आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दुनिया में एक बड़ा बदलाव आने वाला है। ओपनएआई (OpenAI) ने अपनी सख्त कंटेंट पॉलिसी में ढील देने का ऐलान किया है। कंपनी के सीईओ सैम ऑल्टमैन (Sam Aultman) ने बताया कि दिसंबर 2025 से चैटजीपीटी (ChatGPT) में ‘एडल्ट मोड’ (Adult Mode) जोड़ा जाएगा, जिसमें वेरिफाइड एडल्ट यूजर्स एरोटिका जैसे कंटेंट को जेनरेट और एक्सेस कर सकेंगे। यह बदलाव कंपनी की नई ‘ट्रीट एडल्ट यूजर्स लाइक एडल्ट्स’ पॉलिसी का हिस्सा है।
क्या है यह नया फीचर?
एरोटिका कंटेंट की अनुमति: पहले चैटजीपीटी में एनएसएफडब्ल्यू (नॉट सेफ फॉर वर्क) कंटेंट सख्ती से बैन था। अब वेरिफाइड 18+ यूजर्स स्पष्ट रूप से रिक्वेस्ट करने पर एरोटिक कन्वर्सेशन कर सकेंगे। यह फीचर ऑप्ट-इन होगा, यानी यूजर को खुद एक्टिवेट करना होगा।
पर्सनलाइजेशन ऑप्शंस: यूजर्स चैटजीपीटी की पर्सनालिटी कस्टमाइज कर सकेंगे – जैसे ज्यादा ह्यूमन-लाइक रिस्पॉन्स, इमोजी-हैवी चैट्स या फ्रेंडली टोन।
एज वेरिफिकेशन: दिसंबर से फुल एज-गेटिंग सिस्टम लागू होगा। माइनर्स के लिए सेफ्टी बढ़ेगी, जिसमें बिहेवियर-बेस्ड एज प्रेडिक्शन टूल्स शामिल हैं। अंडर-18 यूजर्स को ऑटोमैटिकली ग्राफिक कंटेंट से ब्लॉक किया जाएगा।
ऑल्टमैन ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा, “हमने मेंटल हेल्थ इश्यूज को मिटिगेट करने के बाद रिस्ट्रिक्शंस को सेफली रिलैक्स किया है। अब एडल्ट यूजर्स को ज्यादा फ्रीडम मिलेगी।”
क्यों आया यह बदलाव?
यह कदम ओपनएआई की पुरानी सेफ्टी प्रायोरिटीज से उलट है। साल की शुरुआत में एक कैलिफोर्निया के टीनएजर की सुसाइड केस के बाद कंपनी पर मुकदमा चला, जिसमें आरोप लगाया गया कि चैटजीपीटी ने हानिकारक एडवाइस दी। यूएस फेडरल ट्रेड कमीशन ने भी ओपनएआई पर बच्चों पर नेगेटिव इफेक्ट्स की जांच शुरू की।
कंट्रोल से लेस यूजफुल
फरवरी में कंपनी ने ‘मॉडल स्पेक’ अपडेट किया था, जिसमें माइनर्स इन्वॉल्विंग सेक्शुअल कंटेंट को छोड़कर एरोटिका को ‘अप्रोप्रिएट कंटेक्स्ट’ में अलाउड किया गया। लेकिन अब एज वेरिफिकेशन के साथ यह फुल-स्केल होगा। ऑल्टमैन ने कहा कि सख्त कंट्रोल्स ने चैटजीपीटी को ‘लेस यूजफुल’ बना दिया था, खासकर उन यूजर्स के लिए जो मेंटल हेल्थ इश्यूज से गुजर नहीं रहे।


