प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम और कांग्रेस एससी विभाग के चेयरमैन राजेंद्र पाल गौतम ने केंद्र सरकार पर गरीबों की योजनाओं को बंद करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। दोनों नेता सोमवार को सदाकत आश्रम में प्रेसवार्ता को संबोधित कर रहे थे। राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि 2005 में यूपीए सरकार ने सौ दिनों के रोजगार को स्थापित करने की आवश्यकता समझते हुए मनरेगा को लागू कराया, ताकि गांव में ही लोगों को काम मिले। नए कानून में दिखाने के लिए मौजूदा केंद्र सरकार ने सौ की जगह 125 दिन का काम तो दिखा दिया लेकिन पंचायती राज से इस योजना को छीन लिया। साथ ही मजदूरों के रोजगार की गारंटी को भी छीन लिया। राजेश राम ने कहा कि कांग्रेस ऐसे कानून का विरोध करती है जो केवल असमानता पैदा करता हो और मनरेगा के मूल उद्देश्य को धूमिल करता हो। गांधी की विचारधारा को बदलने के लिए गोडसे वादियों ने इस योजना का नाम भी बदल दिया है। मौलाना मजहरूल हक की जयंती मनाई : सदाकत आश्रम में स्वतंत्रता सेनानी मौलाना मजहरूल हक की 159वीं जयंती मनाई गई। समारोह की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने की। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी जब चंपारण यात्रा पर पटना आए थे तो वे मौलाना मजहरूल हक के आवास पर ही ठहरे थे। वे कौमी एकता के समर्थक थे। उन्होंने डॉ. राजेन्द्र प्रसाद एवं अन्य स्वतंत्रता सेनानियों के साथ 1921 में प्रदेश कांग्रेस के मुख्यालय का नाम सदाकत आश्रम रखा था। राजेन्द्र पाल गौतम, राजेश राठौड़, प्रवीण सिंह कुशवाहा, रविन्द्र कुमार पासवान, अरविन्द लाल रजक, शिशिर कौंडिल्य, डॉ. अनिल कुमार, मनोज शर्मा आदि नेताओं ने मौलाना मजहरूल हक के चित्र पर माल्यार्पण किया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम और कांग्रेस एससी विभाग के चेयरमैन राजेंद्र पाल गौतम ने केंद्र सरकार पर गरीबों की योजनाओं को बंद करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। दोनों नेता सोमवार को सदाकत आश्रम में प्रेसवार्ता को संबोधित कर रहे थे। राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि 2005 में यूपीए सरकार ने सौ दिनों के रोजगार को स्थापित करने की आवश्यकता समझते हुए मनरेगा को लागू कराया, ताकि गांव में ही लोगों को काम मिले। नए कानून में दिखाने के लिए मौजूदा केंद्र सरकार ने सौ की जगह 125 दिन का काम तो दिखा दिया लेकिन पंचायती राज से इस योजना को छीन लिया। साथ ही मजदूरों के रोजगार की गारंटी को भी छीन लिया। राजेश राम ने कहा कि कांग्रेस ऐसे कानून का विरोध करती है जो केवल असमानता पैदा करता हो और मनरेगा के मूल उद्देश्य को धूमिल करता हो। गांधी की विचारधारा को बदलने के लिए गोडसे वादियों ने इस योजना का नाम भी बदल दिया है। मौलाना मजहरूल हक की जयंती मनाई : सदाकत आश्रम में स्वतंत्रता सेनानी मौलाना मजहरूल हक की 159वीं जयंती मनाई गई। समारोह की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने की। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी जब चंपारण यात्रा पर पटना आए थे तो वे मौलाना मजहरूल हक के आवास पर ही ठहरे थे। वे कौमी एकता के समर्थक थे। उन्होंने डॉ. राजेन्द्र प्रसाद एवं अन्य स्वतंत्रता सेनानियों के साथ 1921 में प्रदेश कांग्रेस के मुख्यालय का नाम सदाकत आश्रम रखा था। राजेन्द्र पाल गौतम, राजेश राठौड़, प्रवीण सिंह कुशवाहा, रविन्द्र कुमार पासवान, अरविन्द लाल रजक, शिशिर कौंडिल्य, डॉ. अनिल कुमार, मनोज शर्मा आदि नेताओं ने मौलाना मजहरूल हक के चित्र पर माल्यार्पण किया।


