महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के कार्यकाल में शुरू की गई ‘आनंदाचा शिधा’ समेत कुल आठ योजनाओं को वर्तमान की फडणवीस सरकार द्वारा बंद करने का आरोप विपक्ष ने लगाया है। इस बीच ‘मुख्यमंत्री मेरा विद्यालय, सुंदर विद्यालय योजना’ को भी बंद करने की जानकारी सामने आई है। इस योजना का उद्देश्य राज्य के स्कूलों का आधुनिकीकरण और सौंदर्यीकरण करना था। लेकिन इस साल अक्टूबर का महीना खत्म होने को है और योजना पर कोई काम शुरू नहीं हुआ है, जिससे यह साफ संकेत मिलता है कि सरकार ने इसपर ब्रेक लगा दिया है।
मुख्यमंत्री मेरा विद्यालय, सुंदर विद्यालय योजना 5 दिसंबर 2023 को शुरू की गई थी। इस योजना के तहत शैक्षणिक वर्ष 2023 में राज्य के स्कूलों में प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गईं। राज्य, जिला और तालुका स्तर पर हुई इन प्रतियोगिताओं में लाखों रुपये के इनाम भी दिए गए थे। इससे छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों में इस योजना को लेकर काफी उत्साह था। लेकिन अब इस योजना को भी बंद किए जाने की खबर ने शिक्षा जगत को हैरान कर दिया है।
इससे पहले भी शिक्षा विभाग की कई योजनाएं ठप की जा चुकी हैं, जिनमें ‘स्वच्छता मॉनीटर’, ‘एक राज्य एक गणवेश’ जैसी योजनाएं शामिल हैं।
इसी मुद्दे पर शिवसेना (यूबीटी) नेता व विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे पर निशाना साधा है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “जनता को थोड़ा बहुत फायदा देने वाली योजनाएं बंद कर, फडणवीस सरकार ने अपने ही सहयोगी के फैसलों पर पानी फेर दिया है। जो हमारे बीच से गए वो (एकनाथ शिंदे) अब इस पर कुछ नहीं बोलेंगे, बल्कि ‘महाशक्ति’ की लाडली बुलेट ट्रेन का डंका बजाते नजर आएंगे।”
शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के नेता दानवे ने एकनाथ शिंदे की कई योजनाओं के बंद होने पर कटाक्ष करते हुए आठ योजनाओं की सूची भी साझा की, जिसमें आनंदाचा शिधा, माझी सुंदर शाला, एक रुपये में फसल बीमा, स्वच्छता मॉनीटर, एक राज्य, एक गणवेश, लाडला भाई अपरेंटिसशिप, योजनादूत योजना, मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना शामिल है।
अंबादास दानवे ने कहा, योजना बंद करने वाली ये ‘चालू’ (चालाक) सरकार है। ये सारी योजनाएं सिर्फ चुनावी दिखावा थीं। हम चुनाव से पहले इन सभी योजनाओं का सफ़ेद झूठ जनता के सामने जरूर पेश करेंगे।
हाल ही में महाराष्ट्र सरकार के मंत्री छगन भुजबल ने कहा था कि ‘मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिण योजना’ (Majhi Ladki Bahin Yojana) की वजह से अन्य सरकारी योजनाओं पर असर पड़ रहा है। वरिष्ठ एनसीपी (अजित पवार) नेता भुजबल ने दावा किया कि सभी विभाग फंड की कमी से जूझ रहे हैं।


