समन्वय के माध्यम से जिले के समग्र विकास को और गति देने पर जोर दिया गया। खगड़िया में आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत नीति आयोग की सेंट्रल प्रभारी अधिकारी सह निदेशक, जल शक्ति मिशन, श्रीमती अर्चना वर्मा, IAS ने खगड़िया जिले में संचालित विभिन्न विकासात्मक एवं जनकल्याणकारी योजनाओं का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान जिलाधिकारी श्री नवीन कुमार एवं उप विकास आयुक्त श्री अभिषेक पलासिया भी उनके साथ उपस्थित रहे। सुधा डेयरी और शिक्षा क्षेत्र का अवलोकन निरीक्षण की शुरुआत सुधा डेयरी से की गई, जहाँ दुग्ध संग्रहण, प्रसंस्करण और गुणवत्ता नियंत्रण की प्रक्रिया का अवलोकन किया गया। श्रीमती अर्चना वर्मा ने संबंधित अधिकारियों से डेयरी के संचालन और उत्पादन प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी ली। इसके बाद शिक्षा क्षेत्र के अंतर्गत बापू मध्य विद्यालय का भ्रमण कर डिजिटल कक्षाओं का निरीक्षण किया गया। अधिकारियों ने ऑनलाइन माध्यम से विद्यार्थियों से सीधे संवाद कर प्रश्नोत्तरी आयोजित की। इस दौरान बच्चों द्वारा उत्साहपूर्ण और सटीक उत्तर देने पर उनकी सराहना की गई। उद्यमिता एवं ग्रामीण आजीविका का निरीक्षण निरीक्षण टीम ने मत्स्य पालन इकाई का अवलोकन किया और उसके संचालन से संबंधित जानकारी प्राप्त की। इसके अलावा बंदेहरा स्थित केला फाइबर प्लांट का भ्रमण कर केला फाइबर से निर्मित उत्पादों जैसे पूजा मैट, वस्त्र और जैविक खाद का अवलोकन किया। इस नवाचार आधारित उद्यमिता को उन्होंने ग्रामीण आजीविका सशक्तिकरण का उत्कृष्ट उदाहरण बताते हुए प्रशंसा की। स्वास्थ्य क्षेत्र में सेवाओं की समीक्षा स्वास्थ्य क्षेत्र के अंतर्गत अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, महेशखूंट का निरीक्षण किया गया। यहां उपलब्ध सुविधाओं और सेवाओं की समीक्षा की गई। इस दौरान आशा कार्यकर्ताओं से संवाद कर नीति आयोग के सहयोग से प्रदत्त साइकिल के उपयोग और क्षेत्रीय कार्यों की जानकारी प्राप्त की गई। निरीक्षण के दौरान जिले में लिंगानुपात, आयुष्मान भारत कार्ड का वितरण, तथा फाइलेरिया रोगियों को MMDP किट वितरण की गतिविधियों पर भी ध्यान दिया गया। आंगनवाड़ी केंद्र में बाल विकास कार्यक्रम का अवलोकन श्रीमती वर्मा ने मानसी प्रखंड के आंगनवाड़ी केंद्र का भ्रमण कर बच्चों के पोषण और प्रारंभिक बाल विकास गतिविधियों का निरीक्षण किया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। इस अवसर पर तीन गर्भवती महिलाओं की गोदभराई और एक बच्चे का अन्नप्रशान संस्कार उत्सवपूर्वक संपन्न कराया गया। साथ ही मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत पांच बच्चों को आवश्यक किट का वितरण किया गया। इस दौरान अधिकारियों और कर्मियों ने बच्चों और माताओं से संवाद कर उनकी आवश्यकताओं की जानकारी ली। अधिकारियों की उपस्थिति और दिशा-निर्देश इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. रामेंद्र कुमार, डीपीओ योजना बबन कुमार, एपीओ श्री नित्यानंद किशोर, डीपीएम (स्वास्थ्य) शैलेश चंद्रा, डीपीओ शिक्षा शिवम्, जिला मत्स्य पदाधिकारी, डीपीओ ICDS अमृता रंजन, पिरामल फाउंडेशन से सेराज हसन, योजना सहायक रौशन कुमार और मुन्ना कुमार, संबंधित सीडीपीओ, MOIC, BHM और एबीएफ ज्योति कुमारी सहित अन्य पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे। निरीक्षण के दौरान श्रीमती अर्चना वर्मा ने विभिन्न विभागों द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और निर्देश दिया कि योजनाओं का लाभ अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तक प्रभावी रूप से पहुँचे। साथ ही विभागों के बीच बेहतर समन्वय के माध्यम से जिले के समग्र विकास को और गति देने पर जोर दिया गया।


