आगर मालवा के शासकीय नेहरू स्नातकोत्तर महाविद्यालय के कर्मचारियों ने एक सहायक प्राध्यापक पर बार-बार झूठी और दुर्भावनापूर्ण शिकायतें करने का आरोप लगाया है। मंगलवार को कर्मचारियों ने इस संबंध में जिलाधीश को एक संयुक्त ज्ञापन सौंपा। उनका कहना है कि इन शिकायतों की पूर्व में जांच हो चुकी है, जिनमें आरोप असत्य पाए गए थे, लेकिन शिकायतों का सिलसिला जारी है। ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि महाविद्यालय की रसायन शास्त्र की सहायक प्राध्यापक द्वारा अन्य कर्मचारियों एवं अधिकारियों के विरुद्ध लगातार शिकायतें कर प्रशासनिक प्रक्रिया का दुरुपयोग किया जा रहा है। इससे सहकर्मियों की मानसिक, सामाजिक और व्यावसायिक प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंच रहा है, साथ ही कार्यालयीन अनुशासन और शैक्षणिक वातावरण भी प्रभावित हो रहा है। कर्मचारियों ने इसे मध्यप्रदेश सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के नियम 3(1) एवं 3(2) का गंभीर उल्लंघन बताया है। उन्होंने संबंधित कर्मचारी के विरुद्ध विभागीय एवं अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की है। इसके अतिरिक्त, भविष्य में इस प्रकार की निराधार शिकायतें किए जाने पर कठोर दंडात्मक कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए स्पष्ट निर्देश जारी करने का आग्रह भी किया गया है। ज्ञापन सौंपते समय कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि यदि इस प्रवृत्ति पर समय रहते रोक नहीं लगाई गई, तो इससे महाविद्यालय की कार्यसंस्कृति और शैक्षणिक माहौल को और अधिक क्षति पहुंच सकती है।


