ऑस्ट्रेलिया ने एशेज़ के दूसरे टेस्ट में इंग्लैंड को आठ विकेट से हराकर सीरीज़ में 2–0 की मज़बूत बढ़त बना ली है। चौथे दिन जीत के लिए मिले 65 रन के आसान लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने बिना किसी दबाव के 69/2 पर मुकाबला समाप्त किया। स्टीव स्मिथ नाबाद रहे और विजयी छक्का लगाकर मैच को स्टाइल में खत्म किया। इंग्लैंड की दूसरी पारी में शुरुआत भले संभली हुई लग रही थी, लेकिन बेन स्टोक्स के अर्धशतक और विल जैक्स की 41 रन की पारी के बावजूद टीम 241 पर सिमट गई और मुकाबले का संतुलन पूरी तरह ऑस्ट्रेलिया के पक्ष में चला गया।
दिन का सबसे प्रभावशाली प्रदर्शन माइकल नेसर का रहा, जिन्होंने शानदार गेंदबाज़ी करते हुए पाँच विकेट झटके और इंग्लैंड की कमर तोड़ दी। स्मिथ ने स्लिप में विल जैक्स का एक हाथ से चित कर देने वाला कैच पकड़कर इंग्लैंड की आख़िरी उम्मीद भी लगभग ख़त्म कर दी। वही गेंद इंग्लैंड की साझेदारी तोड़ने और मैच की तस्वीर बदलने का निर्णायक पल साबित हुई।
लक्ष्य का पीछा करते हुए ट्रैविस हेड और वेदरॉल्ड ने तेज़ शुरुआत दी और डिनर तक टीम 33/0 तक पहुँच चुकी थी। डिनर के बाद गस एटकिंसन ने दो विकेट लेकर थोड़ी झलक लौटाई, जिसमें हेड 22 रन पर बोल्ड हुए और मार्नस लाबुशेन भी जल्दी आउट हो गए। लेकिन लक्ष्य इतना छोटा था कि इन विकेटों का परिणाम पर कोई असर नहीं पड़ा। इसके बाद स्मिथ ने शांत और संयमित बल्लेबाज़ी करते हुए आर्चर पर चौका और अंत में शानदार छक्का लगाकर मुकाबला खत्म कर दिया।
मिचेल स्टार्क को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। उन्होंने गेंद से महत्वपूर्ण सफलताएँ दिलाने के साथ पहली पारी में कीमती रन भी जोड़े, जिनसे मैच का रुख ऑस्ट्रेलिया की ओर झुक गया। मैच के बाद स्टीव स्मिथ ने नेसर की गेंदबाज़ी और कीपर एलेक्स कैरी की शानदार विकेटकीपिंग की जमकर तारीफ़ की और बताया कि अगला टेस्ट एडिलेड में कप्तानी फिर पैट कमिंस संभालेंगे। कुल मिलाकर इंग्लैंड की बल्लेबाज़ी असंतुलित और दबाव में दिखी, जबकि ऑस्ट्रेलिया पूरे मैच में नियंत्रण और आत्मविश्वास में नज़र आया और यही अंतर उन्हें सीरीज़ में अच्छी बढ़त दिलाने के लिए काफ़ी रहा।


