एलिना राइबकिना ने WTA फाइनल्स जीता:टूर्नामेंट में उनका पहला खिताब; फाइनल में वर्ल्ड नंबर-1 आर्यना सबालेंका को सीधे सेटों में 6-3, 7-6 से हराया

कजाकिस्तान की टेनिस ​​​खिलाड़ी एलिना राइबकिना ने WTA फाइनल्स का खिताब अपने नाम ​कर लिया है। इस ईयर एंडिंग टूर्नामेंट के फाइनल में छठी सीड राइबकिना ने वर्ल्ड नंबर-1 आर्यना सबालेंका को लगातार सेट में 6-3, 7-6 से हराया। 26 साल की राइबकिना पहली बार यह खिताब जीतने में सफल रहीं। उन्होंने टूर्नामेंट में सभी पांचों मुकाबले जीते। इसी के साथ उन्हें 46 करोड़ रुपए की प्राइज मनी मिली। राइबकिना ने टूर्नामेंट में वर्ल्ड नंबर-1 (सबालेंका)और वर्ल्ड नंबर-2 (इगा स्वातेक) दोनों को हराया। यह उनके करियर का 11वां टाइटल है। उन्होंने इस साल तीसरी बार कोई ट्रॉफी उठाई। तीन साल में पहली बार WTA फाइनल्स में साबालेंका पहुंची थी
साबालेंका ने शनिवार को खेले गए पहले सेमीफाइनल में अमांडा अनिसिमोवा को 6-3, 3-6, 6-3 से हरा कर फाइनल्स के लिए क्वालीफाई किया था। वह तीन साल में पहली बार WTA फाइनल्स के खिताब के लिए क्वालीफाई किया। सेमीफाइनल के पहले सेट में उन्होंने अनिसिमोवा को 6-3 से आसानी से हराया। हालांकि, दूसरे सेट में अनिसिमोवा ने शानदार वापसी की और 3-6 से यह सेट अपने नाम किया। निर्णायक तीसरे सेट में साबालेंका ने 4-3 की बढ़त लेकर जीत सुनिश्चित की। मैच के बाद साबालेंका ने कहा,’अगर मैं हार भी जाती तो भी फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि यह एक शानदार मैच था। दोनों खिलाड़ियों ने फाइनल में जगह बनाने के लायक प्रदर्शन किया। जीतकर मैं बहुत खुश हूं।’ राइबाकिना पहली बार फाइनल में पहुंची
राइबाकिना ने दूसरे सेमीफाइनल में वर्ल्ड नंबर 5 जेसिका पेगुला को 4-6, 6-4, 6-3 से मात दी। वह पहली बार WTA फाइनल्स में पहुंची। राइबाकिना ने जीत के बाद कहा,’मैच की शुरुआत कठिन थी, लेकिन दूसरे सेट में मैं वापसी करने में सफल रही। निर्णायक सेट में मेरी सर्विस ने मुझे सही समय पर मदद की।’ WTA फाइनल: चार ग्रैंड स्लैम के बाद सबसे बड़ा महिला टेनिस टूर्नामेंट
महिला टेनिस के वार्षिक कैलेंडर में WTA फाइनल को चार ग्रैंड स्लैम के बाद सबसे अहम टूर्नामेंट माना जाता है। इसमें पूरे सीजन के प्रदर्शन के आधार पर टॉप आठ सिंगल्स और टॉप आठ डबल्स टीमें हिस्सा लेती हैं।
अगर किसी साल किसी खिलाड़ी या टीम ने ग्रैंड स्लैम जीता है, लेकिन उनकी रैंकिंग 9वें से 20वें स्थान के बीच है, तो उन्हें भी आठवें स्थान के रूप में टूर्नामेंट में जगह दी जा सकती है। यह टूर्नामेंट 1972 में वर्जीनिया स्लिम्स सर्किट चैंपियनशिप के रूप में शुरू हुआ था, जो बाद में WTA टूर फाइनल्स के नाम से जाना जाने लगा। 2003 से टूर्नामेंट का फॉर्मेट बदाव हुआ और खिलाड़ियों को चार-चार के दो समूहों में बांटा जाता है और हर खिलाड़ी तीन राउंड-रॉबिन मैच खेलती है। प्रत्येक समूह से टॉप दो खिलाड़ी सेमीफाइनल में पहुंचती हैं और फिर फाइनल मुकाबले से चैंपियन तय होता है। WTA फाइनल में ग्रैंड स्लैम के बाद सबसे ज्यादा पुरस्कार राशि और रैंकिंग अंक मिलते हैं। इस टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे सफल खिलाड़ी मार्टिना नवरातिलोवा रही हैं, जिन्होंने 8 सिंगल्स और 13 डबल्स खिताब अपने नाम किए हैं। इस साल दो ग्रुप स्टेफी ग्राफ और सेरेना विलियम्स ग्रुप है
इस साल स्टेफी ग्राफ और सेरेना विलियम्स दो ग्रुप हैं। स्टेफी ग्राफ ग्रुप में आर्यना सबालेंका, कोको गॉफ, जेसिका पेगुला,जैस्मिन पाओलीनी हैं। जबकि सेरेना विलियम्स ग्रुप में इगा स्वियातेक, अमांडा एनिसिमोवा, एलेना रायबाकिना और मैडिसन कीज शामिल हैं। _____________________ स्पोर्ट्स की यह खबर भी पढ़ें… भारत के डी गुकेश FIDE चेस वर्ल्ड कप से बाहर:2 साल बाद घर में खेल रहे थे; हरिकृष्णा और प्रणव राउंड 32 में पहुंचे वर्ल्ड चैंपियन डी गुकेश गोवा में चल रहे फीडे चेस वर्ल्ड कप से बाहर हो गए हैं। वे पिछले साल वर्ल्ड चैंपियनशिप जीतने के बाद पहली बार घरेलू दर्शकों के सामने खेल रहे थे। 19 साल के गुकेश जर्मनी के ग्रैंड मास्टर फ्रेडरिक स्वान ने 0.5-1.5 से हराया। मैच हारने के बाद गुकेश ने स्वान से हाथ मिलाया और उठकर चले गए। पूरी खबर

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