सरायकेला जिले के कांड्रा थाना क्षेत्र अंतर्गत अमलगम रोड पर शुक्रवार सुबह एक सड़क दुर्घटना में अमलगम स्टील प्लांट का एक कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गया। तेज रफ्तार हाइवा ने ड्यूटी जा रहे कर्मचारी सुभाष प्रमाणिक को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि सुभाष प्रमाणिक अपनी मोटरसाइकिल समेत हाइवा के नीचे फंस गए और लगभग आधे घंटे तक वहीं दबे रहे। हाइवा उन्हें करीब 30 फीट तक घसीटता हुआ ले गया। सुभाष को हाइवा के नीचे से बाहर निकाला गया घटना के बाद मौके पर ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गई। ग्रामीणों के विरोध के बाद अमलगम स्टील प्लांट प्रबंधन ने लगभग आधे घंटे बाद एक लोडर भेजा, जिसकी मदद से सुभाष को हाइवा के नीचे से बाहर निकाला गया। उन्हें तुरंत जमशेदपुर के एक अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। यहां लगातार दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है: ग्रामीण हादसे के करीब एक घंटे बाद भी ग्रामीण घटनास्थल पर मौजूद रहे और प्लांट प्रबंधन के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की। ग्रामीणों का कहना है कि दुर्घटनास्थल वाली सड़क काफी संकरी है और भारी वाहनों की आवाजाही के कारण यहां लगातार दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है। ग्रामीणों ने मांग की है कि दुर्घटनास्थल वाली सड़क का चौड़ीकरण किया जाए और मेन रोड से कंपनी गेट तक ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारा जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। सरायकेला जिले के कांड्रा थाना क्षेत्र अंतर्गत अमलगम रोड पर शुक्रवार सुबह एक सड़क दुर्घटना में अमलगम स्टील प्लांट का एक कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गया। तेज रफ्तार हाइवा ने ड्यूटी जा रहे कर्मचारी सुभाष प्रमाणिक को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि सुभाष प्रमाणिक अपनी मोटरसाइकिल समेत हाइवा के नीचे फंस गए और लगभग आधे घंटे तक वहीं दबे रहे। हाइवा उन्हें करीब 30 फीट तक घसीटता हुआ ले गया। सुभाष को हाइवा के नीचे से बाहर निकाला गया घटना के बाद मौके पर ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गई। ग्रामीणों के विरोध के बाद अमलगम स्टील प्लांट प्रबंधन ने लगभग आधे घंटे बाद एक लोडर भेजा, जिसकी मदद से सुभाष को हाइवा के नीचे से बाहर निकाला गया। उन्हें तुरंत जमशेदपुर के एक अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। यहां लगातार दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है: ग्रामीण हादसे के करीब एक घंटे बाद भी ग्रामीण घटनास्थल पर मौजूद रहे और प्लांट प्रबंधन के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की। ग्रामीणों का कहना है कि दुर्घटनास्थल वाली सड़क काफी संकरी है और भारी वाहनों की आवाजाही के कारण यहां लगातार दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है। ग्रामीणों ने मांग की है कि दुर्घटनास्थल वाली सड़क का चौड़ीकरण किया जाए और मेन रोड से कंपनी गेट तक ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारा जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।


