केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने जयपुर के सीजीएसटी सहायक आयुक्त के खिलाफ कार्रवाई की तो कई शहरों में प्लॉट, मकान, कॉमर्शियल स्पेस सहित बड़ी संख्या में प्रॉपर्टी मिली। वहीं छापों में पोर्श और जीप कंपास जैसी प्रीमियम गाड़ियां मिली हैं। अफसर के जयपुर, अहमदाबाद और अंकलेश्वर के ठिकानों पर कार्रवाई की गई है। अफसर ने सात साल में अवैध तरीकों से लगभग 2.54 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी बनाई। यह आय से लगभग 100% ज्यादा है। वहीं सहायक आयुक्त ने परिवार के मालिकाना हक वाली फर्मों में इस अवैध कमाई को ठिकाने लगाया। सीबीआई अब कंपनियों, फर्मों का रिकॉर्ड जांच रही है। कई शहरों में मारे छापे, लाखों के गहने और बैंक लॉकर भी मिले
सीबीआई ने सीजीएसटी के सहायक आयुक्त के जयपुर, अंकलेश्वर और अहमदाबाद में कई ठिकानों पर छापे मारकर तलाशी शुरू की है। इन ठिकानों से लगभग 35 लाख रुपए के सोने, चांदी के गहने बरामद हुए हैं। आरोपी और उसके परिवार के पास राजस्थान की अलग-अलग जगहों पर कई प्लॉट, मकान, कॉमर्शियल स्पेस सहित बड़ी संख्या में प्रॉपर्टी मिली है। इसके अलावा परिवार के सदस्यों के नाम पर दो बैंक लॉकर भी मिले हैं। सीबीआई इन दोनों लॉकर्स की भी जांच करेगी। सीबीआई ने सहायक आयुक्त के खिलाफ आय से ज्यादा संपत्ति बनाने का केस दर्ज किया है। सात साल जयपुर-अहमदाबाद में पोस्टेड रहते बनाईं अवैध संपत्तियां
सीबीआई मुख्यालय ने लिखित बयान जारी कर सहायक आयुक्त के ठिकानों पर छापेमारी और केस दर्ज करने का ब्योरा दिया है। सहायक आयुक्त पर खुद और परिवार के सदस्यों के नाम पर अवैध रूप से पैसा और प्रॉपर्टी बनाने के आरोप में सीबीआई ने 28 अक्टूबर को केस दर्ज किया था। एफआईआर के मुताबिक आरोपी ने अगस्त 2018 से अगस्त 2025 के दौरान जयपुर और अहमदाबाद में सीजीएसटी कार्यालयों में पोस्टेड रहते हुए अवैध तरीकों से लगभग 2.54 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी बनाई। यह प्रॉपर्टी आय से लगभग 100% ज्यादा है। सीबीआई पूछताछ में आरोपी संपत्ति के सोर्स के बारे में संतोषजनक हिसाब नहीं दे सका। इसके बाद केस दर्ज किया गया है। परिवार के मालिकाना हक वाली फर्मों और कंपनियों में अवैध कमाई को लगाया ठिकाने
आरोपी के परिवार के सदस्यों के पास कई फर्मों और कंपनियों का मालिकाना हक है। सहायक आयुक्त ने परिवार के मालिकाना हक वाली फर्मों में अवैध कमाई को ठिकाने लगाया। प्रारंभिक जांच में इसके सबूत मिले हैं। सीबीआई अब कंपनियों, फर्मों का रिकॉर्ड जांच रही है।


