दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (DSGPC)की सदस्य बीबी रंजीत कौर ने पूर्व प्रधान परमजीत सिंह सरना के खिलाफ अमृतसर में श्री अकाल तख्त साहिब पर शिकायत सौंपी है। उनका आरोप है कि सरना ने DSGPC चुनाव के दौरान वोट खरीदने का प्रयास किया और उन्होंने ये बात सभा को संबोधित करते हुए भी कबूली। प्रधान के पद पर रह चुके सरना को ऐसी बातें बोलना शोभा नहीं देता। रंजीत कौर ने ये भी बताया कि इस मामले से संबंधित उन्होंने 23 जून को भी जत्थेदार साहिब को एक ईमेल भेजी थी। अब वह खुद उसी शिकायत की हार्ड कॉपी रिमाइंडर के रूप में लेकर आई हैं। उन्हें विश्वास है कि जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब की तरफ से इस पर कार्रवाई की जाएगी। पैसे देकर वोट खरीदने का आरोप बीबी रंजीत कौर ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि परमजीत सिंह सरना ने स्वयं बंगला साहिब गुरुद्वारे में स्वीकार किया था कि उन्होंने कुछ सदस्यों को वोट डालने के लिए पैसे दिए थे। यह कार्य गुरु घर की मर्यादा और सेवा के सिद्धांतों के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि गुरुद्वारा की अध्यक्षता एक सेवा का पद है, कोई बाजार नहीं जहां पैसे देकर मत खरीदे जाएं। परिवार को ठेके देने का मामला रंजीत कौर ने आगे बताया कि दिल्ली सिख गुरुद्वारा कमेटी एक्ट के अनुसार, कोई भी सदस्य अपने परिवार के सदस्यों को काम या व्यापारिक ठेके नहीं दे सकता, लेकिन सरना ने इस नियम की खुलेआम अवहेलना की और अपने परिवार की कंपनी को ठेके दिए। रंजीत कौर ने अकाल तख्त साहिब से अपील की कि वह इस मामले पर सख्त कार्रवाई करें ताकि गुरु घर की मर्यादा, पारदर्शिता और सच्चाई की परंपरा बनी रहे। उन्होंने कहा कि ऐसा उदाहरण पेश किया जाना चाहिए जिससे भविष्य में कोई भी व्यक्ति पंथ की नुमाइंदगी करते हुए इन सिद्धांतों की अवमानना करने का साहस न कर सके। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि यह मामला केवल व्यक्तिगत नहीं बल्कि पूरी सिख कौम की गरिमा और सच्चाई के मूल्यों से जुड़ा हुआ है।


