Car Loan Tips: साल का आखिरी महीना चल रहा है। इस समय कार कंपनियां ग्राहकों को आकर्षक ईयर एंड ऑफर्स दे रही हैं। कीमतों पर बड़ा डिस्काउंट दिया जा रहा है। ऐसे में कारों की सेल भी बढ़ रही है। अगर आप भी कार खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो कुछ बातों का जरूर ध्यान रखें। आज के समय में कार केवल स्टेटस सिंबल या लग्जरी नहीं, बल्कि जरूरत बन चुकी है। मध्यम वर्गीय परिवारों में भी कार की डिमांड तेजी से बढ़ी है, जिसे पूरा करने में बैंक और NBFCs कार लोन के जरिए बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। आजकल नौकरीपेशा लोगों को ‘प्री-अप्रूव्ड’ कार लोन ऑफर भी आसानी से मिल जाते हैं। लेकिन, जल्दबाजी में लोन लेना भारी पड़ सकता है। कार लोन लेने से पहले इन महत्वपूर्ण बातों का ध्यान जरूर रखें।
अपनी ‘पॉकेट’ पहचानें: उतना ही लोन लें जितना चुका सकें
लोन की उपलब्धता को अपनी क्षमता न समझें। याद रखें कि कार खरीदने के बाद केवल EMI ही नहीं, बल्कि पेट्रोल/डीजल, इंश्योरेंस और मेंटेनेंस का खर्च भी जुड़ जाता है। वित्तीय जानकारों के अनुसार, आपकी कार की EMI आपकी कुल मासिक आय के 10 से 15 फीसदी से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
कार लोन का गोल्डन रूल: 20/4/10 का नियम
कार खरीदते समय आप 20/4/10 के नियम को फॉलो कर सकते हैं। इस नियम के अनुसार, आपको कार की कीमत का कम से कम 20 फीसदी हिस्सा डाउन पेमेंट करना चाहिए। लोन की अवधि 4 साल से अधिक न रखें। वहीं, कार लोन की ईएमआई आपकी इनकम का अधिकतम 10 फीसदी हिस्सा होना चाहिए।
बढ़िया क्रेडिट स्कोर से मिलेगी अच्छी डील
लोन के लिए आवेदन करने से पहले अपना क्रेडिट स्कोर जरूर चेक करें। अगर आपका स्कोर 750 से ऊपर है, तो आप बैंक से कम ब्याज दरों और प्रोसेसिंग फीस में छूट के लिए मोलभाव कर सकते हैं।
प्रीपेमेंट की शर्तें कर लें चेक
अक्सर लोग बोनस या अतिरिक्त पैसा आने पर लोन समय से पहले चुकाना (Pre-payment) पसंद करते हैं, ताकि ब्याज बच सके। लेकिन कई बैंक इस पर ‘फोरक्लोजर चार्ज’ या पेनल्टी वसूलते हैं। लोन एग्रीमेंट साइन करने से पहले इन शर्तों को अच्छी तरह समझ लें।
इंश्योरेंस की लागत को न भूलें
कार की ऑन-रोड कीमत में इंश्योरेंस एक बड़ा हिस्सा होता है। हर साल प्रीमियम भरना अनिवार्य है, इसलिए लोन की योजना बनाते समय इंश्योरेंस की सालाना लागत को अपने बजट में जरूर शामिल करें।


