मधुबनी शहर के पेड़ा चौक पर 112 नंबर की टीम में तैनात पुलिसकर्मियों पर एक युवक को पीटकर सड़क किनारे बेहोश फेंकने का गंभीर आरोप लगा है। युवक को अचेत अवस्था में देखकर स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए और उन्होंने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने युवक को पीटा और फिर उसे सड़क पर छोड़ दिया। पेड़ा चौक निवासी संतोष कुमार, शिव कुमार यादव और कमलेश कुमार ने बताया कि पुलिस की 112 नंबर लिखी गाड़ी द्वारा युवक को यहां फेंका गया था। इस घटना पर गहरा आक्रोश व्यक्त करते हुए स्थानीय लोगों ने कहा कि पुलिस का काम रक्षक का है, लेकिन यहां वह भक्षक की भूमिका में दिख रही है। उन्होंने 112 नंबर की टीम में शामिल कर्मियों के खिलाफ तत्काल जांच और कड़ी कार्रवाई की मांग की है। आक्रोशित भीड़ ने बेहोश मिले युवक की पहचान करने और उसे किस परिस्थिति में फेंका गया, इसकी भी जांच की मांग की। घटना के विरोध में झंझारपुर से मधुबनी जाने वाली मुख्य सड़क को पूरी तरह जाम कर दिया गया, जिससे यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ। मधुबनी शहर के पेड़ा चौक पर 112 नंबर की टीम में तैनात पुलिसकर्मियों पर एक युवक को पीटकर सड़क किनारे बेहोश फेंकने का गंभीर आरोप लगा है। युवक को अचेत अवस्था में देखकर स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए और उन्होंने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने युवक को पीटा और फिर उसे सड़क पर छोड़ दिया। पेड़ा चौक निवासी संतोष कुमार, शिव कुमार यादव और कमलेश कुमार ने बताया कि पुलिस की 112 नंबर लिखी गाड़ी द्वारा युवक को यहां फेंका गया था। इस घटना पर गहरा आक्रोश व्यक्त करते हुए स्थानीय लोगों ने कहा कि पुलिस का काम रक्षक का है, लेकिन यहां वह भक्षक की भूमिका में दिख रही है। उन्होंने 112 नंबर की टीम में शामिल कर्मियों के खिलाफ तत्काल जांच और कड़ी कार्रवाई की मांग की है। आक्रोशित भीड़ ने बेहोश मिले युवक की पहचान करने और उसे किस परिस्थिति में फेंका गया, इसकी भी जांच की मांग की। घटना के विरोध में झंझारपुर से मधुबनी जाने वाली मुख्य सड़क को पूरी तरह जाम कर दिया गया, जिससे यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ।


