भास्कर न्यूज | जालंधर भारतीय क्रांतिकारी मार्क्सवादी पार्टी की ओर से संतोषपुरा बाईपास में कामरेड हरिमुनी सिंह की अध्यक्षता में एक सम्मेलन आयोजित किया । इस सम्मेलन के दौरान पार्टी के जनरल सचिव कामरेड मंगत राम पासला ने संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने मनरेगा कानून का सिर्फ नाम ही नहीं बदला बल्कि ढांचागत बदलाव किया। जिससे गरीबी की मार झेल रहे ग्रामीण मजदूरों के भूखे मरने की नौबत आ जाएगी। इसी के साथ उन्होंने कहा कि इससे पहले मज़दूरों ने खून-पसीने वाले संघर्षों से जिन 44 श्रम कानूनों को बनवाया था, उन्हें रद्द कर 4 कोड बना दिए गए और मज़दूरों को मिलने वाले अधिकारों से वंचित कर दिया गया। उन्होंने कहा कि संविधान को खारिज करने व भारत के लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष और संघीय ढांचे को तबाह करने की आरएसएस, भाजपा व मोदी सरकार की साजिशों का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए संघर्ष छेड़ने की जरूरत है। इस साजिश को नाकाम करने के लिए लोगों को पूरे देश में मिलकर जन-आंदोलन किए जाने चाहिए। वहीं दर्शन नाहर ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि मोदी सरकार की निजीकरण की नीति के खिलाफ जन आंदोलन में शामिल होना चाहिए।इसी के साथ बैठक में बलदेव नूरपुरी ने कहा कि पंजाब सरकार ने जनता से जो वादे किए थे, उनमें से कुछ भी पूरा नहीं किया गया है। इस मौके पर जगजीत सिंह खांबरा, सुनीता नूरपुरी, पार्वती, कंचन, शंभू चौहान, मीरा देवी आदि मौजूद थे।


