BARC Vacancy 2025: भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर में काम करने का मौका, 1 लाख से ज्यादा तक मिलेगी सैलरी

BARC Vacancy 2025: देश के टॉप रिसर्च सेंटर में शामिल भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर (BARC) में साइंटिफिक ऑफिसर बनने का सुनहरा अवसर सामने आया है। परमाणु ऊर्जा विभाग (DAE) के तहत BARC ने Scientific Officer Recruitment 2026 के लिए आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी कर दी है। ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 22 दिसंबर 2025 से शुरू हो चुकी है, जबकि इच्छुक और पात्र उम्मीदवार 21 जनवरी 2026 तक आवेदन कर सकते हैं। इस भर्ती के जरिए इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स और साइंस पोस्टग्रेजुएट्स को देश की परमाणु ऊर्जा परियोजनाओं और रिसर्च से जुड़ने का अवसर मिलेगा। यह भर्ती OCES-2026 और DGFS-2026 योजनाओं के माध्यम से की जा रही है।

BARC Vacancy 2025: शैक्षणिक योग्यता और आयु सीमा

इस भर्ती के लिए उम्मीदवार के पास किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से B.E / B.Tech / B.Sc (Engineering) या M.Sc / Integrated M.Sc की डिग्री होनी चाहिए। न्यूनतम 60 प्रतिशत अंक अनिवार्य हैं। आयु सीमा की बात करें तो सामान्य वर्ग के लिए अधिकतम 26 वर्ष, ओबीसी वर्ग के लिए अधिकतम 29 वर्ष और एससी/एसटी वर्ग के लिए अधिकतम 31 वर्ष तय किया गया है। आयु की गणना 1 अगस्त 2026 के आधार पर की जाएगी।

BARC Scientific Officer Salary: कितनी मिलेगी सैलरी?

BARC की यह भर्ती वेतन के लिहाज से भी काफी आकर्षक है। ट्रेनिंग अवधि के दौरान उम्मीदवारों को 74,000 प्रति माह स्टाइपेंड दिया जाएगा। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद साइंटिफिक ऑफिसर की नियुक्ति लेवल-10 पे मैट्रिक्स के अंतर्गत की जाएगी, जिसमें कुल मासिक वेतन करीब 1.35 लाख तक हो सकता है। इसमें महंगाई भत्ता और अन्य सरकारी भत्ते भी शामिल होंगे।

Bhabha Atomic Research Centre: ऐसे होगा उम्मीदवारों का चयन

BARC साइंटिफिक ऑफिसर भर्ती की चयन प्रक्रिया दो चरणों में होगी। इसमें ऑनलाइन परीक्षा या GATE स्कोर के आधार पर शॉर्टलिस्टिंग और पर्सनल इंटरव्यू शामिल है। अंतिम चयन इंटरव्यू में प्रदर्शन और मेडिकल फिटनेस के आधार पर किया जाएगा।

OCES और DGFS स्कीम क्या है?

OCES (Orientation Course for Engineering Graduates and Science Postgraduates) एक वर्षीय विशेष ट्रेनिंग प्रोग्राम है, जिसमें चयनित उम्मीदवारों को BARC और DAE की अन्य इकाइयों में वैज्ञानिक कार्यों के लिए तैयार किया जाता है। वहीं DGFS (DAE Graduate Fellowship Scheme) के तहत उम्मीदवारों को दो साल के लिए M.Tech करने का मौका दिया जाता है। इस दौरान उनकी पूरी फीस DAE वहन करता है और साथ ही फेलोशिप भी देती है। दोनों योजनाओं में ट्रेनिंग पूरी होने के बाद अभ्यर्थियों की नियुक्ति DAE की विभिन्न इकाइयों में की जाती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *