दीपावली, छठ और अन्य त्योहारों के सीजन में लखनऊ से लेकर वाराणसी तक रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की भीड़ बढ़ने लगी है। इस भीड़ को संभालने और लोगों को आरामदायक यात्रा सुविधा देने के लिए उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल ने कई बड़े इंतज़ाम किए हैं। मंडल प्रशासन ने टिकट वितरण से लेकर प्लेटफॉर्म तक सब कुछ दुरुस्त करने की तैयारी कर ली है ताकि यात्रियों को किसी परेशानी का सामना न करना पड़े। लखनऊ और वाराणसी स्टेशन पर टिकट काउंटरों की संख्या बढ़ाई गई त्योहारों में सबसे ज्यादा परेशानी टिकट के लिए लंबी कतारों की होती है। इसी को देखते हुए लखनऊ मंडल ने टिकट काउंटरों की संख्या बढ़ाने का फैसला लिया है। अब लखनऊ स्टेशन पर 33 टिकट काउंटर और वाराणसी स्टेशन पर 31 टिकट काउंटर से यात्रियों को टिकट मिल सकेगा। इसके अलावा टिकटिंग प्रक्रिया को तेज़ और आसान बनाने के लिए स्टेशन पर ऑटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीन (ATVM) लगाई गई हैं। यात्री अब खुद मशीन से टिकट निकाल सकते हैं। त्योहारों के लिए स्पेशल ट्रेनें और बढ़े डिब्बे त्योहारों में यात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए लखनऊ मंडल ने कई विशेष ट्रेनें चलाने का फैसला किया है। जिनमें • 04235 लखनऊ–शकुरबस्ती (दिल्ली) स्पेशल ट्रेन, जो 23 अक्टूबर से रात 8:50 बजे लखनऊ से चलेगी। वही वापसी में 04236 शकुरबस्ती–लखनऊ स्पेशल ट्रेन, जो 24 अक्टूबर को सुबह 7 बजे लखनऊ पहुंचेगी। • 04646 अमृतसर–बरौनी (साप्ताहिक) स्पेशल ट्रेन भी त्योहारों के दौरान चलाई जाएगी। इससे बिहार, झारखंड, दिल्ली, पंजाब और हरियाणा के यात्रियों को फायदा मिलेगा। यात्रियों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने ट्रेनों में 45 अतिरिक्त कोच जोड़े हैं। इनमें 24 जनरल, 17 स्लीपर, 2 थर्ड एसी और 2 सेकंड एसी कोच शामिल हैं। स्टेशनों पर भीड़ प्रबंधन और सफाई पर खास ध्यान लखनऊ मंडल ने स्टेशन परिसर में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त स्टाफ तैनात किया है। वही स्टेशनों पर हेल्प डेस्क बनाए गए हैं ताकि यात्री किसी भी दिक्कत में तुरंत सहायता ले सकें। साथ ही प्लेटफॉर्म पर सूचना घोषणाएं, डिस्प्ले बोर्ड और दिशा-निर्देश बोर्ड लगाए गए हैं ताकि यात्रियों को ट्रेनों की सही जानकारी मिलती रहे। लखनऊ मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक कुलदीप तिवारी ने बताया कि रेलवे का प्रयास है कि यात्रियों को सुरक्षित, सहज और समयबद्ध यात्रा अनुभव मिले। त्योहारों में भीड़ बढ़ने के बावजूद मंडल ने अपनी तैयारियां इस तरह की हैं कि किसी यात्री को असुविधा या देरी का सामना न करना पड़े।


