हिसार जिले के सोरखी गांव में किसानों की आपसी सहमति से बनी सिंचाई नाली को कुछ ग्रामीणों ने जबरन बंद कर दिया। आरोप है कि नाली निर्माण के समय एक युवक ने पिस्तौल दिखाकर किसानों को धमकाया था। पुलिस ने इस मामले में कई नामजद आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। छह महीने से चल रही थी नहरी नाली जानकारी के अनुसार, जोगिंद्र और भगत के खेतों से होकर गुजरने वाली यह नहरी नाली सभी किसानों की रजामंदी से बनाई गई थी। पिछले छह महीनों से यह नाली सुचारु रूप से चल रही थी और किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिल रहा था। लेकिन अब संदीप, मंदीप, राममेहर, जोगिंद्र, नरेश मोहन और नरेश उर्फ भग्गू ने मौके पर पहुंचकर नाली को बंद कर दिया। विरोध करने पर दी धमकी शिकायतकर्ताओं का कहना है कि जब उन्होंने इस बारे में बात करने की कोशिश की तो आरोपियों ने गाली-गलौज की और धमकियां दीं। इससे पहले, जब नाली का निर्माण किया जा रहा था, तब संदीप पुत्र राममेहर ने पिस्तौल दिखाकर किसानों को डराने का प्रयास किया था। उस समय यह मामला पुलिस चौकी सोरखी पहुंचा था, जहां दोनों पक्षों के बीच समझौता हुआ था कि नाली को लेकर कोई विवाद नहीं होगा। सिंचाई बाधित, फसल पर असर की आशंका किसानों का कहना है कि नाली बंद होने से खेतों की सिंचाई रुक गई है, जिससे आगामी फसल की बुवाई पर असर पड़ सकता है। शिकायतकर्ता संदीप पुत्र बलवान निवासी सोरखी सहित अजीत, ओमप्रकाश, महासिंह, पवन, राजेश, रघबीर और कपिल ने पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने दर्ज किया केस, जांच जारी बास थाना पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद भारतीय न्याय संहिता की धारा 191(2), 191(3), 351(3) और आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। केस बास थाना में दर्ज कर आगामी जांच पुलिस चौकी सोरखी को सौंपी गई है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, मामले की जांच नियमानुसार की जा रही है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


