भागलपुर | लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर प्रशासनिक तैयारियों का जायजा लेने रविवार को जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी,SSP हृदय कांत और नगर आयुक्त शुभम कुमार ने संयुक्त रूप से गंगा नदी के घाटों का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने सबौर प्रखंड के राजंदीपुर से लेकर बूढ़ानाथ घाट तक नाव से भ्रमण कर सभी घाटों की सफाई, सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान डीएम ने कहा कि छठ बिहार का सबसे पवित्र और लोक आस्था से जुड़ा पर्व है। श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। सभी घाटों पर साफ-सफाई, स्वच्छ जल, वॉच टावर, चेंजिंग रूम और प्रकाश व्यवस्था की विशेष तैयारी की गई है। खतरनाक घाटों को चिह्नित कर वहां बांस-बल्ला लगाया गया है। साथ ही गोताखोर, नाविक और सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। खतरनाक घाटों, गहरे पानी में न जाने की अपील की डीएम ने लोगों से अपील की कि वे गहरे पानी वाले स्थानों या खतरनाक घाटों पर न जाएं और बच्चों को वहां जाने से रोकें। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की अफवाह या आपात स्थिति की सूचना तत्काल प्रशासन को दें। केवल रजिस्टर्ड नावों को ही संचालन की अनुमति दी गई है, बिना पंजीकृत नावों पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। वहीं, वरीय पुलिस अधीक्षक हृदयकांत ने बताया कि सभी प्रमुख घाटों पर पर्याप्त पुलिस बल और महिला पुलिस की तैनाती की जा रही है। भीड़ नियंत्रण और निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे एवं नियंत्रण कक्ष स्थापित किए जा रहे हैं। लाउडस्पीकर के माध्यम से सूचना प्रसारण की व्यवस्था भी की गई है। एसएसपी ने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे पर्व को शांतिपूर्ण और सुरक्षित तरीके से मनाएं तथा बच्चों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने कहा कि अंतिम अर्घ्य के बाद लोग देर रात तक जागते हैं, इसलिए थकान की स्थिति में वाहन न चलाएं और यातायात नियमों का पालन करें। निरीक्षण के दौरान अपर समाहर्ता कुंदन कुमार, एसडीओ विकास कुमार, उप नगर आयुक्त, एसडीआरएफ की टीम और अन्य अधिकारी मौजूद थे। भागलपुर | लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर प्रशासनिक तैयारियों का जायजा लेने रविवार को जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी,SSP हृदय कांत और नगर आयुक्त शुभम कुमार ने संयुक्त रूप से गंगा नदी के घाटों का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने सबौर प्रखंड के राजंदीपुर से लेकर बूढ़ानाथ घाट तक नाव से भ्रमण कर सभी घाटों की सफाई, सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान डीएम ने कहा कि छठ बिहार का सबसे पवित्र और लोक आस्था से जुड़ा पर्व है। श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। सभी घाटों पर साफ-सफाई, स्वच्छ जल, वॉच टावर, चेंजिंग रूम और प्रकाश व्यवस्था की विशेष तैयारी की गई है। खतरनाक घाटों को चिह्नित कर वहां बांस-बल्ला लगाया गया है। साथ ही गोताखोर, नाविक और सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। खतरनाक घाटों, गहरे पानी में न जाने की अपील की डीएम ने लोगों से अपील की कि वे गहरे पानी वाले स्थानों या खतरनाक घाटों पर न जाएं और बच्चों को वहां जाने से रोकें। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की अफवाह या आपात स्थिति की सूचना तत्काल प्रशासन को दें। केवल रजिस्टर्ड नावों को ही संचालन की अनुमति दी गई है, बिना पंजीकृत नावों पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। वहीं, वरीय पुलिस अधीक्षक हृदयकांत ने बताया कि सभी प्रमुख घाटों पर पर्याप्त पुलिस बल और महिला पुलिस की तैनाती की जा रही है। भीड़ नियंत्रण और निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे एवं नियंत्रण कक्ष स्थापित किए जा रहे हैं। लाउडस्पीकर के माध्यम से सूचना प्रसारण की व्यवस्था भी की गई है। एसएसपी ने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे पर्व को शांतिपूर्ण और सुरक्षित तरीके से मनाएं तथा बच्चों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने कहा कि अंतिम अर्घ्य के बाद लोग देर रात तक जागते हैं, इसलिए थकान की स्थिति में वाहन न चलाएं और यातायात नियमों का पालन करें। निरीक्षण के दौरान अपर समाहर्ता कुंदन कुमार, एसडीओ विकास कुमार, उप नगर आयुक्त, एसडीआरएफ की टीम और अन्य अधिकारी मौजूद थे।


