किशनगंज जिला प्रशासन ने ‘वंदे मातरम’ के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में समाहरणालय परिसर में एक कार्यक्रम आयोजित किया। इस अवसर पर मतदाता जागरूकता अभियान (SVEEP) के तहत एक विशेष वाहन को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। जिला पदाधिकारी विशाल राज सहित अन्य अधिकारियों ने गुब्बारे उड़ाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। ‘वंदे मातरम’ राष्ट्रगीत की रचना बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय ने 1875 में की थी और यह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का एक महत्वपूर्ण प्रतीक बन गया। इसकी 150वीं वर्षगांठ मनाने का मुख्य उद्देश्य युवा पीढ़ी में देशभक्ति की भावना को जागृत करना है। जिला पदाधिकारी विशाल राज ने अपने संबोधन में कहा कि यह वर्षगांठ हमें राष्ट्रप्रेम की याद दिलाती है और यह गीत आज भी हमें एकजुट रखता है। कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मतदाता जागरूकता अभियान (SVEEP) को समर्पित था। लोकतंत्र को मजबूत करने के उद्देश्य से, जिला पदाधिकारी विशाल राज, डीडीसी और एसडीओ सहित अन्य अधिकारियों ने समाहरणालय परिसर से मतदान जागरूकता वाहन को हरी झंडी दिखाई। यह वाहन जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में जाकर लोगों को आगामी चुनावों में मतदान के महत्व के प्रति जागरूक करेगा। इस विशेष वाहन पर आकर्षक पोस्टर, बैनर और ऑडियो-वीडियो संदेश लगाए गए हैं, जिनके माध्यम से ‘हर वोट मायने रखता है’ का संदेश प्रसारित किया जाएगा। इन संदेशों में मतदान को लोकतंत्र का आधार बताते हुए लोगों से 100 प्रतिशत मतदान की अपील की गई है। SVEEP के तहत स्कूलों, कॉलेजों और पंचायत स्तर पर भी जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। जिला पदाधिकारी ने कहा कि SVEEP अभियान लोकतंत्र को मजबूत बनाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि ‘वंदे मातरम’ की वर्षगांठ और मतदाता जागरूकता अभियान दोनों मिलकर जनता में उत्साह और जागरूकता लाएंगे। कार्यक्रम में डीडीसी, एसडीओ, बीडीओ, सीओ सहित कई जिला स्तरीय अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे। बच्चों और युवाओं की भागीदारी ने आयोजन को और जीवंत बना दिया। जिला प्रशासन ने बताया कि ऐसे कार्यक्रम जिले भर में आयोजित किए जाएंगे। यह आयोजन न केवल ऐतिहासिक महत्व रखता है, बल्कि वर्तमान में लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने की दिशा में एक कदम है। किशनगंज जिला प्रशासन की यह पहल सराहनीय है, जो राष्ट्रभक्ति और नागरिक कर्तव्यों को जोड़ती है। किशनगंज जिला प्रशासन ने ‘वंदे मातरम’ के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में समाहरणालय परिसर में एक कार्यक्रम आयोजित किया। इस अवसर पर मतदाता जागरूकता अभियान (SVEEP) के तहत एक विशेष वाहन को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। जिला पदाधिकारी विशाल राज सहित अन्य अधिकारियों ने गुब्बारे उड़ाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। ‘वंदे मातरम’ राष्ट्रगीत की रचना बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय ने 1875 में की थी और यह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का एक महत्वपूर्ण प्रतीक बन गया। इसकी 150वीं वर्षगांठ मनाने का मुख्य उद्देश्य युवा पीढ़ी में देशभक्ति की भावना को जागृत करना है। जिला पदाधिकारी विशाल राज ने अपने संबोधन में कहा कि यह वर्षगांठ हमें राष्ट्रप्रेम की याद दिलाती है और यह गीत आज भी हमें एकजुट रखता है। कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मतदाता जागरूकता अभियान (SVEEP) को समर्पित था। लोकतंत्र को मजबूत करने के उद्देश्य से, जिला पदाधिकारी विशाल राज, डीडीसी और एसडीओ सहित अन्य अधिकारियों ने समाहरणालय परिसर से मतदान जागरूकता वाहन को हरी झंडी दिखाई। यह वाहन जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में जाकर लोगों को आगामी चुनावों में मतदान के महत्व के प्रति जागरूक करेगा। इस विशेष वाहन पर आकर्षक पोस्टर, बैनर और ऑडियो-वीडियो संदेश लगाए गए हैं, जिनके माध्यम से ‘हर वोट मायने रखता है’ का संदेश प्रसारित किया जाएगा। इन संदेशों में मतदान को लोकतंत्र का आधार बताते हुए लोगों से 100 प्रतिशत मतदान की अपील की गई है। SVEEP के तहत स्कूलों, कॉलेजों और पंचायत स्तर पर भी जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। जिला पदाधिकारी ने कहा कि SVEEP अभियान लोकतंत्र को मजबूत बनाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि ‘वंदे मातरम’ की वर्षगांठ और मतदाता जागरूकता अभियान दोनों मिलकर जनता में उत्साह और जागरूकता लाएंगे। कार्यक्रम में डीडीसी, एसडीओ, बीडीओ, सीओ सहित कई जिला स्तरीय अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे। बच्चों और युवाओं की भागीदारी ने आयोजन को और जीवंत बना दिया। जिला प्रशासन ने बताया कि ऐसे कार्यक्रम जिले भर में आयोजित किए जाएंगे। यह आयोजन न केवल ऐतिहासिक महत्व रखता है, बल्कि वर्तमान में लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने की दिशा में एक कदम है। किशनगंज जिला प्रशासन की यह पहल सराहनीय है, जो राष्ट्रभक्ति और नागरिक कर्तव्यों को जोड़ती है।


