रीवा के कृष्णा राजकपूर ऑडिटोरियम में श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस के पावन अवसर पर आयोजित “धरम हेत साका जिनि कीआ” सजीव प्रदर्शनी में सहभागिता की। डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल भी इस कार्यक्रम में शरीक हुए। रविवार शाम सभी ने भावपूर्ण तरीके से उनका स्मरण किया। इस दौरान गुरु तेग बहादुर जी के त्याग, तपस्या और धर्म रक्षा के लिए दिए गए अप्रतिम बलिदान का स्मरण किया गया। कार्यक्रम का आयोजन श्री गुरु सिंह सभा के सहयोग से किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु और नागरिक उपस्थित रहे। बताया गया कि पूरी मानवता के इतिहास में श्री गुरु तेग बहादुर जी की शहादत की कोई मिसाल नहीं है। जिस तरह की शहादत उन्होंने दी, उसे पूरी मानवता को प्रेरणा मिलती है। बताया कि यह यह जीवन हमें दूसरों के लिए न्यौछावर कर देना चाहिए। उन्हें ‘हिंद दी चादर’ भी कहा जाता है। उनके पास कश्मीरी पंडित आए और उन्होंने बताया कि उस वक्त के मुगल शासक किस तरह से उन कश्मीरी पंडितों के धर्म के ऊपर वार और आक्रमण कर रहे थे। उन कश्मीरी पंडितों को बचाने के लिए गुरु जी महाराज ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया।’ देखिए तस्वीरें…


