अडाणी ग्रुप ने जनवरी 2023 से अब तक 86,000 करोड़ रुपए की 33 एक्विजिशन पूरी की हैं। यानी 33 कंपनियों या प्रोजेक्ट्स को खरीदा है। इसमें मुख्य रूप से पोर्ट्स, सीमेंट और पावर सेक्टर में सबसे ज्यादा निवेश हुआ है। ग्रुप ने ये डील्स ऐसे समय में पूरी की हैं, जब 2023 की शुरुआत में अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट से ग्रुप को बड़ा झटका लगा, ग्रुप की कंपनियों पर मार्केट में विश्वास कम हुआ। हिंडनबर्ग रिपोर्ट में अकाउंटिंग में खामी और स्टॉक मैनिपुलेशन से जुड़े बड़े आरोप लगाए गए थे। ग्रुप आरोपों को खारिज करता रहा और इसी साल 18 सितंबर को मार्केट रेगुलेटर SEBI ने आरोपों को खारिज करते हुए ग्रुप को क्लीनचिट दे दी। 33 डील्स में सबसे ज्यादा निवेश पोर्ट्स सेक्टर में अडाणी ग्रुप की 33 डील्स में सबसे ज्यादा निवेश पोर्ट्स सेक्टर में हुआ। यहां 28,145 करोड़ रुपए खर्च किए गए। सीमेंट सेक्टर में 24,710 करोड़, पावर में 12,251 करोड़, ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन में 2,544 करोड़ और नए बिजनेस में 3,927 करोड़ रुपए लगाए गए। इस लिस्ट में जेपी (Jaypee) ग्रुप की 13,500 करोड़ की प्लान्ड एक्विजिशन शामिल नहीं है, क्योंकि ये डील अभी नेगोशिएशन टेबल पर हैं। इसके अलावा ग्रुप कुछ और डील्स पर भी बातचीत कर रही है। पोर्ट्स सेक्टर की बड़ी डील- ऑस्ट्रेलिया का NQXT इसी साल अप्रैल में अडाणी पोर्ट्स ने ऑस्ट्रेलिया का नॉर्थ क्वींसलैंड एक्सपोर्ट टर्मिनल (NQXT) को 21,700 करोड़ में खरीदा, इन 33 डील्स में ये ग्रुप की सबसे बड़ी डील है। इसके अलावा अप्रैल 2023 में 1,485 करोड़ में कराईकल पोर्ट, मार्च 2024 में 3,080 करोड़ में गोपालपुर पोर्ट, अगस्त 2024 में 1,550 करोड़ में एस्ट्रो ऑफशोर और तंजानिया का दार एस सलाम पोर्ट 330 करोड़ में (मई 2024) खरीदा गया। सीमेंट सेक्टर में एक के बाद एक खरीदारी सीमेंट बिजनेस में अंबुजा सीमेंट्स ने अगस्त 2023 में संघी इंडस्ट्रीज में 56.74% स्टेक 5,000 करोड़ में लिया। ACC ने एशियन कंक्रीट्स एंड सीमेंट्स को जनवरी 2024 में 775 करोड़ रुपए में खरीदा। अप्रैल 2024 में माई होम ग्रुप की तूतीकोरिन ग्राइंडिंग यूनिट 413.75 करोड़ में खरीदा, जून 2024 में पेन्ना सीमेंट को 10,422 करोड़ में, अक्टूबर 2024 में ओरिएंट सीमेंट को 8,100 करोड़ में और अप्रैल 2025 में ITD सीमेंटेशन में 5,757 करोड़ से कंट्रोलिंग हिस्सेदारी खरीदी। पावर सेक्टर की खरीदारी पावर में लैंको अमरकंटक ₹4,101 करोड़ में, विदर्भ इंडस्ट्रीज ₹4,000 करोड़ में और कोस्टल एनरजन ₹3,335 करोड़ में खरीदी गई। बाकी डील्स डेटा सेंटर, इलेक्ट्रिसिटी ट्रांसमिशन, रोड्स और रियल एस्टेट में हुईं। हिंडनबर्ग रिपोर्ट्स से मार्केट कैप 1 लाख करोड़ गिरा था 24 जनवरी 2023 को अमेरिकी शॉर्ट-सेलर कंपनी ने गौतम अडाणी और उनकी कंपनियों (जैसे- अडाणी पोर्ट्स और अडाणी पावर) पर शेयर बाजार में हेरफेर के आरोप लगाए थे। इसके अलावा ग्रुप पर मनी लॉन्ड्रिंग से लेकर शेयर मैनिपुलेशन जैसे कई आरोप लगाए गए थे। इससे 25 जनवरी तक ग्रुप के शेयरों की मार्केट वैल्यू करीब 12 बिलियन डॉलर (1 लाख करोड़ रुपए) कम हो गई थी।अब हिंडनबर्ग बंद हो चुकी है। क्राइसिस के बाद ग्रुप ने बैलेंस शीट रिपेयर, डेट कम करने और कैपिटल एलोकेशन पर सख्ती की। नेट डेट-टू-EBITDA रेश्यो करीब 3x पर है, जो ग्रुप की गाइडेंस 3.5x से 4.5x से कम है। जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने 6 सदस्यीय कमेटी बनाई थी अडाणी ने किसी भी गलत काम के आरोपों से इनकार किया था। हालांकि इस केस की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने 6 सदस्यीय कमेटी बनाई और सेबी ने भी मामले की जांच की। इस मामले में अडाणी को पहले ही कोर्ट ने बरी कर दिया है। फैसले के बाद गौतम अडाणी ने कहा था, ‘कोर्ट के फैसले से पता चलता है कि सत्य की जीत हुई है। सत्यमेव जयते। मैं उन लोगों का आभारी हूं जो हमारे साथ खड़े रहे। भारत की ग्रोथ स्टोरी में हमारा योगदान जारी रहेगा। जय हिन्द। —————- ये खबर भी पढ़ें… अडाणी पोर्ट्स का मुनाफा दूसरी तिमाही में 27% बढ़ा: जुलाई-सितंबर में ₹3,109 करोड़ रहा, कमाई ₹10,004 करोड़ रही; नतीजों के बाद गिरा शेयर अडाणी ग्रुप की कंपनी अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (SEZ) को वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में 3,109.05 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ है। सालाना आधार पर यह 27.16% बढ़ा है। पिछले साल के इसी तिमाही में कंपनी को ₹2,445 करोड़ का मुनाफा हुआ था। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…
अडाणी ग्रुप ने 2023 से 33 कंपनियों को खरीदा:हिंडनबर्ग आरोपों के बीच ₹86,000 करोड़ की डील पूरी कीं; पोर्ट्स में सबसे ज्यादा ₹28,145 करोड़ निवेश


