प्रयागराज में ट्रैफिक मंथ की शुरुआत हो चुकी है। इस बार ट्रैफिक पुलिस ने लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ यह दिखाने की पहल की है कि शहर की ट्रैफिक व्यवस्था अब कितनी हाईटेक हो चुकी है। इसी क्रम में पुलिस लाइन में एक विशेष एग्जिबिशन आयोजित की गई है। यहां मॉर्डन इक्विपमेंट्स का प्रदर्शन किया जा रहा है, जो आने वाले दिनों में शहर के ट्रैफिक को और व्यवस्थित बनाने में अहम भूमिका निभाएंगे। फर्राटा भरने वालों पर लगेगी लगाम
ट्रैफिक पुलिस के पास अब स्पीड रडार गन आ गई है, जिसकी मदद से सड़क पर दौड़ती तेज रफ्तार गाड़ियां तुरंत रडार की पकड़ में आ जाएंगी। यह डिवाइस वाहन की रियल टाइम स्पीड मापकर मौके पर ही ओवरस्पीडिंग करने वालों को रोकने और चालान करने में मदद करेगी। डेसिबल मीटर से पकड़ी जाएंगी शोर मचाने वाली गाड़ियां
एग्जिबिशन में डेसिबल मीटर भी प्रदर्शित किया गया है। इसके जरिए साइलेंसर मॉडिफाई कर तेज आवाज करने वाले वाहनों की पहचान की जाएगी। यह इक्विपमेंट नॉइज लेवल मापकर यह बताएगा कि कौन-सा वाहन निर्धारित साउंड लिमिट का उल्लंघन कर रहा है। सुरक्षा के लिए नए उपकरण
प्रदर्शनी में एसी हेलमेट, व्हील क्लैम्प और कैलटॉप रोड स्पाइक भी लोगों का ध्यान खींच रहे हैं। एसी हेलमेट ट्रैफिक पुलिस कर्मियों के लिए बनाए गए हैं, जो लंबे समय तक ड्यूटी के दौरान गर्मी में राहत देंगे। व्हील क्लैम्प उन वाहनों पर लगाए जाएंगे जो नो पार्किंग या प्रतिबंधित स्थानों पर खड़े किए जाते हैं।
वहीं, कैलटॉप रोड स्पाइक ट्रैफिक डायवर्जन और भीड़ नियंत्रण में मददगार साबित होंगे। लोगों को किया जा रहा जागरूक
डीसीपी ट्रैफिक नीरज कुमार पांडेय ने बताया, इस प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य लोगों को यह बताना है कि सड़क सुरक्षा सिर्फ नियमों से नहीं, बल्कि तकनीक और जागरूकता से भी सुनिश्चित की जा सकती है।पूरे नवंबर माह को ट्रैफिक मंथ के रूप में मनाते हुए शहर में अलग-अलग स्थानों पर रोड सेफ्टी कैंपेन चलाए जाएंगे।स्कूलों व कॉलोनियों में वर्कशॉप और नुक्कड़ नाटक के जरिए ट्रैफिक नियमों का पालन करने के प्रति अवेयरनेस फैलाई जाएगी।


