दानापुर की सड़कों पर आज कुछ अलग ही नजारा था…हरे झंडों से सजी गलियां। भीड़ में उमड़ता जोश और बीच में लालू यादव का करिश्माई चेहरा! बरसों बाद जब लालू यादव खुद बाहुबली विधायक रीतलाल यादव को जीताने जनता के बीच उतरे, तो दानापुर की सड़कें थम गईं। हर सड़क, हर मोड़ पर भीड़। कोई छत पर, कोई दीवार पर तो कोई सड़क पर लालू की एक झलक पाने को बेताब। आखिर लालू यादव ने दानापुर में रोड शो क्यों किया? क्या बाहुबली रीतलाल यादव की सीट फंस गई हैं? जानेंगे, आज के एक्सप्लेनर बूझे की नाहीं में…। सवाल-1ः RJD सुप्रीमो लालू यादव ने कहां और किसके लिए रोड शो किया? जवाबः लालू यादव ने पटना के दानापुर विधानसभा सीट पर 3 नवंबर की शाम करीब 15 किमी लंबा रोड शो किया। यहां से RJD ने सिटिंग विधायक और बाहुबली रीतलाल यादव को टिकट दिया है। रीतलाल इसी साल 17 अप्रैल से बिल्डर कुमार गौरव से 50 लाख रुपए की रंगदारी मांगने और धमकी देने के मामले में जेल में बंद हैं। वे नामांकन के लिए बाहर आए थे। उन्होंने चुनाव प्रचार के लिए पटना हाईकोर्ट से अनुमति मांगी थी, लेकिन नहीं मिली। इस वक्त उनका परिवार चुनावी कैंपेन संभाल रहा है। सवाल-2ः रीतलाल कौन हैं, जिनके लिए लालू ने पहला रोड शो किया? जवाबः रीतलाल 2003 में लालू यादव के संपर्क में आए थे। उस समय लालू यादव अपनी ‘तेल पिलावन, लाठी घुमावन’ रैली के लिए बिहार में समर्थन जुटा रहे थे। चुनावी हलफनामे के मुताबिक, रीतलाल पर हत्या, रंगदारी, वसूली और धमकी देने के 11 मामले दर्ज हैं। वे तब चर्चा में आए, जब उन पर भाजपा नेता सत्यनारायण सिन्हा की हत्या का आरोप लगा। सवाल-3ः आखिर लालू यादव दानापुर में ही क्यों उतरे? जवाबः इसके 4 बड़े कारण हैं…। 1. लालू यादव और बेटी मीसा की पसंद का उम्मीदवार दबंग छवि के रीतलाल यादव को लालू की पसंद का प्रत्याशी माना जाता है। बताया जाता है कि टिकट भी इनको लालू के कारण ही मिला है। यही वजह है कि वह खुद जीताने के लिए मैदान में उतरे हैं। सीनियर जर्नलिस्ट इंद्रभूषण बताते हैं, ‘लालू यादव की बड़ी बेटी सासंद मीसा भारती की चाहत है कि रीतलाल यादव चुनाव जीते। क्योंकि दानापुर विधानसभा मीसा का लोकसभा क्षेत्र पाटलिपुत्र में आता है। रीतलाल के जीतने से मीसा के आगे का रास्ता आसान होगा।’ 2. यादवों की गोलबंदी की कोशिश दानापुर विधानसभा में 3,74,193 वोटर हैं। अनुमान के मुताबिक, यहां यादव वोटरों की संख्या सबसे ज्यादा करीब 22% है। इसके बाद करीब 20% फॉरवर्ड, करीब 15% दलित, 20-25% EBC और 6-8% मुस्लिम हैं। NDA और महागठबंधन दोनों तरफ से यादव कैंडिडेट हैं। 3. बागी रामकृपाल को हराना मकसद NDA की तरफ से भाजपा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव को दानापुर से चुनाव मैदान में उतारा है। रामकृपाल लालू यादव के शागिर्द रहे हैं। 2014 लोकसभा चुनाव में टिकट कटने पर बगावत कर भाजपा में शामिल हुए और लालू यादव की बड़ी बेटी मीसा भारती को चुनाव में हरा दिया। बताया जाता है कि लालू परिवार किसी भी हालत में रामकृपाल को चुनाव में जीतने नहीं देना चाहता है। चूंकि रामकृपाल की पकड़ अपने एरिया के यादव वोटरों में भी है। इसलिए उधर भी यादव वोट ट्रांसफर होने का डर था। अब लालू यादव रोड शो करके उस वोट को रोकने का प्रयास कर रहे हैं। सवाल-4 दानापुर में कांटे की टक्कर है क्या? जवाब- बिल्कलु। दानापुर में NDA और महागठबंधन ने पूरी ताकत झोंक रखी है। जनसुराज पार्टी के कैंडिडेट ने नामांकन नहीं किया था। अब तक यहां NDA की तरफ से CM नीतीश कुमार, गृह मंत्री अमित शाह, UP के CM योगी आदित्यनाथ, दिल्ली की CM रेखा गुप्ता सहित सभी बड़े नेता चुनावी रैली को संबोधित कर चुके हैं। वहीं, RJD की तरफ से लालू यादव, तेजस्वी यादव और मीसा भारती चुनावी सभा और रैली कर चुके हैं। भाजपा की आक्रामक रणनीति का जवाब हैं लालू यादव एक्सपर्ट लालू यादव के रोड शो को भाजपा की आक्रामक रणनीति का जवाब मांगा जा रहा है। भाजपा की रणनीति ऐसे समझिए… दानापुरः लालू यादव दो बार जीते सवाल-5 लालू के रोड शो के बाद क्या रामकृपाल यादव की सीट फंस जाएगी? जवाबः 50-50 संभावना है। इसे ऐसे समझें… भाजपा के पक्ष में क्या है… RJD के पक्ष में क्या है… सवाल-6: कभी लालू के करीबी रहे रामकृपाल ने उन्हीं का साथ क्यों छोड़ा? जवाबः 8 मार्च 2014 को रामकृपाल यादव ने RJD से इस्तीफा दे दिया था। तब वह पार्टी के राज्यसभा सांसद थे। उनका यह इस्तीफा पाटलिपुत्र लोकसभा सीट से टिकट नहीं मिलने के बाद आया था। दानापुर की सड़कों पर आज कुछ अलग ही नजारा था…हरे झंडों से सजी गलियां। भीड़ में उमड़ता जोश और बीच में लालू यादव का करिश्माई चेहरा! बरसों बाद जब लालू यादव खुद बाहुबली विधायक रीतलाल यादव को जीताने जनता के बीच उतरे, तो दानापुर की सड़कें थम गईं। हर सड़क, हर मोड़ पर भीड़। कोई छत पर, कोई दीवार पर तो कोई सड़क पर लालू की एक झलक पाने को बेताब। आखिर लालू यादव ने दानापुर में रोड शो क्यों किया? क्या बाहुबली रीतलाल यादव की सीट फंस गई हैं? जानेंगे, आज के एक्सप्लेनर बूझे की नाहीं में…। सवाल-1ः RJD सुप्रीमो लालू यादव ने कहां और किसके लिए रोड शो किया? जवाबः लालू यादव ने पटना के दानापुर विधानसभा सीट पर 3 नवंबर की शाम करीब 15 किमी लंबा रोड शो किया। यहां से RJD ने सिटिंग विधायक और बाहुबली रीतलाल यादव को टिकट दिया है। रीतलाल इसी साल 17 अप्रैल से बिल्डर कुमार गौरव से 50 लाख रुपए की रंगदारी मांगने और धमकी देने के मामले में जेल में बंद हैं। वे नामांकन के लिए बाहर आए थे। उन्होंने चुनाव प्रचार के लिए पटना हाईकोर्ट से अनुमति मांगी थी, लेकिन नहीं मिली। इस वक्त उनका परिवार चुनावी कैंपेन संभाल रहा है। सवाल-2ः रीतलाल कौन हैं, जिनके लिए लालू ने पहला रोड शो किया? जवाबः रीतलाल 2003 में लालू यादव के संपर्क में आए थे। उस समय लालू यादव अपनी ‘तेल पिलावन, लाठी घुमावन’ रैली के लिए बिहार में समर्थन जुटा रहे थे। चुनावी हलफनामे के मुताबिक, रीतलाल पर हत्या, रंगदारी, वसूली और धमकी देने के 11 मामले दर्ज हैं। वे तब चर्चा में आए, जब उन पर भाजपा नेता सत्यनारायण सिन्हा की हत्या का आरोप लगा। सवाल-3ः आखिर लालू यादव दानापुर में ही क्यों उतरे? जवाबः इसके 4 बड़े कारण हैं…। 1. लालू यादव और बेटी मीसा की पसंद का उम्मीदवार दबंग छवि के रीतलाल यादव को लालू की पसंद का प्रत्याशी माना जाता है। बताया जाता है कि टिकट भी इनको लालू के कारण ही मिला है। यही वजह है कि वह खुद जीताने के लिए मैदान में उतरे हैं। सीनियर जर्नलिस्ट इंद्रभूषण बताते हैं, ‘लालू यादव की बड़ी बेटी सासंद मीसा भारती की चाहत है कि रीतलाल यादव चुनाव जीते। क्योंकि दानापुर विधानसभा मीसा का लोकसभा क्षेत्र पाटलिपुत्र में आता है। रीतलाल के जीतने से मीसा के आगे का रास्ता आसान होगा।’ 2. यादवों की गोलबंदी की कोशिश दानापुर विधानसभा में 3,74,193 वोटर हैं। अनुमान के मुताबिक, यहां यादव वोटरों की संख्या सबसे ज्यादा करीब 22% है। इसके बाद करीब 20% फॉरवर्ड, करीब 15% दलित, 20-25% EBC और 6-8% मुस्लिम हैं। NDA और महागठबंधन दोनों तरफ से यादव कैंडिडेट हैं। 3. बागी रामकृपाल को हराना मकसद NDA की तरफ से भाजपा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव को दानापुर से चुनाव मैदान में उतारा है। रामकृपाल लालू यादव के शागिर्द रहे हैं। 2014 लोकसभा चुनाव में टिकट कटने पर बगावत कर भाजपा में शामिल हुए और लालू यादव की बड़ी बेटी मीसा भारती को चुनाव में हरा दिया। बताया जाता है कि लालू परिवार किसी भी हालत में रामकृपाल को चुनाव में जीतने नहीं देना चाहता है। चूंकि रामकृपाल की पकड़ अपने एरिया के यादव वोटरों में भी है। इसलिए उधर भी यादव वोट ट्रांसफर होने का डर था। अब लालू यादव रोड शो करके उस वोट को रोकने का प्रयास कर रहे हैं। सवाल-4 दानापुर में कांटे की टक्कर है क्या? जवाब- बिल्कलु। दानापुर में NDA और महागठबंधन ने पूरी ताकत झोंक रखी है। जनसुराज पार्टी के कैंडिडेट ने नामांकन नहीं किया था। अब तक यहां NDA की तरफ से CM नीतीश कुमार, गृह मंत्री अमित शाह, UP के CM योगी आदित्यनाथ, दिल्ली की CM रेखा गुप्ता सहित सभी बड़े नेता चुनावी रैली को संबोधित कर चुके हैं। वहीं, RJD की तरफ से लालू यादव, तेजस्वी यादव और मीसा भारती चुनावी सभा और रैली कर चुके हैं। भाजपा की आक्रामक रणनीति का जवाब हैं लालू यादव एक्सपर्ट लालू यादव के रोड शो को भाजपा की आक्रामक रणनीति का जवाब मांगा जा रहा है। भाजपा की रणनीति ऐसे समझिए… दानापुरः लालू यादव दो बार जीते सवाल-5 लालू के रोड शो के बाद क्या रामकृपाल यादव की सीट फंस जाएगी? जवाबः 50-50 संभावना है। इसे ऐसे समझें… भाजपा के पक्ष में क्या है… RJD के पक्ष में क्या है… सवाल-6: कभी लालू के करीबी रहे रामकृपाल ने उन्हीं का साथ क्यों छोड़ा? जवाबः 8 मार्च 2014 को रामकृपाल यादव ने RJD से इस्तीफा दे दिया था। तब वह पार्टी के राज्यसभा सांसद थे। उनका यह इस्तीफा पाटलिपुत्र लोकसभा सीट से टिकट नहीं मिलने के बाद आया था।


