Sambhal News Today Hindi: उत्तर प्रदेश के संभल जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां शादी के महज चार महीने बाद एक विवाहिता ने अपने पति के साथ रहने से साफ इनकार कर दिया। महिला ने गांव और पंचायत के सामने यह स्वीकार किया कि वह अपने प्रेमी के साथ ही जीवन बिताना चाहती है, जिसके बाद पंचायत के फैसले से वह प्रेमी के साथ चली गई। इस घटना को लेकर इलाके में दिनभर चर्चाओं का माहौल बना रहा।
रात में प्रेमिका को फोन देने पहुंचा प्रेमी, मच गया हंगामा
मामला उस वक्त सामने आया जब मंगलवार देर रात विवाहिता का प्रेमी उसे फोन देने के लिए उसकी ससुराल पहुंच गया। जैसे ही वह घर में दाखिल हुआ, विवाहिता की सास की नींद खुल गई और शोर मच गया। शोर सुनकर घरवालों और ग्रामीणों ने प्रेमी को मौके पर ही पकड़ लिया। देखते ही देखते बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए और गांव में अफरा-तफरी की स्थिति बन गई।
सुबह थाने पहुंचा मामला, जुटे गांव के जिम्मेदार लोग
रातभर चले हंगामे के बाद बुधवार सुबह पूरा मामला असमोली थाना पहुंचा। वहां दोनों पक्षों के परिजन और गांव के जिम्मेदार लोग मौजूद रहे। घंटों तक पंचायत चली, जिसमें विवाहिता से साफ तौर पर उसकी मर्जी पूछी गई। महिला ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि वह अपने पति के साथ अब नहीं रहना चाहती।
पंचायत में खुला प्रेम-प्रसंग का राज
पंचायत के दौरान यह भी सामने आया कि विवाहिता का अपने मायके के ही एक युवक से पहले से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। अमरोहा के थाना डिडौली क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली युवती की शादी चार महीने पहले असमोली थाना क्षेत्र के गांव में हुई थी। शादी के बाद भी वह अपने प्रेमी के संपर्क में बनी रही, जिससे जीवन में तनाव बना रहा।
पति की मौजूदगी में प्रेमी के साथ जाने का फैसला
काफी विचार-विमर्श के बाद पंचायत ने विवाहिता की इच्छा को प्राथमिकता दी। पति और दोनों पक्षों के परिजनों की मौजूदगी में यह तय किया गया कि महिला को उसके प्रेमी के साथ ही भेज दिया जाए। इसके बाद विवाहिता प्रेमी के साथ गांव से रवाना हो गई। बताया गया है कि दोनों करीब चालीस दिन बाद निकाह करेंगे।
पुलिस ने बताई पंचायत की पूरी कहानी
थाना प्रभारी निरीक्षक मोहित चौधरी ने बताया कि विवाहिता अपने पति के साथ रहने को तैयार नहीं थी। इसी कारण वहां मौजूद लोगों ने आपसी सहमति से उसे प्रेमी के साथ भेज दिया। पुलिस के अनुसार, पूरे मामले में किसी तरह का बल प्रयोग या विवाद की स्थिति नहीं बनी।


