पटना कृषि मंत्री रामकृपाल यादव ने मंगलवार को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद में दो दिवसीय राष्ट्रीय किसान दिवस एवं किसान मेला 2025 का उद्घाटन किया। इस वर्ष मेले की थीम “अनुसंधान से आत्मनिर्भरता की उड़ान: समृद्ध कृषि, सशक्त किसान” है। कृषि मंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में वैज्ञानिक अनुसंधान और तकनीकी नवाचार की भूमिका निर्णायक है। उन्होंने किसानों तक उन्नत बीज, नवीन तकनीक और आधुनिक कृषि पद्धतियों की पहुंच को सबसे बड़ी जरूरत बताया। उन्होंने कहा कि बिहार, कृषि की अपार संभावनाओं वाला क्षेत्र है। यहां की उपजाऊ भूमि, मेहनतकश किसान और समृद्ध परंपरा राज्य की सबसे बड़ी पूंजी हैं। समेकित कृषि प्रणाली, धान-गेहूं प्रणाली का सतत सघनीकरण, धान-परती भूमि का वैज्ञानिक प्रबंधन तथा भूमि एवं जल प्रबंधन मॉडल उत्पादकता बढ़ाने के साथ-साथ किसानों की आय में भी वृद्धि कर रही हैं। किसान मेला में दो दिवसीय कार्यक्रमों के अंतर्गत कृषक वैज्ञानिक संगोष्ठी, संवाद, उन्नत कृषि तकनीकों का प्रदर्शन, जीवंत प्रदर्शनी, पोषण वाटिका, पशुपालन एवं समेकित कृषि मॉडल जैसे विविध आयोजन किए जा रहे हैं। पटना कृषि मंत्री रामकृपाल यादव ने मंगलवार को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद में दो दिवसीय राष्ट्रीय किसान दिवस एवं किसान मेला 2025 का उद्घाटन किया। इस वर्ष मेले की थीम “अनुसंधान से आत्मनिर्भरता की उड़ान: समृद्ध कृषि, सशक्त किसान” है। कृषि मंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में वैज्ञानिक अनुसंधान और तकनीकी नवाचार की भूमिका निर्णायक है। उन्होंने किसानों तक उन्नत बीज, नवीन तकनीक और आधुनिक कृषि पद्धतियों की पहुंच को सबसे बड़ी जरूरत बताया। उन्होंने कहा कि बिहार, कृषि की अपार संभावनाओं वाला क्षेत्र है। यहां की उपजाऊ भूमि, मेहनतकश किसान और समृद्ध परंपरा राज्य की सबसे बड़ी पूंजी हैं। समेकित कृषि प्रणाली, धान-गेहूं प्रणाली का सतत सघनीकरण, धान-परती भूमि का वैज्ञानिक प्रबंधन तथा भूमि एवं जल प्रबंधन मॉडल उत्पादकता बढ़ाने के साथ-साथ किसानों की आय में भी वृद्धि कर रही हैं। किसान मेला में दो दिवसीय कार्यक्रमों के अंतर्गत कृषक वैज्ञानिक संगोष्ठी, संवाद, उन्नत कृषि तकनीकों का प्रदर्शन, जीवंत प्रदर्शनी, पोषण वाटिका, पशुपालन एवं समेकित कृषि मॉडल जैसे विविध आयोजन किए जा रहे हैं।


