कानपुर देहात में सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों के पालन को सुनिश्चित करने के लिए परिवहन विभाग ने ई-रिक्शा के खिलाफ विशेष जांच अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत जिले के विभिन्न क्षेत्रों में पैसेंजर ई-रिक्शा और ई-कार्ट, दोनों की गहन जांच की जा रही है। परिवहन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, अभियान के दौरान अब तक लगभग 250 ई-रिक्शा का चालान किया गया है। विभागीय रिकॉर्ड के अनुसार, कानपुर देहात जिले में कुल 2643 ई-रिक्शा पंजीकृत हैं, जिनकी जांच जारी है। विभाग ने ई-रिक्शा चालकों और वाहन मालिकों से अपील की है कि वे अपने वाहनों में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (HSRP) लगवाएं। साथ ही, फिटनेस प्रमाण पत्र, वैध बीमा, ड्राइविंग लाइसेंस और पंजीकरण प्रमाण पत्र जैसे सभी आवश्यक दस्तावेज अद्यतन रखें और वाहन चलाते समय अपने साथ रखें। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि ई-रिक्शा भी मोटर वाहन अधिनियम के अंतर्गत आते हैं। इनके लिए सभी वैधानिक दस्तावेज अनिवार्य हैं, जैसा कि अन्य वाहनों के लिए होते हैं। यह गलतफहमी है कि ई-रिक्शा को कम दस्तावेजों की आवश्यकता होती है। परिवहन विभाग ने बताया कि यह जांच अभियान आगे भी जारी रहेगा। नियमों का उल्लंघन करने वाले ई-रिक्शा चालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। विभाग ने सभी चालकों से समय पर अपने दस्तावेज पूरे कराने और यातायात नियमों का पालन करने की अपील की है, ताकि दुर्घटनाओं को कम किया जा सके और अनावश्यक कार्रवाई से बचा जा सके।


