CDS चौहान बोले- भविष्य के युद्ध मल्टी-डोमेन ऑपरेशन होंगे:आतंकवाद से निपटने ऑपरेशन सिंदूर जैसा एक्शन जरूरी, परमाणु देशों के बीच संतुलन बनाना होगा

CDS चौहान बोले- भविष्य के युद्ध मल्टी-डोमेन ऑपरेशन होंगे:आतंकवाद से निपटने ऑपरेशन सिंदूर जैसा एक्शन जरूरी, परमाणु देशों के बीच संतुलन बनाना होगा

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने सोमवार को कहा कि भारत को आतंकवाद से निपटने के लिए ऑपरेशन सिंदूर जैसी कम समय की तेज सैन्य कार्रवाई के लिए तैयार रहना होगा। साथ ही पड़ोसी देशों के साथ जमीनी विवादों के कारण लंबे समय तक चलने वाले युद्ध के लिए भी तैयार रहना जरूरी है। IIT बॉम्बे में उन्होंने कहा कि आने वाले समय में युद्ध सिर्फ एक तरीके से नहीं लड़े जाएंगे। मल्टी-डोमेन ऑपरेशन अब जरूरी बन चुके हैं। जमीन, हवा, समुद्र, साइबर और स्पेस सभी मोर्चों पर एक साथ एक्शन होगा और एक जगह के एक्शन का असर दूसरी जगह दिखेगा। CDS जनरल चौहान ने पाकिस्तान या चीन का नाम लिए बिना कहा कि भारत के सामने दो परमाणु हथियार संपन्न देशों से जुड़ी चुनौतियां हैं। ऐसे में यह बहुत जरूरी है कि परमाणु ताकत के बीच संतुलन बना रहे और वह कमजोर न पड़े। जनरल चौहान की स्पीच की 2 बड़ी बातें… भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था, जिसमें 26 लोगों की मौत हुई थी। इस दौरान पाकिस्तान में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। दोनों देशों ने 10 मई को संघर्ष रोकने पर सहमति जताई थी। ———————————- ये खबर भी पढ़ें… CDS चौहान बोले- हर दिन बदल रहे युद्ध के तरीके, भारतीय सेना फ्यूचर वॉरफेयर के मुताबिक तैयार हो चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने कहा कि युद्ध लगातार खुद को बदलता और बनाता रहता है। जो कॉन्सेप्ट भविष्य के लगते हैं, वे लागू होने से पहले ही पुराने भी हो सकते हैं। यह एक ऐसा रिस्क है जो सेना को उठाना पड़ता है। इसलिए फ्यूचर वॉरफेयर के मुताबिक अंदाजा लगाना, तैयारी करना हमारे अस्तित्व से जुड़ जाता है। इसका दूसरा कोई ऑप्शन नहीं है। पूरी खबर पढ़ें…

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