पटना में रविवार शाम जंक्शन परिसर में दो युवक और युवती लड़खड़ाते गेट नंबर 2 के पास पहुंचें और गिर गए। इसके बाद परिसर में अफरातफरी का माहौल बन गया। RPF और GRP के जवान दौड़कर दोनों को संभालने पहुंचें। तब तक पीछे से उनके जानने वाले रिश्तेदार भी आ गए। GRP-RPF ने काफी मदद की। फिर परिजन उसे लेकर PMCH चले गए। जहां दोनों एडमिट हैं। स्थिति नाजुक बनी हुई है। दोनों की पहचान गोपालगंज के रहने वाले दिनेश राय (24 वर्ष) और गोल्डी राय (23 वर्ष) के तौर पर हुई है। आशंका है कि किसी ने दोनों को जहर खिला दी है, या इन दोनों ने खुद खा ली है। परिजन एडमिट कराकर चले गए PMCH में दोनों को एडमिट कराने वाले परिजन ऋतिक ने बताया कि वो कंकड़बाग में रहते हैं। सूचना मिलने पर दोनों को PMCH में एडमिट कराने एक और जानने वाले के साथ गए थे और एडमिट कराकर चले गए। ऋतिक ने यह भी बताया कि दोनों बच्चों के माता पिता नहीं हैं। अनाथ हैं। खुद पटना के कंकड़बाग इलाके में रहकर अपनी जिम्मेदारी संभालते हैं। पता नहीं आज क्या हुआ? दोनों अब होश में आने के बाद ही बता पाएंगे कि उनके साथ क्या हुआ है। फिलहाल कंडीशन ठीक नहीं है। एक दूसरे रिश्तेदार से संपर्क किया गया तो, उसने बोला कि वो एडमिट कराने के साथ ही निकल गया था। चाचा चाची ने संपत्ति से बेदखल किया ऋतिक ने यह भी बताया कि बच्चों के माता पिता के नहीं रहने के कुछ दिनों बाद तक चाचा चाची ने देखरेख किया। लेकिन बाद में संपत्ति से बेदखल कर के घर से निकाल दिया। तब से यह लोग इधर उधर ही भटक रहे हैं। पुलिस ने अब तक नहीं शुरू की कार्रवाई इन दोनों के मामले में पुलिस की ओर से कार्रवाई शुरू नहीं की गई है। खबर लिखे जाने तक PMCH के इमरजेंसी वॉर्ड में भर्ती थे। पटना में रविवार शाम जंक्शन परिसर में दो युवक और युवती लड़खड़ाते गेट नंबर 2 के पास पहुंचें और गिर गए। इसके बाद परिसर में अफरातफरी का माहौल बन गया। RPF और GRP के जवान दौड़कर दोनों को संभालने पहुंचें। तब तक पीछे से उनके जानने वाले रिश्तेदार भी आ गए। GRP-RPF ने काफी मदद की। फिर परिजन उसे लेकर PMCH चले गए। जहां दोनों एडमिट हैं। स्थिति नाजुक बनी हुई है। दोनों की पहचान गोपालगंज के रहने वाले दिनेश राय (24 वर्ष) और गोल्डी राय (23 वर्ष) के तौर पर हुई है। आशंका है कि किसी ने दोनों को जहर खिला दी है, या इन दोनों ने खुद खा ली है। परिजन एडमिट कराकर चले गए PMCH में दोनों को एडमिट कराने वाले परिजन ऋतिक ने बताया कि वो कंकड़बाग में रहते हैं। सूचना मिलने पर दोनों को PMCH में एडमिट कराने एक और जानने वाले के साथ गए थे और एडमिट कराकर चले गए। ऋतिक ने यह भी बताया कि दोनों बच्चों के माता पिता नहीं हैं। अनाथ हैं। खुद पटना के कंकड़बाग इलाके में रहकर अपनी जिम्मेदारी संभालते हैं। पता नहीं आज क्या हुआ? दोनों अब होश में आने के बाद ही बता पाएंगे कि उनके साथ क्या हुआ है। फिलहाल कंडीशन ठीक नहीं है। एक दूसरे रिश्तेदार से संपर्क किया गया तो, उसने बोला कि वो एडमिट कराने के साथ ही निकल गया था। चाचा चाची ने संपत्ति से बेदखल किया ऋतिक ने यह भी बताया कि बच्चों के माता पिता के नहीं रहने के कुछ दिनों बाद तक चाचा चाची ने देखरेख किया। लेकिन बाद में संपत्ति से बेदखल कर के घर से निकाल दिया। तब से यह लोग इधर उधर ही भटक रहे हैं। पुलिस ने अब तक नहीं शुरू की कार्रवाई इन दोनों के मामले में पुलिस की ओर से कार्रवाई शुरू नहीं की गई है। खबर लिखे जाने तक PMCH के इमरजेंसी वॉर्ड में भर्ती थे।


