जोधपुर के मथानिया गांव के सरपंच ओमप्रकाश सोलंकी पर एक व्यक्ति ने करीब 7.5 लाख रुपये की ठगी करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया। आरोप है कि फार्म हाउस कॉलोनी में निवेश के नाम पर रुपए ले लिए। पैसे देने की एवज में दिया चैक भी बाउंस हो गया। पीड़ित अबरार खान ने कोर्ट के जरिए मथानिया थाने में मामला दर्ज करवाया। बताया कि मथानिया के सरपंच ओमप्रकाश सोलंकी से उनकी लंबे समय से जान-पहचान थी। ओमप्रकाश ने खुद को सरपंच होने का प्रभाव बताते हुए बताया कि उसने मथानियां के पास माणकलाव गांव में हिमाचल फार्म हाउस नाम की कॉलोनी विकसित की है। अबरार ने आरोप लगाया कि सरपंच ने उसने दावा किया कि कॉलोनी के प्लॉट JDA से अप्रूव हैं और इन्वेस्ट करने पर अच्छा मुनाफा मिलेगा। उसे कॉलोनी में एक फार्म हाउस का भूखंड बेचने का प्रस्ताव दिया। खसरा नंबर 466 में 1574 वर्गगज का प्लॉट 26.50 लाख रुपये में तय हुआ। इस सौदे के लिए उसने फरवरी 2024 में 7.5 लाख रुपये एडवांस दिए। पीड़ित का आरोप है कि छह महीनों बाद भी जमीन के पट्टे या कोई विकास कार्य नजर नहीं आया। जब बात पूछी गई तो सोलंकी ने बहाने बनाने शुरू कर दिए। आखिर नवंबर 2024 में अबरार को पता चला कि सरपंच का उस जमीन से कोई संबंध ही नहीं है। जब दबाव डाला गया तो उसने पैसे लौटाने का वादा किया और बैंक का 7.95 लाख रुपये का एक चेक उसे सौंपा। लेकिन जब परिवादी ने फरवरी 2025 में वह चेक बैंक में जमा कराया, तो बैंक ने उसे Payment Stopped by Drawer अंकित करते हुए लौटा दिया। इसके बाद अबरार खान ने पुलिस थाने में रिपोर्ट दी। पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया तो कोर्ट में परिवाद दायर किया गया। अब कोर्ट के आदेश पर मथानिया थाने में मामला दर्ज किया गया।


