काल्पनिक व्यक्तियों का बीमा कराने के बाद फर्जी मृत्यु प्रमाण लगाकर एलआईसी से बीमा की राशि लेने वाले आरोपी एजेंट फैजान खान को कोतवाली पुलिस को गिरफ्तार कर जेल भेजा। आरोपी मुकदमा दर्ज होने के बाद पांच साल से पुलिस को चकमा दे रहा था। इस दौरान आरोपी बीमा का काम छोड़कर एक मॉल में नौकरी कर रहा था। प्रबंधक ने 2020 में दर्ज कराया था मुकदमा भारतीय जीवन बीमा निगम की नगर शाखा-2 के तत्कालीन मुख्य प्रबंधक कैलाश नाथ ने 2020 में मुकदमा दर्ज कराया था, कि एमए सिद्दीकी ने फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र और बैंक खातों के जरिए एलआईसी से धोखाधड़ी की है। आरोपी बीमा एजेंट कल्याणपुर निवासी फैजान खान ने काल्पनिक व्यक्तियों के नाम पर बीमा किया। जिन पॉलिसियों में खुद ही नामिनी बन गया। साथ ही आरोपियों ने फर्जी दस्तावेज का प्रयोग कर बैंक खाता खुलवाया। कुछ समय बाद फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र लगाकर बीमा कंपनी से 25 लाख रुपए का क्लेम ले लिया। आरोपियों ने अन्य क्लेम के लिए कंपनी में दस्तावेज लगाए थे। जांच के दौरान मामले की जानकारी होने पर उन्होंने कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। कोतवाली थाना प्रभारी जगदीश प्रसाद पांडेय ने बताया कि आरोपी फैजान खान को जेल भेजा गया है। इस मुकदमे में फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने वाले आरोपी एमए सिद्दीकी और मो. इश्तियाक को पहले ही जेल भेजा जा चुका है।


