बांग्लादेश में चल रहा राजनीतिक तनाव किसी से छिपा नहीं है। इसी तनाव के बीच पूर्व बांग्लादेशी पीएम खालिदा जिया के नेतृत्व वाली बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) ने अंतरिम सरकार के प्रमुख मुहम्मद यूनुस को सख्त चेतावनी दी है कि वह सेना के साथ संबंधों को खराब न करें। बीएनपी का कहना है कि सेना के साथ अच्छे संबंध बनाए रखना देश की स्थिरता के लिए ज़रूरी है। उन्होंने जोर देकर कहा कि बीएनपी का यूनुस सरकार को समर्थन शर्तों पर आधारित है और यह सीमित है। अगर सेना के साथ टकराव बढ़ा, तो नुकसानदायक हो सकता है।
सेना पर मुकदमों की वजह से दी चेतावनी
यह चेतावनी अंतरराष्ट्रीय अपराध ट्रिब्यूनल (आईसीटी) द्वारा 24 सेना अधिकारियों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने की वजह से आई है। ये मुकदमे सिविल ट्रिब्यूनल में चल रहे हैं। इससे बांग्लादेशी सेना के अधिकारियों में असंतोष बना हुआ है। बांग्लादेश आर्मी के एडजुटेंट जनरल मेजर जनरल मोहम्मद हकीमुज्जमां ने 12 अक्टूबर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 16 अधिकारियों को सेना मुख्यालय बुलाया गया था, जिनमें से 15 ने हाजिरी दी और उन्हें सैन्य हिरासत में रखा गया।
स्थिरता के लिए अंतरिम सरकार और सेना का तालमेल ज़रूरी
बांग्लादेश में स्थिरता के लिए अंतरिम सरकार और सेना का तालमेल बहुत ज़रूरी है। देश में स्थाई सरकार नहीं है और ऐसे में अगर यूनुस की अंतरिम सरकार सेना के खिलाफ जाती है, तो चुनाव तक भी उसका चलना मुश्किल हो जाएगा।


