आबूरोड. क्षेत्र के किवरली गांव के पास राजमार्ग पर तीस साल पहले बनास नदी पर निर्मित पुल का सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से रखरखाव संबंधी कार्य कराया जाएगा। इसके लिए टैंडर प्रक्रिया पूरी कर वर्क ऑर्डर जारी कर दिए गए हैं। रख-रखाव के अंतर्गत पुल को लिफ्ट कर इसके बेयरिंग बदलने के साथ जॉइंट की मरमत करवाई जाएगी। इन कार्यों पर करीब 50 लाख रुपए खर्च होंगे।
मरमत कार्य से बढ़ेगी उम्र
रख-रखाव व मरमत आदि कार्यों से पुल की उम्र बढ़ेगी। लोगों को आने वाले कई वर्षों तक सुरक्षित आवागमन की सुविधा उपलब्ध होगी। नदी के उफान पर बहने, बाढ़ व अन्य प्राकृतिक कारण पुल की मजबूती को प्रभावित करते हैं। समय रहते देखभाल पर ध्यान देने से डिजायन के अनुसार निर्धारित समयावधि के बाद भी पुल उपयोगी साबित हो सकता है।
नदी में पलटी थी बस
पुल निर्माण से कुछ साल पहले बारिश के समय रपट से गुजर रही यात्री बस नदी में गिर गई थी। बस में कई यात्री सवार थे। तब आबूरोड के लुनियापुरा के तैराकों ने यात्रियों की जान बचाई थी। इस घटना के बाद ही पुल निर्माण की कार्रवाई को गति मिली थी।
पहले रपट से होता था आवागमन
वर्ष 1996 से पहले आबूरोड से सिरोही की तरफ जाने के लिए इस राजमार्ग का उपयोग किया जाता था। उस समय बसें व अन्य वाहन बनास नदी पर बनी रपट से होकर गुजरते थे। किवरली, आमथला, ओर, करोली, डेरना, निचलागढ़, मुदरला, खड़ात समेत करीब एक दर्जन गावों के लोगों के आने-जाने का यहीं मुय मार्ग था। बारिश में नदी के तेज वेग से बहने पर रास्ता अवरुद्ध हो जाता था। तब लोगों को जल स्तर कम होने तक घंटों इंतजार करना पड़ता था। इस समस्या को देखते स्थानीय जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने सरकार से पुल की मांग की थी। मौजूदा समय में रपट पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी है।
वर्क ऑर्डर जारी कर दिए
किवरली पुल करीब 30 साल पुराना है। पुल को लिफ्ट कर बेयरिंग बदले जाएंगे व जॉइंट की मरमत करवाई जाएगी। वर्क ऑर्डर जारी कर दिए हैं।
रमेश परिहार, अधिशासी अभियंता, सार्वजनिक निर्माण विभाग, आबूरोड


