मैं नेताओं का टेस्ट जानती हूं। वह ग्लैमर वाली लड़कियां चाहते हैं। कोई सिंगल तो कोई डबल एंजॉय करता है। कभी-कभी तो एक ही लड़की से दो-दो नेता लग जाते हैं। ऐसे नेता भी हैं, जो पैसा देकर भी सेक्स नहीं करते हैं। इसलिए हम लोग टेस्ट के हिसाब से लड़कियां भेजते हैं। आप तो कैंडिडेट्स सेट कीजिए हाई प्रोफाइल लड़कियों से ऐश कराने की जिम्मेदारी हमारी होगी। बिहार चुनाव में केंद्रीय नेतृत्व ने बड़ी जिम्मेदारी दी है, इससे काम आसान हो जाएगा। हर तरफ अपना जलवा है, हर पार्टी में अपने लोग हैं। इसलिए मेरी साइड से आप निश्चिंत रहिए, हमसे कोई सवाल नहीं कर सकता। पार्टी के विधायकों को भी पता है, लेकिन पूछने की हिम्मत किसी में नहीं। आप मुझे सामान्य लीडर मत समझिए, कई बड़े नेता हमारे संपर्क में हैं। भास्कर के कैमरे पर यह दावा करती बीजेपी लीडर फूल जोशी हैं, जो झारखंड में पार्टी की अनुसूचित जाति मोर्चा की प्रदेश मंत्री हैं। केंद्रीय नेतृत्व के आदेश पर वह बिहार विधानसभा चुनाव में ‘जय भाजपा, विजय भाजपा’ अभियान चला रही हैं। दैनिक भास्कर के ऑपरेशन डर्टी पॉलिटिक्स में फूल जोशी के साथ उनके नेटवर्क में शामिल नेता और लड़कियां एक्सपोज हुई हैं। ऑपरेशन डर्टी पॉलिटिक्स पार्टी- 1 में पढ़िए और देखिए लड़कियों की पूरी सप्लाई चेन…। HAM पार्टी के नेता के सेक्स स्कैंडल से मिला इनपुट BJP अनुसूचित जाति मोर्चा की मंत्री फूल जोशी तक भास्कर की टीम बिहार और झारखंड के बड़े नेटवर्क को खंगालने के बाद पहुंची। पहला इनपुट 10 जून 2025 को मिला, जब जीतनराम मांझी की HAM पार्टी के युवा मोर्चा के अध्यक्ष दिलीप पासवान और उसकी पत्नी किरन को मुजफ्फरपुर पुलिस ने सैक्स स्कैंडल में गिरफ्तार किया। पति-पत्नी का हाई प्रोफाइल सेक्स रैकेट का बड़ा नेटवर्क था। दैनिक भास्कर की टीम को HAM नेता दिलीप और उसकी पत्नी किरन से जुड़े कुछ अहम सुराग हाथ लगे। भास्कर रिपोर्टर के हाथ जो सबूत लगे, वह पुलिस की जांच में भी सामने आए। दोनों हाई प्रोफाइल लड़कियों की फोटो वॉट्सऐप पर वीआईपी लोगों को भेजते थे। बड़े-बड़े होटलों में लड़कियां भेजी जाती थी। इसमें नेता और बिजनेसमैन के साथ कई वीआईपी लोग शामिल थे। विधानसभा चुनाव में नेताओं को लड़कियां सप्लाई करने की प्लानिंग का भी पता चला। मुजफ्फरपुर से शुरू हुई भास्कर की इन्वेस्टिगेशन में पटना के गर्ल्स हॉस्टल्स का क्लू मिला। भाजपा नेता के लिए काम करती है गर्ल्स हॉस्टल की वॉर्डन मुजफ्फरपुर से इनपुट मिलने के बाद हमने गर्ल्स हॉस्टल्स को आइडेंटिफाई करना शुरू किया। पटना में 12 से अधिक गर्ल्स हॉस्टल की रेकी करने और आसपास के लोगों से इनपुट जुटाने के बाद 8 अक्टूबर तक हमने पटना के 4 गर्ल्स हॉस्टल को आईडेंटिफाई किया। AN कॉलेज के पास एक गर्ल्स हॉस्टल का कनेक्शन झारखंड से मिला। यहां धनबाद की रहने वाली मिस्टी वॉर्डन है, जो भाजपा की महिला नेता फूल जोशी के नेटवर्क की बड़ी कड़ी है। पड़ताल के दौरान मिस्टी का कनेक्शन स्पा सेंटर से मिला। स्पा सेंटर से मिस्टी तक पहुंचा रिपोर्टर भास्कर की इन्वेस्टिगेशन में पता चला कि मिस्टी का कनेक्शन पटना के कई स्पा सेंटर में लड़कियां सप्लाई करने वालों के साथ है। काफी छानबीन के बाद हम टीम पाटलिपुत्रा थाना क्षेत्र में स्पा सेंटर चलाने वाले राहुल तक पहुंचे। राहुल ऑन डिमांड मिस्टी से लड़कियां मंगाता था। भास्कर रिपोर्टर स्पा सेंटर खोलने के लिए एजेंट बनकर राहुल से मिले। राहुल शुरू में टालता रहा, लेकिन 10 से अधिक मुलाकातों के बाद वो मान गया। लड़कियों के लिए राहुल ने उसी मिस्टी का नंबर दिया जिसकी हमें तलाश थी। राहुल ने कॉल कर मिस्टी से हमारी डील कराई, इसके बाद हम मिस्टी के प्लान पर काम करने लगे। राहुल ने बताया कनेक्शन। राहुल – मैं लड़की का नंबर दे देता हूं, आप बात कर लेना। रिपोर्टर – बात कर लेगी ना, कोई दिक्कत? राहुल – मैं बोल दूंगा, वह मैनेज कर देगी। रिपोर्टर – उसका नेटवर्क है? राहुल – झारखंड के कई बड़े सप्लायर से उसकी सेटिंग है, वह काम करा देगी। रिपोर्टर – वह खुद काम नहीं करती है क्या? राहुल – उससे मिलिए तो वह पूरी खान तक पहुंचा देगी। अब तक पड़ताल में यह साफ हो चुका था कि लड़कियों की सप्लाई में मिस्टी बड़ी कड़ी है। वह पटना के स्पा सेंटर्स के साथ मिलकर नेता और वीआईपी लोगों को लड़कियां सप्लाई कर रही है। राहुल के जरिए हमने मिस्टी से मिलना शुरू किया। इस नेटवर्क को एक्सपोज करने के लिए रिपोर्टर को एजेंट बनकर मिस्टी से चुनाव में नेताओं को लड़की सप्लाई की डील करनी पड़ी। मिस्टी से रिपोर्टर की 6 बार मुलाकात हुई। पढ़िए रिपोर्टर से मिस्टी की लड़कियों को लेकर पूरी डील..। रिपोर्टर – आपका नेटवर्क काफी एक्टिव है, राहुल ने बोला है, आप मदद कर सकती हैं। मिस्टी – बताइए क्या काम है?रिपोर्टर – नेता के साथ काम करना है, आप काम की हैं या नहीं? मिस्टी – हम तो काम करते ही हैं। घर से छिपकर यह पूरा काम करते हैं। रिपोर्टर – पटना में आप अकेले रहती हैं क्या? रिपोर्टर – नहीं बहुत लड़कियां हैं, मैं यहां हॉस्टल की वॉर्डन हूं। मिस्टी – मेरे पास छत्तीसगढ़, एमपी, बिहार, झारखंड और पटना लोकल की लड़कियां हैं, व्यवस्था कर दूंगी। रिपोर्टर – ऑफर बड़ा है, समझ गईं ना, बड़ी संख्या में लड़कियां चाहिए। मिस्टी – अब तो छांटना पड़ेगा, आपको सब मिल जाएगा। रिपोर्टर – पैसा कितना लगेगा? लड़कियों का रेट क्या होगा? मिस्टी – मैं बात करके बता दूंगी, मैं धनबाद की हूं, वहीं का नेटवर्क बड़ा है। रिपोर्टर – वहां से लड़कियां यहां आती हैं क्या? मिस्टी – यहां झारखंड का पूरा नेटवर्क है। जितना अड्डा है, वहां 99% झारखंड के नेटवर्क से लड़कियां आती हैं। रिपोर्टर – झारखंड में इतना बड़ा नेटवर्क कौन चलाता होगा? मिस्टी – हैं, वहां की पॉलिटिक्स में एक्टिव हैं, वहीं पूरा नेटवर्क चलाती हैं। रिपोर्टर – सेटिंग कीजिए, झारखंड से ही लड़कियों की डील करा दीजिए। बड़ी डील कराने से पहले मिस्टी ने बताया पैकेज लड़कियों की बड़ी सप्लायर तक पहुंचाने से पहले मिस्टी ने दोबारा रिपोर्टर से डील की। मिस्टी ने लड़कियों की फोटो दिखाई और फिर पैकेज पर पूरी बात की। इस डील में वह रिपोर्टर का बजट और नेताओं में पकड़ जानना चाहती थी। मिस्टी ने भाजपा और कांग्रेस की महिला नेताओं का खुलासा किया, जो लड़कियों की सप्लाई कर रही हैं। मिस्टी – फोटो दिखाते हुए, यह पसंद है, थोड़ी सी सांवली है, लेकिन खुश कर देगी। रिपोर्टर – देखिए, इलेक्शन का काम है, इसमें आप अच्छा समझ के ही दीजिए। मिस्टी – देखिए, सारा फोटो देखिए, सब एक से बढ़कर एक हैं। रिपोर्टर – इनका बजट क्या होता है? मिस्टी – 10 दिन का पैकेज होगा, एक दिन का 5 से 10 हजार देना होगा। रिपोर्टर – रेट कैसे तय होता है? मिस्टी – लड़की देखकर पैसा तय होता है, जैसी अदा वैसा पैसा। डे और नाइट का अलग-अलग रेट होता है। रिपोर्टर – देखिए, एक्सपीरियंस वाला चाहिए।मिस्टी – हम जो भी देंगे, एक्सपीरियंस वाला ही देंगे, ताकि अच्छे से हर किसी को खुश कर सके। रिपोर्टर – फोटो वाली लड़कियां नेताओं के पास गई हैं या नहीं? मिस्टी – हां-हां, गई हैं ना, माही है यहां से लेकर भुवनेश्वर तक गई है। रिपोर्टर – तब ठीक है, इसके अलावा भी कुछ है क्या? मिस्टी – झारखंड में एक दीदी हैं जो भाजपा जुड़ी हुई हैं, दो दीदी हैं जो कांग्रेस से जुड़ी हैं। वह बड़ा काम करती हैं। रिपोर्टर – धनबाद में कुछ है क्या? मिस्टी – हां, धनबाद में बहुत है-विकास है, गुड़िया है, अब उनके ऊपर निर्भर करेगा, लेकिन मैं काम करा दूंगी। रिपोर्टर – लड़कियां नेताओं के लिए हैं ना? मिस्टी – हां-हां, मैं काम कराई हूं, उन लोगों से अच्छा से काम किया था। रिपोर्टर – आपकी नेता दीदी का काम कैसा है? मिस्टी – भाजपा और कांग्रेस वाली दीदी सब अच्छा से काम कराती हैं। वह हर कास्ट की लड़कियां रखती हैं। दिल्ली की चलेगी क्या। रिपोर्टर – हां, चल जाएगी। मिस्टी – देखते हैं, धनबाद से होता है तो ठीक है, नहीं तो दिल्ली से करवा दूंगी। हमें अमाउंट बता दीजिए, लड़कियों को तय करना होगा। रिपोर्टर – ठीक है, एक साथ सभी लोग बैठकर बात कर लेंगे। मिस्टी – मेरी शादी नहीं हुई है, लेकिन पटना में शादीशुदा की तरह रहना पड़ता है। डील के लिए साथ धनबाद ले गई मिस्टी अब तक रिपोर्टर पर मिस्टी को पूरा भरोसा हो गया था। वह लड़कियों की सप्लाई के लिए साथ काम करने को तैयार हो गई थी। पूरा सेटअप तैयार करने और लड़कियों की सेटिंग के लिए उसने रिपोर्टर को धनबाद चलने के लिए कहा। रिपोर्टर से ही ट्रेन की टिकट कराई, किसी तरह का शक नहीं हो इसलिए रिपोर्टर को साथ लेकर गई। धनबाद में मिस्टी ने जिस महिला को बड़े नेटवर्क वाली सप्लायर बताकर मिलाया वह झारखंड भाजपा की बड़ी लीडर निकली। मिस्टी ने झारखंड के धनबाद में एक रेस्टोरेंट में भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा की प्रदेश मंत्री फूल जोशी से हमारी मुलाकात कराई। फूल जोशी ने दावा किया कि वह बिहार विधानसभा चुनाव में कैंपेन करेंगी। भाजपा की केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें बिहार चुनाव में बड़ी जिम्मेदारी दी है। मिस्टी ने प्लान समझाया तो फूल जोशी लड़कियों की व्यवस्था करने में जुट गईं। थोड़ी ही देर में उन्होंने बिहार, झारखंड ही नहीं देश के अन्य कई राज्यों से लेकर नेपाल तक की लड़कियों को खंगाल लिया। फूल जोशी ने दावा किया कि वह चुनाव में बाढ़ में एनडीए कैंडिडेट के साथ रहेंगी। रिपोर्टर से भाजपा लीडर फूल जोशी की पूरी डील..। फूल – आप लोग प्रोफेशनल हैं, या किसी के लिए काम कर रहे हैं। रिपोर्टर – हम चुनाव के लिए काम कर रहे हैं, 2020 में भी अपना काम हुआ था। फूल – हम बीजेपी के प्रदेश मंत्री हैं, हमे बाढ़ में कैंपेन की जिम्मेदारी मिली है। रिपोर्टर – आप बिहार में रहिएगा तो काम आसान होगा। फूल – बाढ़ में रहेंगे, सब करा देंगे। लड़कियों की सेफ्टी और पेमेंट की कंडीशन तय कर लीजिए। रिपोर्टर – आपने पार्टी के लिए प्रोवाइड कराई हैं कि नहीं? फूल – मैं अपनी पार्टी के लिए नहीं कराई हूं। रिपोर्टर – हमें ऐसी लड़की चाहिए जो नेताओं को पसंद आएं। फूल – हां, एक से बढ़कर एक होंगी। कैसे ले जाइएगा, 2 दिन के लिए या लंबे समय के लिए। रिपोर्टर – सिस्टम क्या है, आप तो ज्यादा जानती होंगी। फूल – देखिए, आप 2 से 4 लड़की ले जाएंगे या और ज्यादा चाहिए। रिपोर्टर – हमें अधिक चाहिए। आपको तो सब पता होगा, बड़े पद पर ऐसे नहीं पहुंची हैं। फूल – कोई भी घर छोड़कर जाएगा तो उसे उस हिसाब से पैसा चाहिए। रिपोर्टर – हमें तो पूरी तरह से प्रोफेशनल ही चाहिए। फूल जोशी बोली – कई राज्यों में भेजती है लड़कियां भाजपा नेता फूल जोशी ने दावा किया, वह झारखंड बिहार ही नहीं कई राज्यों में लड़कियां भेजती हैं। जैसा पैसा मिलता है, वैसी लड़कियां भेजी जाती हैं। रिपोर्टर – कहां, कहां भेजती हैं लड़कियां? फूल – कई राज्यों में भेजती हूं, जयपुर तक भेजी है। स्पेशल डिमांड थी। रिपोर्टर – कैसी स्पेशल लड़कियां। फूल – सुंदर सेक्सी वाली, यही नेताओं को भी चाहिए होती है। ऐसी ही डिमांड देवघर में बालू माफिया की थी। रिपोर्टर – कहां से आई थीं लड़कियां। फूल – सब अपने नेटवर्क होती हैं, पैसे से मतलब है। मैंने बोल दिया, अच्छा पैसा मिलेगा तो चली गईं। एक नेता के लिए एक टाइम पर 22- लड़कियों का अरेजमेंट डील के दौरान रिपोर्टर के सामने ही मिस्टी और फूल की बातचीत ने चौंका दिया। दोनों ने एक नेता के लिए एक साथ एक समय पर 2-2 लड़कियों को भेजी हैं। इतना ही नहीं एक लड़की के साथ 2-2 नेताओं को भी भेज देती हैं। देखिए नेताओं के क्या-क्या शौक हैं। मिस्टी – दीदी एक नेता के लिए दो लड़की तैयार हो जाएगी ना। फूल – हां-यार, तैयार हो जाएगी, क्यों नहीं होगी। पेमेंट क्या देंगे ये मायने रखता है। मिस्टी – जिसने बाहर काम किया है, वह सब संभाल लेगी। हमने भी काम किया है, मुझे पता है। फूल – दो-तीन लेकर चले जाइए, पहले काम कराकर देख लीजिए। अच्छा हुआ तो और लड़की देंगे। रिपोर्टर – नेता लोग ऐसा ही चाहते हैं क्या। फूल – हां, यही तो होता है। आप पहले 6 से 7 लड़कियां ले जाइए, फिर चुनाव में जितनी चाहिएगा उतनी देंगे। रिपोर्टर – अभी शुरुआत ही हम 50 से करना चाहते हैं। फूल – देखिए, आप दोनों नए हैं, ना हम आपको जानते हैं और ना आप हमें जानते हैं। पहले थोड़ा विश्वास बढ़ जाए। मिस्टी बोली हॉस्टल से नेताओं के पास जाएंगीं लड़कियां फूल जोशी से मिस्टी ने कहा, लड़कियां पटना में गर्ल्स हॉस्टल में मैं रखवा दूंगी। सेफ्टी की तो चिंता ही नहीं है। सब सुरक्षित मेरी निगरानी में रहेंगी। रिपोर्टर ने जब लड़कियों से बात कराने को कहा तो फूल जोशी और मिस्टी ने 12 से ज्यादा लड़कियों से वीडियो कॉल पर बात करा दी। दोनों ने बात कराते हुए उनसे यह भी सवाल किया कि नेताओं को खुश करने के लिए जाना है, कैसे काम करोगी बता दो। लड़कियों ने अपना एक्सपीरियंस और काम करने का तरीका भी वीडियो कॉल पर बताया। फूल जोशी ने झारखंड, यूपी, एमपी, दिल्ली, छत्तीसगढ़ और नेपाल की लड़कियों से वीडियो कॉल पर बात कराई। दोनों ने दो से ढाई घंटे का समय मांगा और कहा आपकी चॉइस की लड़कियों को साथ भेज देंगे। इस दौरान मिस्टी और फूल जोशी ने मोबाइल पर 70 से अधिक लड़कियों की फोटो उनकी प्रोफाइल के साथ दिखाई। बाद में दोनों मिलकर लड़कियों की फोटो भी प्रोफाइल के साथ हमे मोबाइल पर वॉट्सऐप किया। विधायक जानता है, पूछने की हिम्मत नहीं होती फूल जोशी ने ये स्वीकार किया कि वह लड़कियों की सप्लाई करती है, इसकी जानकारी पार्टी के कई लोगों को है। यहां तक की उसने विधायक के बारे में कहा, वह जानते हैं लेकिन कभी पूछ नहीं पाए। पूछने की हिम्मत नहीं होती है। मुझसे सवाल पूछने की हिम्मत कोई नहीं करता है। फूल ने बताया, इतने बड़े-बड़े नेताओं से संपर्क है, अपनी छवि भी तो बचानी रहती है। इसलिए बड़ा अलर्ट होकर सारा काम किया जाता है। रिपोर्टर – आप पॉलिटिक्स में हैं, आपको तो नेताओं के लिए व्यवस्था करनी पड़ती होगी। फूल – सब सीक्रेट होता है, सबको पता भी नहीं। विधायक को पता चला, लेकिन पूछने की हिम्मत नहीं हुई। रिपोर्टर – आपके बारे में विधायक को पता है? फूल – हां, बिहार के भी कई नेताओं से अच्छा संबंध है, नेताओं से मुलाकात होती है तो बिहार बुलाते हैं। रिपोर्टर – आपको पार्टी में लड़कियां देनी पड़ती होंगी, आप इतने बड़े पद पर ऐसे नहीं पहुंची होंगी। फूल – नहीं मैं पार्टी में नहीं देती हूं, बाहर के लिए सब काम होता है। बहुत वीआईपी लोग है, डिमांड करते हैं। रिपोर्ट – पैकेज क्या होता है, हमारा सिस्टम क्या होगा? फूल – पैकेज वाला लीजिएगा, 10 दिनों का पैकेज ले लीजिए। दो तरह से काम होता है, आप जैसा चाहिए। रिपोर्टर – बता दीजिए, हम तैयार रहेंगे। फूल – रेट और लड़कियों के एक्सपीरियंस के साथ डे व नाइट का अलग-अलग पैकेज होता है। रिपोर्टर – लड़कियां कहां धनबाद से जाएंगी? फूल – वहां के लोग लोकल नहीं मांगते हैं। धनबाद से लेकर कई शहरों से भेजा जाता है। रिपोर्टर – झारखंड पूरा बिहार संभालता है, 99 प्रतिशत धनबाद का एजेंट सप्लाई देता है। ऑपरेशन डर्टी पॉलिटिक्स के पार्ट-2 में कल देखिए विदेशों से कैसे मंगाई जाती हैं लड़कियां और कैसे चलता है एजेंट्स का पूरा नेटवर्क…. मैं नेताओं का टेस्ट जानती हूं। वह ग्लैमर वाली लड़कियां चाहते हैं। कोई सिंगल तो कोई डबल एंजॉय करता है। कभी-कभी तो एक ही लड़की से दो-दो नेता लग जाते हैं। ऐसे नेता भी हैं, जो पैसा देकर भी सेक्स नहीं करते हैं। इसलिए हम लोग टेस्ट के हिसाब से लड़कियां भेजते हैं। आप तो कैंडिडेट्स सेट कीजिए हाई प्रोफाइल लड़कियों से ऐश कराने की जिम्मेदारी हमारी होगी। बिहार चुनाव में केंद्रीय नेतृत्व ने बड़ी जिम्मेदारी दी है, इससे काम आसान हो जाएगा। हर तरफ अपना जलवा है, हर पार्टी में अपने लोग हैं। इसलिए मेरी साइड से आप निश्चिंत रहिए, हमसे कोई सवाल नहीं कर सकता। पार्टी के विधायकों को भी पता है, लेकिन पूछने की हिम्मत किसी में नहीं। आप मुझे सामान्य लीडर मत समझिए, कई बड़े नेता हमारे संपर्क में हैं। भास्कर के कैमरे पर यह दावा करती बीजेपी लीडर फूल जोशी हैं, जो झारखंड में पार्टी की अनुसूचित जाति मोर्चा की प्रदेश मंत्री हैं। केंद्रीय नेतृत्व के आदेश पर वह बिहार विधानसभा चुनाव में ‘जय भाजपा, विजय भाजपा’ अभियान चला रही हैं। दैनिक भास्कर के ऑपरेशन डर्टी पॉलिटिक्स में फूल जोशी के साथ उनके नेटवर्क में शामिल नेता और लड़कियां एक्सपोज हुई हैं। ऑपरेशन डर्टी पॉलिटिक्स पार्टी- 1 में पढ़िए और देखिए लड़कियों की पूरी सप्लाई चेन…। HAM पार्टी के नेता के सेक्स स्कैंडल से मिला इनपुट BJP अनुसूचित जाति मोर्चा की मंत्री फूल जोशी तक भास्कर की टीम बिहार और झारखंड के बड़े नेटवर्क को खंगालने के बाद पहुंची। पहला इनपुट 10 जून 2025 को मिला, जब जीतनराम मांझी की HAM पार्टी के युवा मोर्चा के अध्यक्ष दिलीप पासवान और उसकी पत्नी किरन को मुजफ्फरपुर पुलिस ने सैक्स स्कैंडल में गिरफ्तार किया। पति-पत्नी का हाई प्रोफाइल सेक्स रैकेट का बड़ा नेटवर्क था। दैनिक भास्कर की टीम को HAM नेता दिलीप और उसकी पत्नी किरन से जुड़े कुछ अहम सुराग हाथ लगे। भास्कर रिपोर्टर के हाथ जो सबूत लगे, वह पुलिस की जांच में भी सामने आए। दोनों हाई प्रोफाइल लड़कियों की फोटो वॉट्सऐप पर वीआईपी लोगों को भेजते थे। बड़े-बड़े होटलों में लड़कियां भेजी जाती थी। इसमें नेता और बिजनेसमैन के साथ कई वीआईपी लोग शामिल थे। विधानसभा चुनाव में नेताओं को लड़कियां सप्लाई करने की प्लानिंग का भी पता चला। मुजफ्फरपुर से शुरू हुई भास्कर की इन्वेस्टिगेशन में पटना के गर्ल्स हॉस्टल्स का क्लू मिला। भाजपा नेता के लिए काम करती है गर्ल्स हॉस्टल की वॉर्डन मुजफ्फरपुर से इनपुट मिलने के बाद हमने गर्ल्स हॉस्टल्स को आइडेंटिफाई करना शुरू किया। पटना में 12 से अधिक गर्ल्स हॉस्टल की रेकी करने और आसपास के लोगों से इनपुट जुटाने के बाद 8 अक्टूबर तक हमने पटना के 4 गर्ल्स हॉस्टल को आईडेंटिफाई किया। AN कॉलेज के पास एक गर्ल्स हॉस्टल का कनेक्शन झारखंड से मिला। यहां धनबाद की रहने वाली मिस्टी वॉर्डन है, जो भाजपा की महिला नेता फूल जोशी के नेटवर्क की बड़ी कड़ी है। पड़ताल के दौरान मिस्टी का कनेक्शन स्पा सेंटर से मिला। स्पा सेंटर से मिस्टी तक पहुंचा रिपोर्टर भास्कर की इन्वेस्टिगेशन में पता चला कि मिस्टी का कनेक्शन पटना के कई स्पा सेंटर में लड़कियां सप्लाई करने वालों के साथ है। काफी छानबीन के बाद हम टीम पाटलिपुत्रा थाना क्षेत्र में स्पा सेंटर चलाने वाले राहुल तक पहुंचे। राहुल ऑन डिमांड मिस्टी से लड़कियां मंगाता था। भास्कर रिपोर्टर स्पा सेंटर खोलने के लिए एजेंट बनकर राहुल से मिले। राहुल शुरू में टालता रहा, लेकिन 10 से अधिक मुलाकातों के बाद वो मान गया। लड़कियों के लिए राहुल ने उसी मिस्टी का नंबर दिया जिसकी हमें तलाश थी। राहुल ने कॉल कर मिस्टी से हमारी डील कराई, इसके बाद हम मिस्टी के प्लान पर काम करने लगे। राहुल ने बताया कनेक्शन। राहुल – मैं लड़की का नंबर दे देता हूं, आप बात कर लेना। रिपोर्टर – बात कर लेगी ना, कोई दिक्कत? राहुल – मैं बोल दूंगा, वह मैनेज कर देगी। रिपोर्टर – उसका नेटवर्क है? राहुल – झारखंड के कई बड़े सप्लायर से उसकी सेटिंग है, वह काम करा देगी। रिपोर्टर – वह खुद काम नहीं करती है क्या? राहुल – उससे मिलिए तो वह पूरी खान तक पहुंचा देगी। अब तक पड़ताल में यह साफ हो चुका था कि लड़कियों की सप्लाई में मिस्टी बड़ी कड़ी है। वह पटना के स्पा सेंटर्स के साथ मिलकर नेता और वीआईपी लोगों को लड़कियां सप्लाई कर रही है। राहुल के जरिए हमने मिस्टी से मिलना शुरू किया। इस नेटवर्क को एक्सपोज करने के लिए रिपोर्टर को एजेंट बनकर मिस्टी से चुनाव में नेताओं को लड़की सप्लाई की डील करनी पड़ी। मिस्टी से रिपोर्टर की 6 बार मुलाकात हुई। पढ़िए रिपोर्टर से मिस्टी की लड़कियों को लेकर पूरी डील..। रिपोर्टर – आपका नेटवर्क काफी एक्टिव है, राहुल ने बोला है, आप मदद कर सकती हैं। मिस्टी – बताइए क्या काम है?रिपोर्टर – नेता के साथ काम करना है, आप काम की हैं या नहीं? मिस्टी – हम तो काम करते ही हैं। घर से छिपकर यह पूरा काम करते हैं। रिपोर्टर – पटना में आप अकेले रहती हैं क्या? रिपोर्टर – नहीं बहुत लड़कियां हैं, मैं यहां हॉस्टल की वॉर्डन हूं। मिस्टी – मेरे पास छत्तीसगढ़, एमपी, बिहार, झारखंड और पटना लोकल की लड़कियां हैं, व्यवस्था कर दूंगी। रिपोर्टर – ऑफर बड़ा है, समझ गईं ना, बड़ी संख्या में लड़कियां चाहिए। मिस्टी – अब तो छांटना पड़ेगा, आपको सब मिल जाएगा। रिपोर्टर – पैसा कितना लगेगा? लड़कियों का रेट क्या होगा? मिस्टी – मैं बात करके बता दूंगी, मैं धनबाद की हूं, वहीं का नेटवर्क बड़ा है। रिपोर्टर – वहां से लड़कियां यहां आती हैं क्या? मिस्टी – यहां झारखंड का पूरा नेटवर्क है। जितना अड्डा है, वहां 99% झारखंड के नेटवर्क से लड़कियां आती हैं। रिपोर्टर – झारखंड में इतना बड़ा नेटवर्क कौन चलाता होगा? मिस्टी – हैं, वहां की पॉलिटिक्स में एक्टिव हैं, वहीं पूरा नेटवर्क चलाती हैं। रिपोर्टर – सेटिंग कीजिए, झारखंड से ही लड़कियों की डील करा दीजिए। बड़ी डील कराने से पहले मिस्टी ने बताया पैकेज लड़कियों की बड़ी सप्लायर तक पहुंचाने से पहले मिस्टी ने दोबारा रिपोर्टर से डील की। मिस्टी ने लड़कियों की फोटो दिखाई और फिर पैकेज पर पूरी बात की। इस डील में वह रिपोर्टर का बजट और नेताओं में पकड़ जानना चाहती थी। मिस्टी ने भाजपा और कांग्रेस की महिला नेताओं का खुलासा किया, जो लड़कियों की सप्लाई कर रही हैं। मिस्टी – फोटो दिखाते हुए, यह पसंद है, थोड़ी सी सांवली है, लेकिन खुश कर देगी। रिपोर्टर – देखिए, इलेक्शन का काम है, इसमें आप अच्छा समझ के ही दीजिए। मिस्टी – देखिए, सारा फोटो देखिए, सब एक से बढ़कर एक हैं। रिपोर्टर – इनका बजट क्या होता है? मिस्टी – 10 दिन का पैकेज होगा, एक दिन का 5 से 10 हजार देना होगा। रिपोर्टर – रेट कैसे तय होता है? मिस्टी – लड़की देखकर पैसा तय होता है, जैसी अदा वैसा पैसा। डे और नाइट का अलग-अलग रेट होता है। रिपोर्टर – देखिए, एक्सपीरियंस वाला चाहिए।मिस्टी – हम जो भी देंगे, एक्सपीरियंस वाला ही देंगे, ताकि अच्छे से हर किसी को खुश कर सके। रिपोर्टर – फोटो वाली लड़कियां नेताओं के पास गई हैं या नहीं? मिस्टी – हां-हां, गई हैं ना, माही है यहां से लेकर भुवनेश्वर तक गई है। रिपोर्टर – तब ठीक है, इसके अलावा भी कुछ है क्या? मिस्टी – झारखंड में एक दीदी हैं जो भाजपा जुड़ी हुई हैं, दो दीदी हैं जो कांग्रेस से जुड़ी हैं। वह बड़ा काम करती हैं। रिपोर्टर – धनबाद में कुछ है क्या? मिस्टी – हां, धनबाद में बहुत है-विकास है, गुड़िया है, अब उनके ऊपर निर्भर करेगा, लेकिन मैं काम करा दूंगी। रिपोर्टर – लड़कियां नेताओं के लिए हैं ना? मिस्टी – हां-हां, मैं काम कराई हूं, उन लोगों से अच्छा से काम किया था। रिपोर्टर – आपकी नेता दीदी का काम कैसा है? मिस्टी – भाजपा और कांग्रेस वाली दीदी सब अच्छा से काम कराती हैं। वह हर कास्ट की लड़कियां रखती हैं। दिल्ली की चलेगी क्या। रिपोर्टर – हां, चल जाएगी। मिस्टी – देखते हैं, धनबाद से होता है तो ठीक है, नहीं तो दिल्ली से करवा दूंगी। हमें अमाउंट बता दीजिए, लड़कियों को तय करना होगा। रिपोर्टर – ठीक है, एक साथ सभी लोग बैठकर बात कर लेंगे। मिस्टी – मेरी शादी नहीं हुई है, लेकिन पटना में शादीशुदा की तरह रहना पड़ता है। डील के लिए साथ धनबाद ले गई मिस्टी अब तक रिपोर्टर पर मिस्टी को पूरा भरोसा हो गया था। वह लड़कियों की सप्लाई के लिए साथ काम करने को तैयार हो गई थी। पूरा सेटअप तैयार करने और लड़कियों की सेटिंग के लिए उसने रिपोर्टर को धनबाद चलने के लिए कहा। रिपोर्टर से ही ट्रेन की टिकट कराई, किसी तरह का शक नहीं हो इसलिए रिपोर्टर को साथ लेकर गई। धनबाद में मिस्टी ने जिस महिला को बड़े नेटवर्क वाली सप्लायर बताकर मिलाया वह झारखंड भाजपा की बड़ी लीडर निकली। मिस्टी ने झारखंड के धनबाद में एक रेस्टोरेंट में भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा की प्रदेश मंत्री फूल जोशी से हमारी मुलाकात कराई। फूल जोशी ने दावा किया कि वह बिहार विधानसभा चुनाव में कैंपेन करेंगी। भाजपा की केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें बिहार चुनाव में बड़ी जिम्मेदारी दी है। मिस्टी ने प्लान समझाया तो फूल जोशी लड़कियों की व्यवस्था करने में जुट गईं। थोड़ी ही देर में उन्होंने बिहार, झारखंड ही नहीं देश के अन्य कई राज्यों से लेकर नेपाल तक की लड़कियों को खंगाल लिया। फूल जोशी ने दावा किया कि वह चुनाव में बाढ़ में एनडीए कैंडिडेट के साथ रहेंगी। रिपोर्टर से भाजपा लीडर फूल जोशी की पूरी डील..। फूल – आप लोग प्रोफेशनल हैं, या किसी के लिए काम कर रहे हैं। रिपोर्टर – हम चुनाव के लिए काम कर रहे हैं, 2020 में भी अपना काम हुआ था। फूल – हम बीजेपी के प्रदेश मंत्री हैं, हमे बाढ़ में कैंपेन की जिम्मेदारी मिली है। रिपोर्टर – आप बिहार में रहिएगा तो काम आसान होगा। फूल – बाढ़ में रहेंगे, सब करा देंगे। लड़कियों की सेफ्टी और पेमेंट की कंडीशन तय कर लीजिए। रिपोर्टर – आपने पार्टी के लिए प्रोवाइड कराई हैं कि नहीं? फूल – मैं अपनी पार्टी के लिए नहीं कराई हूं। रिपोर्टर – हमें ऐसी लड़की चाहिए जो नेताओं को पसंद आएं। फूल – हां, एक से बढ़कर एक होंगी। कैसे ले जाइएगा, 2 दिन के लिए या लंबे समय के लिए। रिपोर्टर – सिस्टम क्या है, आप तो ज्यादा जानती होंगी। फूल – देखिए, आप 2 से 4 लड़की ले जाएंगे या और ज्यादा चाहिए। रिपोर्टर – हमें अधिक चाहिए। आपको तो सब पता होगा, बड़े पद पर ऐसे नहीं पहुंची हैं। फूल – कोई भी घर छोड़कर जाएगा तो उसे उस हिसाब से पैसा चाहिए। रिपोर्टर – हमें तो पूरी तरह से प्रोफेशनल ही चाहिए। फूल जोशी बोली – कई राज्यों में भेजती है लड़कियां भाजपा नेता फूल जोशी ने दावा किया, वह झारखंड बिहार ही नहीं कई राज्यों में लड़कियां भेजती हैं। जैसा पैसा मिलता है, वैसी लड़कियां भेजी जाती हैं। रिपोर्टर – कहां, कहां भेजती हैं लड़कियां? फूल – कई राज्यों में भेजती हूं, जयपुर तक भेजी है। स्पेशल डिमांड थी। रिपोर्टर – कैसी स्पेशल लड़कियां। फूल – सुंदर सेक्सी वाली, यही नेताओं को भी चाहिए होती है। ऐसी ही डिमांड देवघर में बालू माफिया की थी। रिपोर्टर – कहां से आई थीं लड़कियां। फूल – सब अपने नेटवर्क होती हैं, पैसे से मतलब है। मैंने बोल दिया, अच्छा पैसा मिलेगा तो चली गईं। एक नेता के लिए एक टाइम पर 22- लड़कियों का अरेजमेंट डील के दौरान रिपोर्टर के सामने ही मिस्टी और फूल की बातचीत ने चौंका दिया। दोनों ने एक नेता के लिए एक साथ एक समय पर 2-2 लड़कियों को भेजी हैं। इतना ही नहीं एक लड़की के साथ 2-2 नेताओं को भी भेज देती हैं। देखिए नेताओं के क्या-क्या शौक हैं। मिस्टी – दीदी एक नेता के लिए दो लड़की तैयार हो जाएगी ना। फूल – हां-यार, तैयार हो जाएगी, क्यों नहीं होगी। पेमेंट क्या देंगे ये मायने रखता है। मिस्टी – जिसने बाहर काम किया है, वह सब संभाल लेगी। हमने भी काम किया है, मुझे पता है। फूल – दो-तीन लेकर चले जाइए, पहले काम कराकर देख लीजिए। अच्छा हुआ तो और लड़की देंगे। रिपोर्टर – नेता लोग ऐसा ही चाहते हैं क्या। फूल – हां, यही तो होता है। आप पहले 6 से 7 लड़कियां ले जाइए, फिर चुनाव में जितनी चाहिएगा उतनी देंगे। रिपोर्टर – अभी शुरुआत ही हम 50 से करना चाहते हैं। फूल – देखिए, आप दोनों नए हैं, ना हम आपको जानते हैं और ना आप हमें जानते हैं। पहले थोड़ा विश्वास बढ़ जाए। मिस्टी बोली हॉस्टल से नेताओं के पास जाएंगीं लड़कियां फूल जोशी से मिस्टी ने कहा, लड़कियां पटना में गर्ल्स हॉस्टल में मैं रखवा दूंगी। सेफ्टी की तो चिंता ही नहीं है। सब सुरक्षित मेरी निगरानी में रहेंगी। रिपोर्टर ने जब लड़कियों से बात कराने को कहा तो फूल जोशी और मिस्टी ने 12 से ज्यादा लड़कियों से वीडियो कॉल पर बात करा दी। दोनों ने बात कराते हुए उनसे यह भी सवाल किया कि नेताओं को खुश करने के लिए जाना है, कैसे काम करोगी बता दो। लड़कियों ने अपना एक्सपीरियंस और काम करने का तरीका भी वीडियो कॉल पर बताया। फूल जोशी ने झारखंड, यूपी, एमपी, दिल्ली, छत्तीसगढ़ और नेपाल की लड़कियों से वीडियो कॉल पर बात कराई। दोनों ने दो से ढाई घंटे का समय मांगा और कहा आपकी चॉइस की लड़कियों को साथ भेज देंगे। इस दौरान मिस्टी और फूल जोशी ने मोबाइल पर 70 से अधिक लड़कियों की फोटो उनकी प्रोफाइल के साथ दिखाई। बाद में दोनों मिलकर लड़कियों की फोटो भी प्रोफाइल के साथ हमे मोबाइल पर वॉट्सऐप किया। विधायक जानता है, पूछने की हिम्मत नहीं होती फूल जोशी ने ये स्वीकार किया कि वह लड़कियों की सप्लाई करती है, इसकी जानकारी पार्टी के कई लोगों को है। यहां तक की उसने विधायक के बारे में कहा, वह जानते हैं लेकिन कभी पूछ नहीं पाए। पूछने की हिम्मत नहीं होती है। मुझसे सवाल पूछने की हिम्मत कोई नहीं करता है। फूल ने बताया, इतने बड़े-बड़े नेताओं से संपर्क है, अपनी छवि भी तो बचानी रहती है। इसलिए बड़ा अलर्ट होकर सारा काम किया जाता है। रिपोर्टर – आप पॉलिटिक्स में हैं, आपको तो नेताओं के लिए व्यवस्था करनी पड़ती होगी। फूल – सब सीक्रेट होता है, सबको पता भी नहीं। विधायक को पता चला, लेकिन पूछने की हिम्मत नहीं हुई। रिपोर्टर – आपके बारे में विधायक को पता है? फूल – हां, बिहार के भी कई नेताओं से अच्छा संबंध है, नेताओं से मुलाकात होती है तो बिहार बुलाते हैं। रिपोर्टर – आपको पार्टी में लड़कियां देनी पड़ती होंगी, आप इतने बड़े पद पर ऐसे नहीं पहुंची होंगी। फूल – नहीं मैं पार्टी में नहीं देती हूं, बाहर के लिए सब काम होता है। बहुत वीआईपी लोग है, डिमांड करते हैं। रिपोर्ट – पैकेज क्या होता है, हमारा सिस्टम क्या होगा? फूल – पैकेज वाला लीजिएगा, 10 दिनों का पैकेज ले लीजिए। दो तरह से काम होता है, आप जैसा चाहिए। रिपोर्टर – बता दीजिए, हम तैयार रहेंगे। फूल – रेट और लड़कियों के एक्सपीरियंस के साथ डे व नाइट का अलग-अलग पैकेज होता है। रिपोर्टर – लड़कियां कहां धनबाद से जाएंगी? फूल – वहां के लोग लोकल नहीं मांगते हैं। धनबाद से लेकर कई शहरों से भेजा जाता है। रिपोर्टर – झारखंड पूरा बिहार संभालता है, 99 प्रतिशत धनबाद का एजेंट सप्लाई देता है। ऑपरेशन डर्टी पॉलिटिक्स के पार्ट-2 में कल देखिए विदेशों से कैसे मंगाई जाती हैं लड़कियां और कैसे चलता है एजेंट्स का पूरा नेटवर्क….


