गोगरी के बोरना पंचायत में स्वास्थ्य शिविर आयोजित:बच्चों-प्रेगनेंट महिलाओं का वैक्सीनेशन, सुरक्षित डिलीवरी की जानकारी दी गई

गोगरी के बोरना पंचायत में स्वास्थ्य शिविर आयोजित:बच्चों-प्रेगनेंट महिलाओं का वैक्सीनेशन, सुरक्षित डिलीवरी की जानकारी दी गई

खगड़िया के गोगरी प्रखंड की बोरना पंचायत में बुधवार को एक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक चले इस शिविर में 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों और गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया गया। इस दौरान उन्हें सुरक्षित प्रसव और मातृत्व से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी भी प्रदान की गई। कैंप के तहत स्वास्थ्य कर्मियों की टीम ने बच्चों टीके लगाए यह शिविर आंगनबाड़ी केंद्रों पर आयोजित किया गया था। इसमें एएनएम गीता कुमारी, आशा शोभा देवी और सेविका जुलेखा खातून सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे। स्वास्थ्य जागरूकता और टीकाकरण कैंप के तहत स्वास्थ्य कर्मियों की टीम ने बच्चों को निर्धारित टीके लगाए। बीमारियों से बचाने में सहायक स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि नियमित टीकाकरण बच्चों को कई गंभीर बीमारियों से बचाने में सहायक होता है। उन्होंने उपस्थित लाभार्थियों को टीकाकरण की आवश्यकता, इसके लाभ और अगली खुराक की निर्धारित तिथियों के बारे में जागरूक किया। स्वास्थ्य विभाग की इस पहल की स्थानीय लोगों ने सराहना की। उनका कहना था कि ऐसे शिविरों से ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाएं अधिक सुलभ हो जाती हैं। खगड़िया के गोगरी प्रखंड की बोरना पंचायत में बुधवार को एक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक चले इस शिविर में 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों और गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया गया। इस दौरान उन्हें सुरक्षित प्रसव और मातृत्व से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी भी प्रदान की गई। कैंप के तहत स्वास्थ्य कर्मियों की टीम ने बच्चों टीके लगाए यह शिविर आंगनबाड़ी केंद्रों पर आयोजित किया गया था। इसमें एएनएम गीता कुमारी, आशा शोभा देवी और सेविका जुलेखा खातून सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे। स्वास्थ्य जागरूकता और टीकाकरण कैंप के तहत स्वास्थ्य कर्मियों की टीम ने बच्चों को निर्धारित टीके लगाए। बीमारियों से बचाने में सहायक स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि नियमित टीकाकरण बच्चों को कई गंभीर बीमारियों से बचाने में सहायक होता है। उन्होंने उपस्थित लाभार्थियों को टीकाकरण की आवश्यकता, इसके लाभ और अगली खुराक की निर्धारित तिथियों के बारे में जागरूक किया। स्वास्थ्य विभाग की इस पहल की स्थानीय लोगों ने सराहना की। उनका कहना था कि ऐसे शिविरों से ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाएं अधिक सुलभ हो जाती हैं।  

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