भास्कर न्यूज़ । कलेर राष्ट्रीय किसान दिवस के अवसर पर कृषि विज्ञान केंद्र, लोदीपुर में राष्ट्रीय किसान विकास कार्यक्रम के तहत एक भव्य किसान सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत देश के पूर्व प्रधानमंत्री एवं किसानों के हितैषी स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह के तैलचित्र पर माल्यार्पण कर की गई। इस अवसर पर क्षेत्र के बड़ी संख्या में किसान, महिला किसान एवं कृषि से जुड़े विशेषज्ञ उपस्थित रहे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कृषि विज्ञान केंद्र लोदीपुर की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अनिता कुमारी एवं डॉ. कविता डालमिया ने कहा कि वर्तमान समय में वैज्ञानिक पद्धति से खेती करना किसानों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध हो रहा है। उन्होंने बताया कि कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा समय-समय पर किसानों को उन्नत बीज, खाद, कृषि यंत्र एवं नवीन तकनीकों की जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है, जिससे उत्पादन लागत घटे और आय में वृद्धि हो सके। उन्होंने किसानों को “अन्नदाता” बताते हुए कहा कि किसानों के परिश्रम से ही समाज और देश की व्यवस्था सुचारू रूप से चल रही है। वैज्ञानिकों ने कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस आयोजन का मुख्य लक्ष्य कृषि विपणन, नवाचार एवं कुशल कृषि कार्यों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले किसानों को सम्मानित करना तथा सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है। साथ ही देश की खाद्य सुरक्षा को मजबूत करने के लिए नई तकनीकों को अपनाने पर जोर दिया गया। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि किसानों के समक्ष जलवायु असमानता, अधूरी सिंचाई व्यवस्था, लागत में वृद्धि और बाजार की समस्याएं जैसी कई चुनौतियां हैं, जिनके समाधान के लिए कृषि विज्ञान केंद्र लगातार प्रयासरत है। कार्यक्रम में बागवानी, मछली पालन, सब्जी उत्पादन, मशरूम उत्पादन एवं जैविक खेती जैसे क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 21 प्रगतिशील किसानों को शाल, प्रशस्ति पत्र एवं विभिन्न फल-सब्जियों के शिशु पौधे देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान कुछ किसानों ने उत्पादन लागत के अनुपात में उचित मूल्य नहीं मिलने तथा बिचौलियों के प्रभाव को लेकर अपनी समस्याएं भी रखीं। सम्मानित किसानों में प्रगतिशील किसान कुमार धर्मेंद्र, नलिन कुमार, वेंकटेश शर्मा एवं अंजनी कुमार प्रमुख रहे। भास्कर न्यूज़ । कलेर राष्ट्रीय किसान दिवस के अवसर पर कृषि विज्ञान केंद्र, लोदीपुर में राष्ट्रीय किसान विकास कार्यक्रम के तहत एक भव्य किसान सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत देश के पूर्व प्रधानमंत्री एवं किसानों के हितैषी स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह के तैलचित्र पर माल्यार्पण कर की गई। इस अवसर पर क्षेत्र के बड़ी संख्या में किसान, महिला किसान एवं कृषि से जुड़े विशेषज्ञ उपस्थित रहे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कृषि विज्ञान केंद्र लोदीपुर की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अनिता कुमारी एवं डॉ. कविता डालमिया ने कहा कि वर्तमान समय में वैज्ञानिक पद्धति से खेती करना किसानों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध हो रहा है। उन्होंने बताया कि कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा समय-समय पर किसानों को उन्नत बीज, खाद, कृषि यंत्र एवं नवीन तकनीकों की जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है, जिससे उत्पादन लागत घटे और आय में वृद्धि हो सके। उन्होंने किसानों को “अन्नदाता” बताते हुए कहा कि किसानों के परिश्रम से ही समाज और देश की व्यवस्था सुचारू रूप से चल रही है। वैज्ञानिकों ने कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस आयोजन का मुख्य लक्ष्य कृषि विपणन, नवाचार एवं कुशल कृषि कार्यों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले किसानों को सम्मानित करना तथा सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है। साथ ही देश की खाद्य सुरक्षा को मजबूत करने के लिए नई तकनीकों को अपनाने पर जोर दिया गया। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि किसानों के समक्ष जलवायु असमानता, अधूरी सिंचाई व्यवस्था, लागत में वृद्धि और बाजार की समस्याएं जैसी कई चुनौतियां हैं, जिनके समाधान के लिए कृषि विज्ञान केंद्र लगातार प्रयासरत है। कार्यक्रम में बागवानी, मछली पालन, सब्जी उत्पादन, मशरूम उत्पादन एवं जैविक खेती जैसे क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 21 प्रगतिशील किसानों को शाल, प्रशस्ति पत्र एवं विभिन्न फल-सब्जियों के शिशु पौधे देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान कुछ किसानों ने उत्पादन लागत के अनुपात में उचित मूल्य नहीं मिलने तथा बिचौलियों के प्रभाव को लेकर अपनी समस्याएं भी रखीं। सम्मानित किसानों में प्रगतिशील किसान कुमार धर्मेंद्र, नलिन कुमार, वेंकटेश शर्मा एवं अंजनी कुमार प्रमुख रहे।


