साइबर ठगी का आरोपी सहरसा से गिरफ्तार:महाराष्ट्र पुलिस के सहयोग से बड़ी सफलता, फर्जी वेबसाइट से ठगी का आरोप

साइबर ठगी का आरोपी सहरसा से गिरफ्तार:महाराष्ट्र पुलिस के सहयोग से बड़ी सफलता, फर्जी वेबसाइट से ठगी का आरोप

सहरसा पुलिस ने महाराष्ट्र पुलिस के सहयोग से साइबर अपराध के एक बड़े आरोपी को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई महाराष्ट्र के जालना साइबर थाना कांड संख्या 23/2025 के तहत की गई, जिसमें सरकारी वेबसाइट के दुरुपयोग और साइबर ठगी के गंभीर आरोप शामिल हैं। महाराष्ट्र के जालना साइबर थाना की टीम गुरुवार को सहरसा पहुंची। इसके बाद सहरसा जिला सूचना इकाई, सिमरी बख्तियारपुर थाना और सलखुआ थाना की संयुक्त टीम ने छापेमारी अभियान चलाया। इस संयुक्त कार्रवाई में सलखुआ थाना क्षेत्र के टेंगराहा वार्ड 13 निवासी 24 वर्षीय बिट्टू राज को गिरफ्तार किया गया। शुक्रवार को सहरसा कोर्ट में पेश किया गया गिरफ्तारी के बाद, बिट्टू राज को शुक्रवार को सहरसा कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट के आदेश पर साइबर थाने की पुलिस उसे आगे की कार्रवाई के लिए महाराष्ट्र के जालना ले गई है। अभियुक्त के विरुद्ध जालना साइबर थाना में 26 नवंबर 2025 को दर्ज कांड संख्या 23/2025 में भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(4), 336(2)(3), 340(2) बीएनएस, आईटी एक्ट की धारा 43(ए)(बी)(एच), 66(सी), 66(डी), 72, 72(ए) तथा मोटरयान अधिनियम की धारा 3/4/7 के तहत मामला दर्ज है। लर्निंग लाइसेंस और डुप्लीकेट आरसी बुक जैसे दस्तावेज अवैध रूप से तैयार कराए जांच में सामने आया है कि अभियुक्त बिट्टू राज ने एक फर्जी वेबसाइट https://www.allcscservices.shop/ बनाई थी। इसके माध्यम से उसने सरकारी वेबसाइट को हैक कर सरकारी कंप्यूटर प्रणाली में अनधिकृत प्रवेश किया। आरोपी ने सरकारी प्रक्रियाओं का दुरुपयोग करते हुए नागरिकों से आर्थिक लाभ अर्जित करने के उद्देश्य से ऑनलाइन लर्निंग लाइसेंस और डुप्लीकेट आरसी बुक जैसे दस्तावेज अवैध रूप से तैयार कराए थे। पुलिस के अनुसार, यह एक संगठित साइबर अपराध है, जिसमें आम लोगों को सरकारी सेवाओं के नाम पर ठगा गया। सहरसा पुलिस की तत्परता और महाराष्ट्र पुलिस के साथ बेहतर समन्वय के कारण इस मामले में बड़ी सफलता मिली है। न्यायिक अभिरक्षा में भेजने की तैयारी की जा रही फिलहाल, आरोपी को विधिसम्मत प्रक्रिया के तहत न्यायिक अभिरक्षा में भेजने की तैयारी की जा रही है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इस गिरोह में और कौन-कौन लोग शामिल हैं तथा अब तक कितने लोगों को ठगी का शिकार बनाया गया है। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी ऑनलाइन सेवा का लाभ लेने से पहले उसकी प्रामाणिकता अवश्य जांच लें। सहरसा पुलिस ने महाराष्ट्र पुलिस के सहयोग से साइबर अपराध के एक बड़े आरोपी को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई महाराष्ट्र के जालना साइबर थाना कांड संख्या 23/2025 के तहत की गई, जिसमें सरकारी वेबसाइट के दुरुपयोग और साइबर ठगी के गंभीर आरोप शामिल हैं। महाराष्ट्र के जालना साइबर थाना की टीम गुरुवार को सहरसा पहुंची। इसके बाद सहरसा जिला सूचना इकाई, सिमरी बख्तियारपुर थाना और सलखुआ थाना की संयुक्त टीम ने छापेमारी अभियान चलाया। इस संयुक्त कार्रवाई में सलखुआ थाना क्षेत्र के टेंगराहा वार्ड 13 निवासी 24 वर्षीय बिट्टू राज को गिरफ्तार किया गया। शुक्रवार को सहरसा कोर्ट में पेश किया गया गिरफ्तारी के बाद, बिट्टू राज को शुक्रवार को सहरसा कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट के आदेश पर साइबर थाने की पुलिस उसे आगे की कार्रवाई के लिए महाराष्ट्र के जालना ले गई है। अभियुक्त के विरुद्ध जालना साइबर थाना में 26 नवंबर 2025 को दर्ज कांड संख्या 23/2025 में भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(4), 336(2)(3), 340(2) बीएनएस, आईटी एक्ट की धारा 43(ए)(बी)(एच), 66(सी), 66(डी), 72, 72(ए) तथा मोटरयान अधिनियम की धारा 3/4/7 के तहत मामला दर्ज है। लर्निंग लाइसेंस और डुप्लीकेट आरसी बुक जैसे दस्तावेज अवैध रूप से तैयार कराए जांच में सामने आया है कि अभियुक्त बिट्टू राज ने एक फर्जी वेबसाइट https://www.allcscservices.shop/ बनाई थी। इसके माध्यम से उसने सरकारी वेबसाइट को हैक कर सरकारी कंप्यूटर प्रणाली में अनधिकृत प्रवेश किया। आरोपी ने सरकारी प्रक्रियाओं का दुरुपयोग करते हुए नागरिकों से आर्थिक लाभ अर्जित करने के उद्देश्य से ऑनलाइन लर्निंग लाइसेंस और डुप्लीकेट आरसी बुक जैसे दस्तावेज अवैध रूप से तैयार कराए थे। पुलिस के अनुसार, यह एक संगठित साइबर अपराध है, जिसमें आम लोगों को सरकारी सेवाओं के नाम पर ठगा गया। सहरसा पुलिस की तत्परता और महाराष्ट्र पुलिस के साथ बेहतर समन्वय के कारण इस मामले में बड़ी सफलता मिली है। न्यायिक अभिरक्षा में भेजने की तैयारी की जा रही फिलहाल, आरोपी को विधिसम्मत प्रक्रिया के तहत न्यायिक अभिरक्षा में भेजने की तैयारी की जा रही है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इस गिरोह में और कौन-कौन लोग शामिल हैं तथा अब तक कितने लोगों को ठगी का शिकार बनाया गया है। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी ऑनलाइन सेवा का लाभ लेने से पहले उसकी प्रामाणिकता अवश्य जांच लें।  

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