MBBS स्टूडेंट की मौत-जांच खुदकुशी की तरफ डायवर्ट:सीन रीक्रिएशन करेगी पुलिस; सवाल- साढ़े पांच फीट का यशराज दीवार से कैसे कूदा

MBBS स्टूडेंट की मौत-जांच खुदकुशी की तरफ डायवर्ट:सीन रीक्रिएशन करेगी पुलिस; सवाल- साढ़े पांच फीट का यशराज दीवार से कैसे कूदा

ग्वालियर में मेडिकल स्टूडेंट यशराज उइके की मौत की जांच अब खुदकुशी की तरफ डायवर्ट हो गई है। पहले इसे हादसे माना जा रहा था। बुधवार शाम को एएसपी विदिता डागर फोरेंसिक एक्सपर्ट अखिलेश भार्गव के साथ रविशंकर बॉयज हॉस्टल पहुंचीं। यहां फोरेंसिक एक्सपर्ट ने बारीकी से जांच की है। कई क्लू ऐसे मिले हैं। हॉस्टल की तीसरी मंजिल की छत पर तीन फीट ऊंची दीवार है। जबकि यशराज की हाइट साढ़े पांच फीट है। दीवार पर डेढ़ फीट पर एक लोहे का पानी का पाइप है। आशंका इसी पर पैर रखकर छात्र दीवार पर चढ़ा और कूद गया। इसी आशंका काे दूर करने के लिए जल्द पुलिस छात्र की ऊंचाई और वजन का पुतला बनाकर ऊपर से गिराकर सीन रीक्रिएशन करेगी। छात्र को किसी ने गिरते या कूदते नहीं देखा
ग्वालियर में सोमवार (10 नवंबर) की रात रविशंकर शुक्ल बॉयज हॉस्टल की बिल्डिंग से संदिग्ध हालात में गिरकर मेडिकल स्टूडेंट 21 वर्षीय यशराज उइके की मौत हो गई थी। छात्र को किसी ने गिरते या कूदते नहीं देखा है। यही कारण था कि कोई उसके फर्स्ट फ्लोर से गिरना बता रहा था तो कोई तीसरी मंजिल की छत से। छात्र का मोबाइल तीसरी मंजिल की छत पर मिला था। यह मामला हादसा है या खुदकुशी यह भी उलझन बराबर बनी हुई थी। पहले दिन पुलिस की जांच में कमी सामने आई थी कि फोरेंसिक एक्सपर्ट को स्पॉट पर नहीं बुलाया गया था। बुधवार को एएसपी विदिता डागर, फोरेंसिक एक्सपर्ट सीनियर साइंटिस्ट अखिलेश भार्गव के साथ स्पॉट पर पहुंची है। फोरेंसिक टीम ने घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण किया है। जिसके बाद पुलिस की जांच की दिशा इस ओर बढ़ रही है कि छात्र हादसे का शिकार नहीं हुआ है बल्कि उसने छत से कूदकर सुसाइड किया है। सुसाइड किया तो वजह क्या, रैगिंग या कुछ और
पुलिस ने मेडिकल स्टूडेंट की मौत की जांच को हादसे से सुसाइड पर तो शिफ्ट कर दिया है, लेकिन अब पुलिस के सामने यह भी सवाल है कि खुदकुशी की है तो इसके पीछे वजह क्या है। एएसपी विदिता डागर की माने तो पुलिस सभी एंगल पर जांच कर रही है। वह जांच कर रहे हैं कि कहीं कोई लव अफेयर तो नहीं था। छात्र के साथ कोई रैगिंग तो नहीं हो रही थी। साथ ही पारिवारिक क्लेश पर भी पुलिस की जांच का एंगल है। छात्र का मोबाइल खोलेगा कई राज
इस मामले में अब जब पुलिस की जांच सुसाइड की ओर बढ़ रही है तो छात्र का मोबाइल बहुत अहम हो जाता है। छात्र के मोबाइल की सीडीआर (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) पुलिस को मिल गई है। अभी पुलिस सीडीआर का बारीकी से अध्ययन कर रही है। पुलिस मोबाइल को खोलने का प्रयास भी कर रही है, जिससे पता चल सके कि आखिरकार मेडिकल स्टूडेंट की मौत का राज क्या है। पुलिस का कहना
इस मामले में एएसपी विदिता डागर का कहना है कि बुधवार को हमने फोरेंसिक टीम के साथ हॉस्टल पहुंचकर घटना स्थल की जांच की है। अभी तक की जांच में मामला हादसा कम खुदकुशी ज्यादा लग रहा है। इसी आशंका की पुष्टि के लिए जल्द सीन रीक्रिएशन किया जाएगा। इसी साल क्लियर किया था नीट
बैतूल के रानीपुर स्थित घोड़ाडोंगरी निवासी यशराज उइके (21) ने इसी साल नीट का एग्जाम क्लियर किया था। उसे ग्वालियर के गजराराजा मेडिकल कॉलेज में दाखिला मिला था। दीपावली के बाद वह अभी 27 अक्टूबर को ग्वालियर आया था। वह MBBS फर्स्ट ईयर का स्टूडेंट था। यहां रविशंकर शुक्ल जूनियर बॉयज हॉस्टल के फर्स्ट फ्लोर पर उसे रहने के लिए रूम नहीं मिला था जिस पर वह प्रवीण सहरिया निवासी गुना के रूम में अघोषित रूप से रह रहा था। सोमवार रात करीब पौने दस बजे प्रवीण अपने रूम में था और यशराज तीसरी मंजिल की छत पर पहुंचा और वहां से संदिग्ध हालात में नीचे गिर गया था। जिस पर उसे अस्पताल ले जाया गया था, जहां उसकी मौत हो गई। बैतूल से उसके परिजन ग्वालियर आए और शव ले गए। उन्होंने आशंका जताई है कि उनके बच्चे के साथ गलत हुआ है।

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