Chhindwara Cough Syrup Case: छिंदवाड़ा जिले में 21 बच्चों की मौत के मामले में एसआइटी की जांच ने तेजी पकड़ ली है। तमिलनाडु से पकड़े गए श्रीसन फार्मा कंपनी के संचालक रंगनाथन (75) से पूछताछ की। एसआइटी रंगनाथन को लेकर तमिलनाडु जाएगी। फैक्ट्री के दस्तावेज, रिकॉर्ड और जिम्मेदार लोगों की भूमिका जांची जाएगी। जांच का दायरा परिवार तक बढ़ सकता है। कुछ सदस्य विदेश में रहने की जानकारी सामने आई है। रिमांड के दौरान रंगनाथन(Ranganathan) को परासिया थाने में रखा गया।
बेचैनी भरी रात
शुक्रवार की रात बेचैनी भरी रही। खाने में दाल-चावल दिया गया। रातभर करवटें बदलता रहा। बीपी-शुगर लेवल बढ़ गया था। आरोपी की निगरानी के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। जबलपुर आइजी प्रमोद वर्मा के अनुसार दवा निर्माण और वितरण के दौरान जो भी लापरवाही सामने आएगी, उस पर कठोर कार्रवाई होगी।
इन बिंदुओं पर होगी जांच
- जहरीले केमिकल डाई एथिलीन ग्लाइकॉल का सिरप में कैसे मिला। फैक्ट्री में कौन जिम्मेदार था।
- सिरप तमिलनाडु से जबलपुर और वहां से छिंदवाड़ा सहित अन्य जिलों तक कैसे पहुंचा।
- वितरण चेन में शामिल रिटेलर, एजेंट और मेडिकल संचालकों की भूमिका।
- डॉक्टर्स द्वारा दवा लिखने से लेकर बच्चों को दिए जाने तक की जांच।
कई और आरोपी आएंगे सामने
एसआइटी बच्चों के परिजन के बयान, पोस्टमार्टम रिपोर्ट और डॉक्टर्स की पर्चियों के आधार पर जांच आगे बढ़ा रही है। अधिकारी मान रहे हैं कि जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, आरोपियों की संख्या बढ़ना तय है। दवा निर्माण और वितरण चेन से जुड़े कई नए नाम सामने आ सकते हैं।


