आगामी मुंबई महानगरपालिका चुनाव (BMC Elections) को लेकर कांग्रेस ने अपनी तैयारी तेज कर दी है। पार्टी की एक महत्वपूर्ण बैठक सोमवार को होने जा रही है, जिसमें महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रभारी रमेश चेन्निथला मौजूद रहेंगे। सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में मुंबई महानगरपालिका चुनाव अकेले अपने दम पर लड़ने की संभावनाओं पर चर्चा होगी।
महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनावों की सरगर्मी बढ़ने के साथ ही राजनीतिक समीकरण भी बदलते नजर आ रहे हैं। शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के संभावित गठबंधन की चर्चा ने विपक्षी गठबंधन महाविकास आघाड़ी (MVA) के भविष्य को लेकर नए सवाल खड़े कर दिए हैं। बताया जा रहा है कि शिवसेना (उबाठा) के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने शरद पवार की पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को साथ लेने की तैयारी शुरू कर दी है। अगर ऐसा हुआ तो मुंबई में शिवसेना (उबाठा), मनसे और एनसीपी (एसपी) एक साथ चुनावी मैदान में नजर आ सकती है।
इसी पृष्ठभूमि में कांग्रेस भी अपनी रणनीति को धार देना चाहती है। कांग्रेस ने मुंबई में अपने संगठन को फिर से सक्रिय और एकजुट करने के लिए पूरी ताकत लगा दी है। हाल ही में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने मुंबई कांग्रेस की जंबो कार्यकारिणी की घोषणा की, जिसमें पार्टी के कई वरिष्ठ और युवा नेताओं को अहम जिम्मेदारी दी गई। इसमें 15 सदस्य शामिल हैं, जिनमें विधायक ज्योती गायकवाड़, सांसद चंद्रकांत हंडोरे, पूर्व मंत्री असलम शेख, विधायक अमीन पटेल, भाई जगताप, चरणसिंह सप्रा शामिल है। साथ ही वरिष्ठ नेता नसीम खान और सुरेश शेट्टी जैसे अनुभवी नेताओं का भी समावेश है।
शिवसेना (उबाठा) का कहना है कि राज ठाकरे के नेतृत्व वाली मनसे के बीच गठबंधन पर बातचीत चल रही है, जल्द ही औपचारिक घोषणा की जाएगी। बता दें कि महाविकास आघाडी में कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव ठाकरे) और एनसीपी (शरद पवार) शामिल है।
मनसे को साथ जाने के लिए कांग्रेस तैयार नहीं?
हाल ही में महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने कहा था कि महाविकास आघाड़ी में मनसे को शामिल करने की जरुरत नहीं है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि स्थानीय निकाय चुनावों में गठबंधन पर फैसला लेने का अधिकार स्थानीय स्तर पर किया जाएगा। इस बयान के बाद से यह कयास लगाए जा रहे हैं कि यदि उद्धव ठाकरे की शिवसेना (उबाठा), मनसे और एनसीपी शरद पवार गुट एक साथ आते हैं, तो कांग्रेस इस गठबंधन का हिस्सा नहीं बनेगी।
मुंबई कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि आगामी बैठक में मुंबई की सभी सीटों की समीक्षा की जाएगी और उम्मीदवारों से आवेदन मंगाए जाएंगे। आवेदनों के आधार पर यह तय किया जाएगा कि कांग्रेस कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
फिलहाल कांग्रेस महाविकास आघाड़ी में शामिल है, लेकिन अंतिम निर्णय पार्टी हाईकमान से चर्चा के बाद ही लिया जाएगा। ऐसे में आगामी बैठक मुंबई कांग्रेस के लिए आने वाले बीएमसी चुनाव में दिशा तय करने वाली साबित हो सकती है।


