टोंक के नासिरदा उप तहसील क्षेत्र की सबसे छोटी ग्राम पंचायत रत्नपुरा में इस वर्ष भक्ति, उत्साह और आध्यात्मिकता का अनोखा संगम देखने को मिला। चतुर्थ अखंड 108 श्री रामचरित मानस पाठ के समापन अवसर पर पूर्णाहुति, हरिबोल रामधुनी प्रभात फेरी, कलश यात्रा और भजन संध्या का आयोजन किया गया। आयोजन में आसपास के गांवों की कई रामधुनी मंडलियों ने भाग लिया और श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या उमड़ पड़ी। हरिबोल प्रभात फेरी में हजारों की आस्था उमड़ी शनिवार सुबह निकाली गई हरिबोल प्रभात फेरी में दर्जनों गांवों की मंडलियां शामिल हुईं। रामधुनी की गूंज से पूरा क्षेत्र भक्तिमय हो उठा। हजारों श्रद्धालुओं ने ‘राम-नाम’ का जाप करते हुए यात्रा में हिस्सा लिया, जिससे सामूहिक एकता और भक्ति का अद्भुत दृश्य देखने को मिला। जगह-जगह पुष्प वर्षा की गई और आकर्षक झांकियां लोगों के आकर्षण का केंद्र रहीं। बीसलपुर बांध का पवित्र जल और कलश यात्रा 5 दिसंबर को बीसलपुर बांध से जल भरकर शुभ कलश यात्रा निकाली गई।यात्रा पूरे गांव का भ्रमण करते हुए नगर परिक्रमा के रूप में सम्पन्न हुई। गांव की महिलाओं ने सिर पर कलश धारण कर भजन-कीर्तन व नृत्य के साथ यात्रा को भक्ति रस से सराबोर कर दिया। यात्रा में बड़ी संख्या में महिलाओं एवं ग्रामीणों ने धर्मलाभ अर्जित किया। भक्ति संध्या में गूंजे मधुर भजन संध्या के समय आयोजित भजन संध्या में स्थानीय भजन मंडलियों और कलाकारों ने प्रस्तुति दी, जिनसे वातावरण भक्तिमय हो उठा। सुबह प्रभात फेरी के बाद अखंड 108 श्री रामचरित मानस पाठ की पूर्णाहुति सम्पन्न की गई।इसके पश्चात शाम को परसादी का आयोजन किया गया, जिसमें भाईचारा, सामूहिक सद्भाव और धार्मिक एकता का सुंदर उदाहरण देखने को मिला।


