निजी नर्सिंग होम में प्रसव के समय महिला की मौत:भागलपुर में परिजनों ने किया हंगामा, डॉक्टर पर लगाया लापरवाही का आरोप

निजी नर्सिंग होम में प्रसव के समय महिला की मौत:भागलपुर में परिजनों ने किया हंगामा, डॉक्टर पर लगाया लापरवाही का आरोप

भागलपुर के एक निजी नर्सिंग होम में प्रसव के दौरान 22 साल की महिला की मौत हो गई। परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया। साथ ही जमकर हंगामा किया। यह घटना तातारपुर थाना क्षेत्र के जब्बारचक स्थित एक नर्सिंग होम की है। मृतक महिला की पहचान नाथनगर मधुसूदनपुर थाना क्षेत्र के नूरपुर निवासी श्रवण कुमार की पत्नी मनीषा कुमारी के रूप में हुई है। घटना की सूचना मिलते ही तातारपुर और कोतवाली थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को समझाने का प्रयास किया। मनीषा कुमारी के पति श्रवण कुमार ने बताया कि वे आज सुबह अपनी पत्नी का अल्ट्रासाउंड कराने नर्सिंग होम आए थे। डॉक्टर ने जांच के बाद बताया कि प्रसव का समय नवंबर में है, लेकिन बच्चे की जान को खतरा बताकर तत्काल ऑपरेशन की सलाह दी। ऑपरेशन के लिए डॉक्टर और परिजनों के बीच 25 हजार रुपए में सहमति बनी। ऑपरेशन के बाद बिगड़ी तबीयत डॉक्टर की टीम ने महिला का ऑपरेशन कर बच्चे को जन्म दिया, जो एक बेटा है। ऑपरेशन के बाद मनीषा कुमारी की हालत बिगड़ने लगी। जब परिजनों ने समुचित इलाज की मांग की, तो डॉक्टर ने उसे मायागंज रेफर कर दिया। मायागंज अस्पताल पहुंचते ही महिला की मौत हो गई। महिला की मौत के बाद परिजनों ने शव को निजी नर्सिंग होम के गेट के पास रखकर प्रदर्शन किया। उन्होंने डॉक्टर की टीम पर मारपीट का भी आरोप लगाया। सूचना मिलने पर दो थानों की पुलिस के साथ जगदीशपुर के सीओ और राजस्व अधिकारी भी मजिस्ट्रेट के तौर पर मौके पर पहुंचे। शाम साढ़े पांच बजे तक हंगामा जारी रहा और पुलिस परिजनों को समझाने का प्रयास करती रही। इस दौरान डॉक्टर की पूरी टीम नर्सिंग होम के अंदर से गेट पर ताला लगाकर कमरे में बंद हो गई। भागलपुर के एक निजी नर्सिंग होम में प्रसव के दौरान 22 साल की महिला की मौत हो गई। परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया। साथ ही जमकर हंगामा किया। यह घटना तातारपुर थाना क्षेत्र के जब्बारचक स्थित एक नर्सिंग होम की है। मृतक महिला की पहचान नाथनगर मधुसूदनपुर थाना क्षेत्र के नूरपुर निवासी श्रवण कुमार की पत्नी मनीषा कुमारी के रूप में हुई है। घटना की सूचना मिलते ही तातारपुर और कोतवाली थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को समझाने का प्रयास किया। मनीषा कुमारी के पति श्रवण कुमार ने बताया कि वे आज सुबह अपनी पत्नी का अल्ट्रासाउंड कराने नर्सिंग होम आए थे। डॉक्टर ने जांच के बाद बताया कि प्रसव का समय नवंबर में है, लेकिन बच्चे की जान को खतरा बताकर तत्काल ऑपरेशन की सलाह दी। ऑपरेशन के लिए डॉक्टर और परिजनों के बीच 25 हजार रुपए में सहमति बनी। ऑपरेशन के बाद बिगड़ी तबीयत डॉक्टर की टीम ने महिला का ऑपरेशन कर बच्चे को जन्म दिया, जो एक बेटा है। ऑपरेशन के बाद मनीषा कुमारी की हालत बिगड़ने लगी। जब परिजनों ने समुचित इलाज की मांग की, तो डॉक्टर ने उसे मायागंज रेफर कर दिया। मायागंज अस्पताल पहुंचते ही महिला की मौत हो गई। महिला की मौत के बाद परिजनों ने शव को निजी नर्सिंग होम के गेट के पास रखकर प्रदर्शन किया। उन्होंने डॉक्टर की टीम पर मारपीट का भी आरोप लगाया। सूचना मिलने पर दो थानों की पुलिस के साथ जगदीशपुर के सीओ और राजस्व अधिकारी भी मजिस्ट्रेट के तौर पर मौके पर पहुंचे। शाम साढ़े पांच बजे तक हंगामा जारी रहा और पुलिस परिजनों को समझाने का प्रयास करती रही। इस दौरान डॉक्टर की पूरी टीम नर्सिंग होम के अंदर से गेट पर ताला लगाकर कमरे में बंद हो गई।  

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