गोंडा के कैसरगंज से पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह हेलिकॉप्टर से गोंडा मुख्यालय पहुंचे। यहां एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने के बाद उन्होंने संसद में ‘वंदे मातरम्’ पर चल रही चर्चा के बीच कांग्रेस के बयानों पर निशाना साधा। बृजभूषण शरण सिंह ने सवाल किया कि अगर भारत में ‘वंदे मातरम्’ नहीं गाया जाएगा, तो क्या इसे अफगानिस्तान या पाकिस्तान में गाया जाएगा? उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में हमारा कोई गीत नहीं गाया जाता है। पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा ‘वंदे मातरम्’ के सबसे पहले विरोध का जिक्र करते हुए बृजभूषण ने कहा कि बात निकलेगी तो दूर तलक जाएगी। उन्होंने टिप्पणी की कि आज 75 वर्ष पूरे हो रहे हैं, लेकिन कांग्रेस अभी भी सुधरने का नाम नहीं ले रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस उन्हीं मुद्दों को लेकर आ रही है, जो उन्हें खुद घाव और दर्द देते हैं। बृजभूषण ने इसे देश का दुर्भाग्य बताया कि कांग्रेस पार्टी देश का ध्यान उन्हीं मुद्दों पर ले जाना चाहती है, जिनके कारण उसकी यह दुर्गति हुई है। पूर्व सांसद ने ‘वंदे मातरम्’ को वह गीत बताया, जिसे आधार बनाकर स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई लड़ी गई थी। उन्होंने जोर दिया कि इस लड़ाई में बड़ी संख्या में मुस्लिम भी शामिल थे और तब ‘वंदे मातरम्’ से किसी को कोई परहेज नहीं था। बृजभूषण ने आगे कहा कि अंग्रेजों के खिलाफ जब स्वतंत्रता आंदोलन शुरू हुआ, तो आगे चलकर जिन्ना ने कुछ सवाल पैदा किए थे। उन्होंने कहा कि अंग्रेज भी जाते-जाते चाहते थे कि भारत के टुकड़े हों और देश कमजोर हो, जिसका परिणाम अंततः देश का विभाजन था। मजहब के नाम पर पाकिस्तान बना और हिंदुस्तान बचा। उन्होंने यह भी कहा कि उस समय यह सवाल था कि जिनकी इच्छा हो, वे जाएं और जिनकी इच्छा हो, वे न जाएं। कुछ लोग, जो भारत को अपनी मां और अपनी जड़ मानते थे, वे यहीं रुक गए। बृजभूषण ने कहा कि मैं गारंटी के साथ कहता हूं कि जो लोग यहां पर रुके हुए हैं 80 प्रतिशत वह मुसलमान है जिनके पूर्वज हिंदू थे जिनके दिल में आज भी बंदे मातरम् की इज्जत है। यह सवाल जो बचे हुए मुस्लिम हैं उनसे नहीं पैदा हो रहा है गिना चुना व्यक्ति अगर किसी के भी खिलाफ आवाज उठाता है तो उसको आप पूरे समाज की बात क्यों मान लेते हैं। क्या कोई सर्वे करवाया है जो हिंदू से कन्वर्टेड मुस्लिम है क्या वह वंदे मातरम् का विरोध करते हैं ऐसा सर्वे क्या राहुल गांधी के पास है। उनको किसने इजाजत दी है कि आप सभी के प्रवक्ता बन जाइए और फिर घूम फिरकर के देश की राजनीति को वहीं लेकर जाना चाहते हैं। आज हर बात पर सवाल पैदा करते हैं। वंदे मातरम् पर सवाल उठाने का क्या तुक है कोई तुक नहीं है। इसके पीछे कांग्रेस से मैं बार-बार कह रहा हूं कांग्रेस की छाया कुछ लोगों के ऊपर पड़ जा रही है वह भी है। कुछ लोग कांग्रेस से बढ़कर हैं जैसे बंगाल की राजनीति कांग्रेस से बढ़कर है तो ऐसी चीजों पर विवाद होना ही नहीं चाहिए। तो राहुल गांधी या अन्य पार्टियों किसी के जनभावना के ठेकेदार नहीं है मैं कहता हूं कि यहां पर 70 प्रतिशत कन्वर्टेड हिंदू मुस्लिम है वह कैसे वंदे मातरम् का विरोध करेंगे। ऐसी परिस्थिति थी कि उन लोगों को मुस्लिम धर्म स्वीकार करना पड़ा किसकी गलती थी उन लोगों ने किया कि करवाया गया आप बहुत बड़ा लंबा विषय है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और कांग्रेस को किसी ने अधिकार नहीं दिया है कि आप हर सब्जेक्ट का विरोध करिए। बृजभूषण शरण सिंह ने कल्कि धाम को लेकर के बाद बयान दिया कहा कि कल्कि धाम बहुत ही सुंदर कल्कि भगवान का मंदिर वहां पर बन रहा है, जिसका शिलान्यास हमारे पीएम नरेंद्र मोदी ने किया है और प्रमोद कृष्णन द्वारा एक तरीके से उसको देख रहे हैं और मंदिर बनवा रहे हैं। मानना है कि कलयुग में कल्कि भगवान का अवतार होगा जैसे अयोध्या धाम जब बना जब भगवान राम का अवतार हुआ, मथुरा वृंदावन जब बना जब भगवान कृष्ण का अवतार हुआ। लेकिन पूरे देश में एडवांस में अगर कोई धाम बन रहा है तो कल्कि धाम बन रहा है विश्वास है, शायद जिनको मानना हो माने जिसको ना मानना हो ना माने। विश्वास था प्रह्लाद को इस खंबे में भगवान हैं तो भगवान हैं भगवान प्रकट हुए। कल्कि भगवान का मंदिर बना रहा है। हमारे जो पुराण हैं उसमें बाकायदा लिखा हुआ है कि कलयुग के अंत में जब अत्याचार हद से ज्यादा बढ़ जाएगा तो कल्कि का अवतार होगा। यह कोई प्रमोद कृष्णम् की कल्पना नहीं है, यह किसी की कल्पना नहीं है। यह जो हमारे शास्त्र कहते हैं उसकी कल्पना है। कलयुग में कल्कि की भगवान का अवतार होगा। वहीं, जब बृजभूषण से सवाल किया गया कि आप ओवैसी को सनातनी बता रहे हैं लेकिन वह कह रहे हैं कि बाबरी का बार-बार जिक्र किया जाएगा। बृजभूषण ने कहा कि अगर उनके बयान आज के हैं वो आज के हैं आज जो है वो उस हिसाब से है। उनके पूर्वज थे, वह थे उनके पूर्वज हिंदू थे, ब्राह्मण थे जब पूछा गया कि अपने में आप लाइए तो बोले कि हो गया।


