मोकामा-जनसुराज कैंडिडेट का प्रचार कर रहे RJD नेता की हत्या:अनंत सिंह के समर्थकों पर आरोप; दो दिन पहले बाहुबली की पत्नी पर की अभ्रद टिप्पणी

मोकामा-जनसुराज कैंडिडेट का प्रचार कर रहे RJD नेता की हत्या:अनंत सिंह के समर्थकों पर आरोप; दो दिन पहले बाहुबली की पत्नी पर की अभ्रद टिप्पणी

मोकामा में गुरुवार दोपहर RJD नेता दुलारचंद यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई। दुलारचंद जन सुराज कैंडिडेट पीयूष प्रियदर्शी के साथ चुनाव प्रचार के काफिले में शामिल थे। इसी दौरान दूसरे पार्टी के लोगों ने उनके काफिले पर हमला कर दिया। इस घटना का एक वीडियो सामने आया है। जिसमें दावा किया जा रहा है कि मोकामा के घोसवरी में दो पार्टियों के समर्थकों बीच गोलीबारी हो रही है। ग्रामीणों के मुताबिक, घटना में पीयूष प्रियदर्शी की गाड़ी भी क्षतिग्रस्त कर दी गई है। बताया जा रहा है कि जन सुराज प्रत्याशी प्रियदर्शी पीयूष के सबसे करीबी समर्थक दुलारचंद यादव का साथ देना अनंत सिंह को खटक रहा था। वह इसलिए कि प्रियदर्शी पीयूष जिस जाति से आते हैं, उसका वोट अनंत को मिलता रहा है। उधर, दुलारचंद यादव अनंत सिंह उर्फ छोटे सरकार को लगातार ललकार रहे थे। कई सार्वजनिक स्थानों पर बयान दिया था कि अनंत सिंह अगर छोटे सरकार हैं तो प्रियदर्शी पीयूष बड़े सरकार हैं। तीन-चार दिन पहले दुलारचंद ने अनंत सिंह की पत्नी पर अभद्र टिप्पणी की थी। दोनों के समर्थकों में तनाव चल रहा था। इसी बीच दोनों के काफिले में भिड़ंत होने के बाद दुलारचंद की हत्या हो गई। पहले मौके से आई 5 तस्वीरें देखिए… चश्मदीद बोला- अनंत सिंह के समर्थकों ने गाड़ी में तोड़-फोड़ की मौके पर मौजूद एक व्यक्ति ने बताया, हम लोग पीयूष प्रियदर्शी के काफिले के 10 गाड़ी के पीछे थे। सामने से अनंत सिंह का काफिला आ रहा था। दोनों काफिले गुजरे तो अनंत सिंह के समर्थकों ने प्रियदर्शी की गाड़ी पर हमला किया। गाड़ी का कांच तोड़ दिया, लाठी-डंडों से तोड़फोड़ भी की। ये एक तरह से जानलेवा हमला था। इसके बाद भगदड़ मच गई। कई गाड़ियों के शीशे तोड़े गए। दुलारचंद ने देखा की प्रियदर्शी को कोई मार रहा है तो वो गाड़ी से निकले। इसी बीच उनके ऊपर हमला कर दिया गया।’ जनसुराज ने बताया है, दुलार चंद यादव ने कभी जनसुराज की सदस्यता नहीं ली है। वे मोकामा में हमारे कैंडिडेट को सपोर्ट कर रहे थे।’ वहीं दुलारचंद की हत्या के बाद ग्रामीणों और परिजन गुस्से में हैं। ग्रामीणों की मांग है कि इंसाफ नहीं मिलने पर वोट बहिष्कार करेंगे। दुलारचंद के चचेरे पोते रविरंजन कुमार कहना है, कई दिनों से हमलोगों को धमकी मिल रही थी। पहले मेरे की हत्या की, अब दादा की। ये लोग मुझे भी मार देंगे।
पोता बोला- 15 से 20 लोगों ने हमला किया मृतक दुलारचंद के चचेरे पोते रविरंजन कुमार ने बताया, ‘अनंत सिंह की ओर से हमें बार-बार जान से मारने की धमकी मिल रही थी। आज अनंत सिंह आए थे। हमारा गोतिया प्रमुख उनके साथ बैठा था। दोनों ने मिलकर क्या योजना बनाई, नहीं पता। दोनों यहां से निकले। गाड़ी में प्रमुख गोतिया के साथ अनंत सिंह का भतीजा भी था, लेकिन उसका चेहरा ठीक से नहीं देख पाए। थोड़ी देर बाद 15-20 लोग आए और दादा को गोली मार दी। इसके बाद गाड़ी भी चढ़ाई। हम डर से उधर जा नहीं रहे थे।
RJD नेता की हत्या के बाद किस नेता ने क्या कहा… इस मामले पर अनंत सिंह ने कहा, हम चुनाव प्रचार के लिए निकले थे। रास्ते में कई गाड़ियां खड़ी थी। मैंने सोचा कोई होगा वोट मांग रहा होगा। जिंदाबाद, मुर्दाबाद करने लगे। हम 40-50 गाड़ियों से थे। 40 गाड़ी निकल गई थी। 10 गाड़ी पीछे थी। उसमें उन लोगों ने पहले तोड़फोड़ की। गाड़ी में पहले उन लोगों ने ईंट-पत्थर रखे थे। इसके बाद मारपीट शुरू कर दी। हमारी गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई। ये सारा खेल सूरजभान का है। दुलारचंद को उसने अपने यहां रखा था। वो उसी के साथ रहता था। जन सुराज कैंडिडेट पीयूष प्रियदर्शी ने बताया, ‘जैसे ही देखा कि मेरी गाड़ी है। उन लोगों ने कहा कि मारो इसको। सब गाड़ी से निकले और मारपीट शुरू कर दी। सब के पास हथियार थे। हमारी गाड़ियों के शीशे तोड़ने लगे। मारपीट शुरू कर दी। कर्णवार सिंह कोई था, जो मारपीट कर रहा था। मेरे सामने 4 राउंड फायरिंग हुई है। दुलार चंद यादव के पैर में गोली मारी गई। बहुत लोग घायल हुए हैं। मोकामा में जन सुराज समर्थक दुलार चंद यादव की हत्या के बाद प्रशांत किशोर ने कहा, ‘हमें इस घटना की जानकारी मिली है। हमारी टीम मौके पर पहुंच चुकी है, लेकिन इस घटना से जन सुराज के कार्यकर्ता हताश नहीं होंगे, बल्कि यह और स्पष्ट हो गया है कि बिहार में जनता अब बदलाव के लिए तैयार है।’ RJD नेता तेजस्वी यादव ने कहा, ‘चुनाव में हिंसा की कोई जरूरत नहीं है। हम कभी हिंसा के पक्षधर नहीं रहे हैं। अभी आचार संहिता है, फिर भी चुनाव के दौरान कैसे कुछ लोग बंदूक गोली लेकर घूम रहे हैं? प्रधानमंत्री 30 साल पुरानी बाते करते हैं। 30 मिनट पहले क्या हुआ? ASI की सिवान में गला रेतकर हत्या हो गई। मोकामा में दुलारचंद यादव की हत्या कर दी गई, ये क्या है? प्रधानमंत्री को ये चीजें देखनी चाहिए। किन लोगों ने इन अपराधियों को संरक्षण दिया है? आचार संहिता में बंदूक लेकर घूमने को कौन सा राज कहा जाएगा?’ पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने कहा, ‘पुटूस यादव के बाद अब दुलारचंद यादव जी…क्या भूलेगा मोकामा? NDA की सरकार में और कितने यादवों की बलि मोकामा में चढ़ेगी? क्या ये राक्षस राज दिल्ली की मीडिया को नहीं दिखता? दुलारचंद यादव जी के परिवार के गहरी शोक संवेदना व्यक्त करता हूं। क्या बिहार को फिर से चुनावी हिंसा में सत्ता पक्ष ने जानबूझ कर धकेल दिया है? टाल का कुख्यात अपराधी था दुलारचंद बाढ़ का दुलार चंद यादव पटना जिले के टाल क्षेत्र का एक कुख्यात अपराधी माना जाता था। वो जमीन कब्जा, रंगदारी, फायरिंग, मारपीट और अवैध वसूली जैसे कई गंभीर मामलों में आरोपी था। 2019 में तत्कालीन ASP लिपी सिंह ने इसकी गिरफ्तारी की थी। दुलारचंद पर अलग-अलग थानों में मामले दर्ज हैं। पुलिस बोली- आवेदन मिलने पर FIR करेंगे पटना ग्रामीण SP विक्रम सिहाग ने बताया, ‘जन सुराज की ओर से आरोप लगाया गया है कि हमारे समर्थक पर गाड़ी चढ़ा दी गई। बदलू चक गांव के पास दोनों पार्टी के नेताओं के बीच झड़प हुई। यह बधोर थाना क्षेत्र की घटना है। वहीं, SDPO-2 अभिषेक सिंह ने बताया, ‘पुलिस मामले की जांच कर रही है। घटना का कारण पता नहीं चला है। दुलारचंद यादव की हत्या की बात कही जा रही है। पैर में पहले गोली मारी गई उसके बाद गाड़ी चढ़ाने की बात बताई गई है। मौके पर पुलिस तैनात है। FSL टीम जांच कर रही है। कुछ लोगों पर आरोप लगाया जा रहा है। आवेदन मिलते ही FIR दर्ज करेंगे।’ मोकामा से अनंत सिंह चुनाव लड़ रहे हैं मोकामा में गुरुवार दोपहर RJD नेता दुलारचंद यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई। दुलारचंद जन सुराज कैंडिडेट पीयूष प्रियदर्शी के साथ चुनाव प्रचार के काफिले में शामिल थे। इसी दौरान दूसरे पार्टी के लोगों ने उनके काफिले पर हमला कर दिया। इस घटना का एक वीडियो सामने आया है। जिसमें दावा किया जा रहा है कि मोकामा के घोसवरी में दो पार्टियों के समर्थकों बीच गोलीबारी हो रही है। ग्रामीणों के मुताबिक, घटना में पीयूष प्रियदर्शी की गाड़ी भी क्षतिग्रस्त कर दी गई है। बताया जा रहा है कि जन सुराज प्रत्याशी प्रियदर्शी पीयूष के सबसे करीबी समर्थक दुलारचंद यादव का साथ देना अनंत सिंह को खटक रहा था। वह इसलिए कि प्रियदर्शी पीयूष जिस जाति से आते हैं, उसका वोट अनंत को मिलता रहा है। उधर, दुलारचंद यादव अनंत सिंह उर्फ छोटे सरकार को लगातार ललकार रहे थे। कई सार्वजनिक स्थानों पर बयान दिया था कि अनंत सिंह अगर छोटे सरकार हैं तो प्रियदर्शी पीयूष बड़े सरकार हैं। तीन-चार दिन पहले दुलारचंद ने अनंत सिंह की पत्नी पर अभद्र टिप्पणी की थी। दोनों के समर्थकों में तनाव चल रहा था। इसी बीच दोनों के काफिले में भिड़ंत होने के बाद दुलारचंद की हत्या हो गई। पहले मौके से आई 5 तस्वीरें देखिए… चश्मदीद बोला- अनंत सिंह के समर्थकों ने गाड़ी में तोड़-फोड़ की मौके पर मौजूद एक व्यक्ति ने बताया, हम लोग पीयूष प्रियदर्शी के काफिले के 10 गाड़ी के पीछे थे। सामने से अनंत सिंह का काफिला आ रहा था। दोनों काफिले गुजरे तो अनंत सिंह के समर्थकों ने प्रियदर्शी की गाड़ी पर हमला किया। गाड़ी का कांच तोड़ दिया, लाठी-डंडों से तोड़फोड़ भी की। ये एक तरह से जानलेवा हमला था। इसके बाद भगदड़ मच गई। कई गाड़ियों के शीशे तोड़े गए। दुलारचंद ने देखा की प्रियदर्शी को कोई मार रहा है तो वो गाड़ी से निकले। इसी बीच उनके ऊपर हमला कर दिया गया।’ जनसुराज ने बताया है, दुलार चंद यादव ने कभी जनसुराज की सदस्यता नहीं ली है। वे मोकामा में हमारे कैंडिडेट को सपोर्ट कर रहे थे।’ वहीं दुलारचंद की हत्या के बाद ग्रामीणों और परिजन गुस्से में हैं। ग्रामीणों की मांग है कि इंसाफ नहीं मिलने पर वोट बहिष्कार करेंगे। दुलारचंद के चचेरे पोते रविरंजन कुमार कहना है, कई दिनों से हमलोगों को धमकी मिल रही थी। पहले मेरे की हत्या की, अब दादा की। ये लोग मुझे भी मार देंगे।
पोता बोला- 15 से 20 लोगों ने हमला किया मृतक दुलारचंद के चचेरे पोते रविरंजन कुमार ने बताया, ‘अनंत सिंह की ओर से हमें बार-बार जान से मारने की धमकी मिल रही थी। आज अनंत सिंह आए थे। हमारा गोतिया प्रमुख उनके साथ बैठा था। दोनों ने मिलकर क्या योजना बनाई, नहीं पता। दोनों यहां से निकले। गाड़ी में प्रमुख गोतिया के साथ अनंत सिंह का भतीजा भी था, लेकिन उसका चेहरा ठीक से नहीं देख पाए। थोड़ी देर बाद 15-20 लोग आए और दादा को गोली मार दी। इसके बाद गाड़ी भी चढ़ाई। हम डर से उधर जा नहीं रहे थे।
RJD नेता की हत्या के बाद किस नेता ने क्या कहा… इस मामले पर अनंत सिंह ने कहा, हम चुनाव प्रचार के लिए निकले थे। रास्ते में कई गाड़ियां खड़ी थी। मैंने सोचा कोई होगा वोट मांग रहा होगा। जिंदाबाद, मुर्दाबाद करने लगे। हम 40-50 गाड़ियों से थे। 40 गाड़ी निकल गई थी। 10 गाड़ी पीछे थी। उसमें उन लोगों ने पहले तोड़फोड़ की। गाड़ी में पहले उन लोगों ने ईंट-पत्थर रखे थे। इसके बाद मारपीट शुरू कर दी। हमारी गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई। ये सारा खेल सूरजभान का है। दुलारचंद को उसने अपने यहां रखा था। वो उसी के साथ रहता था। जन सुराज कैंडिडेट पीयूष प्रियदर्शी ने बताया, ‘जैसे ही देखा कि मेरी गाड़ी है। उन लोगों ने कहा कि मारो इसको। सब गाड़ी से निकले और मारपीट शुरू कर दी। सब के पास हथियार थे। हमारी गाड़ियों के शीशे तोड़ने लगे। मारपीट शुरू कर दी। कर्णवार सिंह कोई था, जो मारपीट कर रहा था। मेरे सामने 4 राउंड फायरिंग हुई है। दुलार चंद यादव के पैर में गोली मारी गई। बहुत लोग घायल हुए हैं। मोकामा में जन सुराज समर्थक दुलार चंद यादव की हत्या के बाद प्रशांत किशोर ने कहा, ‘हमें इस घटना की जानकारी मिली है। हमारी टीम मौके पर पहुंच चुकी है, लेकिन इस घटना से जन सुराज के कार्यकर्ता हताश नहीं होंगे, बल्कि यह और स्पष्ट हो गया है कि बिहार में जनता अब बदलाव के लिए तैयार है।’ RJD नेता तेजस्वी यादव ने कहा, ‘चुनाव में हिंसा की कोई जरूरत नहीं है। हम कभी हिंसा के पक्षधर नहीं रहे हैं। अभी आचार संहिता है, फिर भी चुनाव के दौरान कैसे कुछ लोग बंदूक गोली लेकर घूम रहे हैं? प्रधानमंत्री 30 साल पुरानी बाते करते हैं। 30 मिनट पहले क्या हुआ? ASI की सिवान में गला रेतकर हत्या हो गई। मोकामा में दुलारचंद यादव की हत्या कर दी गई, ये क्या है? प्रधानमंत्री को ये चीजें देखनी चाहिए। किन लोगों ने इन अपराधियों को संरक्षण दिया है? आचार संहिता में बंदूक लेकर घूमने को कौन सा राज कहा जाएगा?’ पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने कहा, ‘पुटूस यादव के बाद अब दुलारचंद यादव जी…क्या भूलेगा मोकामा? NDA की सरकार में और कितने यादवों की बलि मोकामा में चढ़ेगी? क्या ये राक्षस राज दिल्ली की मीडिया को नहीं दिखता? दुलारचंद यादव जी के परिवार के गहरी शोक संवेदना व्यक्त करता हूं। क्या बिहार को फिर से चुनावी हिंसा में सत्ता पक्ष ने जानबूझ कर धकेल दिया है? टाल का कुख्यात अपराधी था दुलारचंद बाढ़ का दुलार चंद यादव पटना जिले के टाल क्षेत्र का एक कुख्यात अपराधी माना जाता था। वो जमीन कब्जा, रंगदारी, फायरिंग, मारपीट और अवैध वसूली जैसे कई गंभीर मामलों में आरोपी था। 2019 में तत्कालीन ASP लिपी सिंह ने इसकी गिरफ्तारी की थी। दुलारचंद पर अलग-अलग थानों में मामले दर्ज हैं। पुलिस बोली- आवेदन मिलने पर FIR करेंगे पटना ग्रामीण SP विक्रम सिहाग ने बताया, ‘जन सुराज की ओर से आरोप लगाया गया है कि हमारे समर्थक पर गाड़ी चढ़ा दी गई। बदलू चक गांव के पास दोनों पार्टी के नेताओं के बीच झड़प हुई। यह बधोर थाना क्षेत्र की घटना है। वहीं, SDPO-2 अभिषेक सिंह ने बताया, ‘पुलिस मामले की जांच कर रही है। घटना का कारण पता नहीं चला है। दुलारचंद यादव की हत्या की बात कही जा रही है। पैर में पहले गोली मारी गई उसके बाद गाड़ी चढ़ाने की बात बताई गई है। मौके पर पुलिस तैनात है। FSL टीम जांच कर रही है। कुछ लोगों पर आरोप लगाया जा रहा है। आवेदन मिलते ही FIR दर्ज करेंगे।’ मोकामा से अनंत सिंह चुनाव लड़ रहे हैं  

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