कुशीनगर के पुलिस अधीक्षक केशव कुमार ने अक्टूबर माह में विवेचनाओं के कम निस्तारण पर कार्रवाई की है। उन्होंने 36 उपनिरीक्षकों (विवेचकों) का अक्टूबर माह का वेतन रोक दिया है। यह कदम नवीन आपराधिक कानूनों (BNS/BNSS/BSA) के प्रभावी क्रियान्वयन और समयबद्ध विवेचना निस्तारण सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है। पुलिस द्वारा जारी प्रेस नोट के अनुसार, एसपी केशव कुमार ने अक्टूबर माह की विवेचना निस्तारण की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान पाया गया कि 36 उपनिरीक्षकों ने बहुत कम विवेचनाएं निस्तारित की थीं, जिसके बाद उनके वेतन रोकने का निर्णय लिया गया। वेतन रोके गए उपनिरीक्षकों में विभिन्न थानों के विवेचक शामिल हैं। इनमें को० पडरौना से 1, जटहाँ बाजार से 3, तुर्कपट्टी से 2, रविन्द्रनगर धूस से 1, हाटा से 1, पटहेरवा से 3, तमकुहीराज से 6, चौराखास से 5, विशुनपुरा से 4, बरवापट्टी से 1, खड्डा से 7 और हनुमानगंज से 2 उपनिरीक्षक शामिल हैं। कसया, कुबेरस्थान, कप्तानगंज, अहिरौली बाजार, तरयासुजान, सेवरही, नेबुआ नौरंगिया और रामकोला थानों से किसी भी उपनिरीक्षक का वेतन नहीं रोका गया है। एसपी केशव कुमार ने कुशीनगर की कमान संभालने के बाद से ही पुलिसकर्मियों के खिलाफ अवैध गतिविधियों में संलिप्तता पर कार्रवाई शुरू की है। पशु और शराब तस्करी से जुड़े लगभग 50 पुलिसकर्मियों पर पहले भी कार्रवाई की जा चुकी है। इसी क्रम में दो क्षेत्राधिकारियों (सीओ) के कार्यक्षेत्र भी बदले गए हैं। खड्डा सीओ उमेश चंद भट्ट को उनके पद से हटाकर कार्यालय से संबद्ध किया गया है, जबकि खड्डा की कमान नए सीओ वीरेंद्र कुमार सिंह को सौंपी गई है। अब कसया सीओ कुंदन सिंह पर भी लोगों की निगाहें हैं, क्योंकि उनके क्षेत्र में हाईवे से सटे कई थाने आते हैं और उनकी तैनाती यहां काफी समय से है।


