गयाजी जिला परिषद बैठक में अनुपस्थित अधिकारियों पर कार्रवाई होगी:परिषद के सदस्यों की सुनी गईं समस्याएं, समाधान का दिया आश्वासन

गयाजी जिला परिषद बैठक में अनुपस्थित अधिकारियों पर कार्रवाई होगी:परिषद के सदस्यों की सुनी गईं समस्याएं, समाधान का दिया आश्वासन

गयाजी जिला परिषद सभागार में शनिवार को बैठक आयोजित की गई। इसमें जिले के विकास से जुड़े कई अहम मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई। बैठक में सभी जिला परिषद सदस्य, उप विकास आयुक्त और बेलागंज विधायक मनोरमा देवी उपस्थित रहीं। बैठक की अध्यक्षता जिला परिषद अध्यक्ष नैना कुमारी ने की। उप विकास आयुक्त ने जिला परिषद सदस्यों की समस्याओं और सुझावों को सुना तथा उनके समाधान का आश्वासन दिया। बैठक का मुख्य उद्देश्य विभिन्न विभागों की कार्यप्रणाली की समीक्षा करना और विकास योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करना था। जिला परिषद उपाध्यक्ष शीतल प्रसाद यादव ने बताया कि जिला परिषद अध्यक्ष के निर्देश पर सभी विभागों की समीक्षा बैठकें हो रही हैं। उन्होंने चिंता व्यक्त की कि कई विभागों के अधिकारी इन बैठकों में अनुपस्थित रहे, जिसे उन्होंने गंभीर मामला बताया। उपाध्यक्ष ने मांग की कि अनुपस्थित अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा जाए और उनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाए। जब तक पदाधिकारी उपस्थित नहीं होंगे नियमित समीक्षा नहीं होगी यादव ने यह भी कहा कि जिला परिषद सदस्य ग्रामीण इलाकों से आते हैं, जहां सड़क, नाली, पेयजल, स्वास्थ्य और शिक्षा से जुड़ी कई योजनाएं फाइलों तक ही सीमित रह जाती हैं। इससे आम जनता को परेशानी होती है और जनप्रतिनिधियों को जनता के सामने शर्मिंदगी उठानी पड़ती है। जिला परिषद अध्यक्ष नैना कुमारी ने भी अधिकारियों की लापरवाही पर कड़ा रूख अपनाया। उन्होंने कहा कि जब तक सभी विभागों के पदाधिकारी जिम्मेदारी के साथ बैठकों में उपस्थित नहीं रहेंगे और कार्यों की नियमित समीक्षा नहीं होगी, तब तक विकास योजनाओं को धरातल पर उतारना संभव नहीं होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन अधिकारियों के कारण जिला परिषद की छवि धूमिल हो रही है, उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। समन्वय बनाकर कार्य करने की सलाह बैठक में मौजूद बेलागंज विधायक मनोरमा देवी ने भी अधिकारियों को जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय बनाकर कार्य करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना सभी अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की सामूहिक जिम्मेदारी है। अंत में बैठक में यह निर्णय लिया गया कि आगामी बैठकों में सभी विभागों के अधिकारियों की अनिवार्य उपस्थिति सुनिश्चित की जाएगी। विकास कार्यों की प्रगति की नियमित समीक्षा की जाएगी, ताकि जिले का समुचित विकास हो सके। गयाजी जिला परिषद सभागार में शनिवार को बैठक आयोजित की गई। इसमें जिले के विकास से जुड़े कई अहम मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई। बैठक में सभी जिला परिषद सदस्य, उप विकास आयुक्त और बेलागंज विधायक मनोरमा देवी उपस्थित रहीं। बैठक की अध्यक्षता जिला परिषद अध्यक्ष नैना कुमारी ने की। उप विकास आयुक्त ने जिला परिषद सदस्यों की समस्याओं और सुझावों को सुना तथा उनके समाधान का आश्वासन दिया। बैठक का मुख्य उद्देश्य विभिन्न विभागों की कार्यप्रणाली की समीक्षा करना और विकास योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करना था। जिला परिषद उपाध्यक्ष शीतल प्रसाद यादव ने बताया कि जिला परिषद अध्यक्ष के निर्देश पर सभी विभागों की समीक्षा बैठकें हो रही हैं। उन्होंने चिंता व्यक्त की कि कई विभागों के अधिकारी इन बैठकों में अनुपस्थित रहे, जिसे उन्होंने गंभीर मामला बताया। उपाध्यक्ष ने मांग की कि अनुपस्थित अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा जाए और उनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाए। जब तक पदाधिकारी उपस्थित नहीं होंगे नियमित समीक्षा नहीं होगी यादव ने यह भी कहा कि जिला परिषद सदस्य ग्रामीण इलाकों से आते हैं, जहां सड़क, नाली, पेयजल, स्वास्थ्य और शिक्षा से जुड़ी कई योजनाएं फाइलों तक ही सीमित रह जाती हैं। इससे आम जनता को परेशानी होती है और जनप्रतिनिधियों को जनता के सामने शर्मिंदगी उठानी पड़ती है। जिला परिषद अध्यक्ष नैना कुमारी ने भी अधिकारियों की लापरवाही पर कड़ा रूख अपनाया। उन्होंने कहा कि जब तक सभी विभागों के पदाधिकारी जिम्मेदारी के साथ बैठकों में उपस्थित नहीं रहेंगे और कार्यों की नियमित समीक्षा नहीं होगी, तब तक विकास योजनाओं को धरातल पर उतारना संभव नहीं होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन अधिकारियों के कारण जिला परिषद की छवि धूमिल हो रही है, उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। समन्वय बनाकर कार्य करने की सलाह बैठक में मौजूद बेलागंज विधायक मनोरमा देवी ने भी अधिकारियों को जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय बनाकर कार्य करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना सभी अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की सामूहिक जिम्मेदारी है। अंत में बैठक में यह निर्णय लिया गया कि आगामी बैठकों में सभी विभागों के अधिकारियों की अनिवार्य उपस्थिति सुनिश्चित की जाएगी। विकास कार्यों की प्रगति की नियमित समीक्षा की जाएगी, ताकि जिले का समुचित विकास हो सके।  

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *