पूर्णिया में 11 नवंबर को वोटिंग होना है। सोमवार को पूर्णिया कॉलेज और जिला स्कूल परिसर स्थित डिस्पैच सेंटर से मतदान कर्मी ईवीएम और VVPT मशीन समेत अन्य सामग्री लेकर अपने-अपने बूथों के लिए रवाना हुए। इस बार के चुनाव में 20 लाख 93 हजार 212 वोटर मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे और 69 कैंडिडेट के किस्मत का फैसला करेंगे। इसमें 10 लाख 99 हजार 912 पुरुष वोटर जबकि 9 लाख 85 हजार 103 महिला वोटर, 72 थर्ड जेंडर हैं। चुनाव प्रचार रविवार शाम को ही थम गया। वोटिंग शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराई जा सके, इसके लिए जिला प्रशासन ने सभी तैयारी पूरी कर ली है। सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। जिले से लगने वाली सीमा को सील कर दिया गया है और संवेदनशील मतदान केंद्रों पर अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती कर दी गई है। डीएम अंशुल कुमार ने बताया कि सुरक्षा बलों की कड़ी निगरानी में मतदान कर्मी ईवीएम और VVPT मशीन समेत अन्य सामग्री लेकर अपने-अपने बूथों के लिए रवाना हो रहे हैं। मतदान से जुड़ी सामग्रियों को बूथों तक पहुंचाया जा रहा है। 7 विधानसभा में कुल 2553 मतदान केंद्र और 1195 मतदान केंद्र जिले के सभी 7 विधानसभा में कुल 2553 मतदान केंद्र और 1195 मतदान केंद्र भवन बनाए गए हैं। इनमें संवेदनशील मतदान केंद्र 492, अति संवेदनशील 23, सामान्य मतदान केंद्र 2038 हैं। 80 महिला बूथ में पूर्णिया विधानसभा में 50 जबकि अन्य 6 विधानसभा क्षेत्रों में 5-5 महिला बूथ हैं। वहीं हर विधानसभा में एक दिव्यांग पोलिंग स्टेशन बनाए हुए हैं। युवा मैनेज मतदान केंद्र 7, मॉडल पोलिंग स्टेशन 7 हैं। वहीं दियारा क्षेत्र और जल-जमाव वाले इलाकों में वोटरों के लिए नाव की विशेष व्यवस्था भी की गई है। मतदान केंद्रों पर CCTV और वेबकास्टिंग की व्यवस्था भी की गई है, ताकि हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके। जो इस विधानसभा के वोटर नहीं हैं, वे बिना कारण इलाके में नहीं रुक सकेंगे। 11 नवंबर को मतदान केंद्र से 100 मीटर की दूरी तक अंगरक्षकों के साथ जाने पर रोक होगी। राजनीतिक दलों को वाहन अनुमति लेनी अनिवार्य है। उम्मीदवार को सिर्फ 3 वाहन की अनुमति दी गई है। निजी वाहन 200 मीटर के भीतर प्रतिबंधित रहेगा। 100 मीटर के भीतर सेलफोन, कोर्डलेस फोन, मेगाफोन ले जाने पर सख्त पाबंदी रहेगी। 5 से ज्यादा लोगों का जमावड़ा प्रतिबंधित रहेगा। 11 नवंबर को होने वाली वोटिंग को देखते हुए पुलिस प्रशासन पूरी तरह एक्टिव वहीं एसपी स्वीटी सहरावत ने बताया कि 11 नवंबर को होने वाली वोटिंग को देखते हुए पुलिस प्रशासन पूरी तरह एक्टिव है। सभी 2553 मतदान केंद्रों पर CAPF की तैनाती रहेगी। जो पोलिंग बूथ का कंट्रोल अपने हाथों में रखेंगे। जिले में 290 सेक्टर बनाए गए हैं। हर सेक्टर में पुलिस अधिकारी, मजिस्ट्रेट और केंद्रीय बल मौजूद रहेंगे। चुनाव वाले दिन परिंदा भी पर नहीं मार सके इस तरह की सुरक्षा रहेगी। डीएम अंशुल कुमार ने वोटरों के लिए अपील जारी करते हुए कहा कि हमारी पूरी कोशिश है कि मतदान पूरी तरह शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और सुरक्षित वातावरण में संपन्न हो। हर मतदाता बेझिझक घर से निकलकर अपने मताधिकार का प्रयोग करें। पूर्णिया में 11 नवंबर को वोटिंग होना है। सोमवार को पूर्णिया कॉलेज और जिला स्कूल परिसर स्थित डिस्पैच सेंटर से मतदान कर्मी ईवीएम और VVPT मशीन समेत अन्य सामग्री लेकर अपने-अपने बूथों के लिए रवाना हुए। इस बार के चुनाव में 20 लाख 93 हजार 212 वोटर मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे और 69 कैंडिडेट के किस्मत का फैसला करेंगे। इसमें 10 लाख 99 हजार 912 पुरुष वोटर जबकि 9 लाख 85 हजार 103 महिला वोटर, 72 थर्ड जेंडर हैं। चुनाव प्रचार रविवार शाम को ही थम गया। वोटिंग शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराई जा सके, इसके लिए जिला प्रशासन ने सभी तैयारी पूरी कर ली है। सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। जिले से लगने वाली सीमा को सील कर दिया गया है और संवेदनशील मतदान केंद्रों पर अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती कर दी गई है। डीएम अंशुल कुमार ने बताया कि सुरक्षा बलों की कड़ी निगरानी में मतदान कर्मी ईवीएम और VVPT मशीन समेत अन्य सामग्री लेकर अपने-अपने बूथों के लिए रवाना हो रहे हैं। मतदान से जुड़ी सामग्रियों को बूथों तक पहुंचाया जा रहा है। 7 विधानसभा में कुल 2553 मतदान केंद्र और 1195 मतदान केंद्र जिले के सभी 7 विधानसभा में कुल 2553 मतदान केंद्र और 1195 मतदान केंद्र भवन बनाए गए हैं। इनमें संवेदनशील मतदान केंद्र 492, अति संवेदनशील 23, सामान्य मतदान केंद्र 2038 हैं। 80 महिला बूथ में पूर्णिया विधानसभा में 50 जबकि अन्य 6 विधानसभा क्षेत्रों में 5-5 महिला बूथ हैं। वहीं हर विधानसभा में एक दिव्यांग पोलिंग स्टेशन बनाए हुए हैं। युवा मैनेज मतदान केंद्र 7, मॉडल पोलिंग स्टेशन 7 हैं। वहीं दियारा क्षेत्र और जल-जमाव वाले इलाकों में वोटरों के लिए नाव की विशेष व्यवस्था भी की गई है। मतदान केंद्रों पर CCTV और वेबकास्टिंग की व्यवस्था भी की गई है, ताकि हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके। जो इस विधानसभा के वोटर नहीं हैं, वे बिना कारण इलाके में नहीं रुक सकेंगे। 11 नवंबर को मतदान केंद्र से 100 मीटर की दूरी तक अंगरक्षकों के साथ जाने पर रोक होगी। राजनीतिक दलों को वाहन अनुमति लेनी अनिवार्य है। उम्मीदवार को सिर्फ 3 वाहन की अनुमति दी गई है। निजी वाहन 200 मीटर के भीतर प्रतिबंधित रहेगा। 100 मीटर के भीतर सेलफोन, कोर्डलेस फोन, मेगाफोन ले जाने पर सख्त पाबंदी रहेगी। 5 से ज्यादा लोगों का जमावड़ा प्रतिबंधित रहेगा। 11 नवंबर को होने वाली वोटिंग को देखते हुए पुलिस प्रशासन पूरी तरह एक्टिव वहीं एसपी स्वीटी सहरावत ने बताया कि 11 नवंबर को होने वाली वोटिंग को देखते हुए पुलिस प्रशासन पूरी तरह एक्टिव है। सभी 2553 मतदान केंद्रों पर CAPF की तैनाती रहेगी। जो पोलिंग बूथ का कंट्रोल अपने हाथों में रखेंगे। जिले में 290 सेक्टर बनाए गए हैं। हर सेक्टर में पुलिस अधिकारी, मजिस्ट्रेट और केंद्रीय बल मौजूद रहेंगे। चुनाव वाले दिन परिंदा भी पर नहीं मार सके इस तरह की सुरक्षा रहेगी। डीएम अंशुल कुमार ने वोटरों के लिए अपील जारी करते हुए कहा कि हमारी पूरी कोशिश है कि मतदान पूरी तरह शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और सुरक्षित वातावरण में संपन्न हो। हर मतदाता बेझिझक घर से निकलकर अपने मताधिकार का प्रयोग करें।


