‘पद के लालच में छोड़ी पार्टी और विचारधारा’, पूर्व सीएम ने साधा ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना

‘पद के लालच में छोड़ी पार्टी और विचारधारा’, पूर्व सीएम ने साधा ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना

Digvijay Singh on Jyotiraditya Scindia: राजनीति हमेशा विचारधारा की होती है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस पार्टी से ही अपनी राजनीति के जीवन की शुरूआत की। कांग्रेस पार्टी ने उनको पद से लेकर सबकुछ दिया, लेकिन वह पद के लालच में न केवल सिंधिया ने कांग्रेस पार्टी छोड़ी, बल्कि अपनी विचारधारा को ही बदल लिया।

जिन अतिथि शिक्षकों को नियमित करने की बात पर वह पार्टी छोड़कर सड़कों पर उत्तरने की बात बोलकर गए थे, अब वह उन्हीं शिक्षकों के लिए सड़कों पर क्यों नहीं उतर रहे। यह बात मंगलवार को शिवपुरी के टूरिस्ट विलेज होटल में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने प्रेस वार्ता के दौरान मीडिया के समक्ष कहीं। इस मौके पर उनके साथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष मोहित अग्रवाल, पूर्व जिलाध्यक्ष विजय सिंह चौहान, पोहरी विधायक कैलाश कुशवाह सहित अन्य कांग्रेसी नेता व पदाधिकारी मौजूद रहे। (MP News)

इन सवालों पर यह दिया पूर्व मुख्यमंत्री ने जवाब

  1. सवालः पहले मुख्यमंत्री पद जाने, फिर लोकसभा हारने के बाद कमलनाथ हताश और सक्रिय राजनीति से दूर बहुत दूर दिखाई दे हैं? रहे हैं। क्या सदमा बड़ा है या उनकी आंखें पार्टी की दुर्गति ने खोल दी
  • जवाब: लोकतंत्र में बदलाव होते हैं, तभी लोकतंत्र सुरक्षित रह सकता है। हताश और निराश जैसी कहीं कोई बात नहीं है।
  1. सवालः बिहार में एसआईआर का पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने जोर शोर से विरोध किया लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। अब चुनाव आयोग देशभर में एसआइआर के लिए तैयार है। पार्टी के मुद्दे परिणाम मूलक क्यों नहीं हैं, पार्टी अपना जनमत मुद्दों पर क्यों नहीं बना पा रही है?
  • जयाबः एसआईआर के बारे में सुप्रीम कोर्ट में अभी भी केस डला हुआ है और एसआईआर में आधार कार्ड अभी भी शामिल नहीं किया गया है। यह सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन है। हमारा तो कहना कि सही वोटर लिस्ट बने, उसमें कोई तोड़ मरोड़ न हो। ऐसी वोट लिस्ट हुई है और चर्चा के बाद जो एआईसीसी की नजर में सबसे बेहतरीन अध्यक्ष हो सकता है. उसकी नियुक्ति हुई है।
  1. सवालः शिवपुरी नपा के भ्रष्टाचार में भाजपा उपाध्यक्ष एवं एक निर्दलीय पार्षद के नेतृत्व में कांग्रेस उनके पीछे खड़ी है। इस नीति को आप कैसे परिभाषित करेंगे ?
  • जवाब- इस बारे में हम कुछ नहीं कह सकते, इसका जवाब हमारी जिला कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी ही देंगे।

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