अखंड भारत के शिल्पकार लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर बिहार की राजनीति में एक अहम संदेश गूंजा। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शुक्रवार को नालंदा जिले के रहुई प्रखंड के खिरौना गांव पहुंचे, जहां पटेल युवा मंच द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने राज्य की मौजूदा सरकार पर जमकर हमला बोला। कांग्रेस प्रत्याशी बिहार शरीफ विधानसभा से उमैर खान की उपस्थिति में आयोजित इस कार्यक्रम में बरसते पानी के बावजूद लोग जुटे रहें। बघेल ने इसे बिहार में आसन्न परिवर्तन का संकेत बताया। मीडिया से बातचीत में बघेल ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती और इंदिरा जी की शहादत दिवस – दोनों महान व्यक्तित्व जिन्होंने देश की आजादी की लड़ाई और नव निर्माण में अतुलनीय योगदान दिया। आज हम उन्हें श्रद्धांजलि देने यहां एकत्र हुए हैं। बरसात में भी जनसमूह की उपस्थिति का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में परिवर्तन की लहर दिख रही है। अब रोटी पलटने का समय आ गया है। एक तरफ लगातार सेंकने से रोटी जल रही है, अब उसे पलटना जरूरी है और बिहार की जनता ने यह तय कर लिया है। कानून व्यवस्था पर सवाल मोकामा में हाल ही में हुई राजद नेता की हत्या का हवाला देते हुए बघेल ने राज्य की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की भूमिका पर भी तीखी टिप्पणी की। बघेल ने कहा कि मणिपुर दो साल से जल रहा है, दिल्ली में घटनाएं घट रही हैं, देशभर में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब है। गृह मंत्री अमित शाह जी अपना विभाग संभाल नहीं पा रहे। यह साफ है कि आज कानून व्यवस्था कहां है। पर्दे के पीछे से चल रही नीतीश कुमार की सरकार पूर्व सीएम ने आरोप लगाया कि बिहार में अब नीतीश कुमार का राज नहीं रहा, बल्कि पर्दे के पीछे से भाजपा सरकार चला रही है। उन्होंने कहा कि जो लोग जंगलराज की बात करते थे, चुनाव से पहले ही घटनाओं का जो सिलसिला चल रहा है, वह सबके सामने है। निर्वाचन आयोग से सवाल करते हुए बघेल ने कहा कि यदि कानून का राज है तो निर्वाचन आयोग को सुनिश्चित करना चाहिए कि यहां अमन-चैन और शांतिपूर्वक मतदान हो। इसकी जिम्मेदारी आयोग की है। नीतीश कुमार की भूमिका पर तंज घोषणा पत्र जारी होने के दौरान नीतीश कुमार की चुप्पी का जिक्र करते हुए बघेल ने कहा कि मुख्यमंत्री केंद्रीय कार्यक्रम में एक शब्द नहीं बोले। सब कुछ उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी बार-बार बोल रहे हैं। इसका मतलब साफ है – भाजपा केवल नीतीश बाबू का चेहरा सामने रखकर वोट लेना चाहती है, लेकिन उन्हें बोलने तक नहीं दे रही। कार्यक्रम में महागठबंधन के कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों ने शिरकत की। मतदान का दिन नजदीक आते देख कांग्रेस ने अपनी गतिविधियां तेज कर दी हैं। अखंड भारत के शिल्पकार लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर बिहार की राजनीति में एक अहम संदेश गूंजा। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शुक्रवार को नालंदा जिले के रहुई प्रखंड के खिरौना गांव पहुंचे, जहां पटेल युवा मंच द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने राज्य की मौजूदा सरकार पर जमकर हमला बोला। कांग्रेस प्रत्याशी बिहार शरीफ विधानसभा से उमैर खान की उपस्थिति में आयोजित इस कार्यक्रम में बरसते पानी के बावजूद लोग जुटे रहें। बघेल ने इसे बिहार में आसन्न परिवर्तन का संकेत बताया। मीडिया से बातचीत में बघेल ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती और इंदिरा जी की शहादत दिवस – दोनों महान व्यक्तित्व जिन्होंने देश की आजादी की लड़ाई और नव निर्माण में अतुलनीय योगदान दिया। आज हम उन्हें श्रद्धांजलि देने यहां एकत्र हुए हैं। बरसात में भी जनसमूह की उपस्थिति का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में परिवर्तन की लहर दिख रही है। अब रोटी पलटने का समय आ गया है। एक तरफ लगातार सेंकने से रोटी जल रही है, अब उसे पलटना जरूरी है और बिहार की जनता ने यह तय कर लिया है। कानून व्यवस्था पर सवाल मोकामा में हाल ही में हुई राजद नेता की हत्या का हवाला देते हुए बघेल ने राज्य की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की भूमिका पर भी तीखी टिप्पणी की। बघेल ने कहा कि मणिपुर दो साल से जल रहा है, दिल्ली में घटनाएं घट रही हैं, देशभर में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब है। गृह मंत्री अमित शाह जी अपना विभाग संभाल नहीं पा रहे। यह साफ है कि आज कानून व्यवस्था कहां है। पर्दे के पीछे से चल रही नीतीश कुमार की सरकार पूर्व सीएम ने आरोप लगाया कि बिहार में अब नीतीश कुमार का राज नहीं रहा, बल्कि पर्दे के पीछे से भाजपा सरकार चला रही है। उन्होंने कहा कि जो लोग जंगलराज की बात करते थे, चुनाव से पहले ही घटनाओं का जो सिलसिला चल रहा है, वह सबके सामने है। निर्वाचन आयोग से सवाल करते हुए बघेल ने कहा कि यदि कानून का राज है तो निर्वाचन आयोग को सुनिश्चित करना चाहिए कि यहां अमन-चैन और शांतिपूर्वक मतदान हो। इसकी जिम्मेदारी आयोग की है। नीतीश कुमार की भूमिका पर तंज घोषणा पत्र जारी होने के दौरान नीतीश कुमार की चुप्पी का जिक्र करते हुए बघेल ने कहा कि मुख्यमंत्री केंद्रीय कार्यक्रम में एक शब्द नहीं बोले। सब कुछ उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी बार-बार बोल रहे हैं। इसका मतलब साफ है – भाजपा केवल नीतीश बाबू का चेहरा सामने रखकर वोट लेना चाहती है, लेकिन उन्हें बोलने तक नहीं दे रही। कार्यक्रम में महागठबंधन के कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों ने शिरकत की। मतदान का दिन नजदीक आते देख कांग्रेस ने अपनी गतिविधियां तेज कर दी हैं।


