मेरठ के माधवपुरम में शुक्रवार रात बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर कथित अत्याचारों और हालिया हत्याकांड के विरोध में लोगों ने प्रदर्शन किया। बड़ी संख्या में एकत्र हुए प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने सांकेतिक रूप से पुतला दहन किया, जिसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान इस घटना की ओर आकर्षित करना था। इस दौरान हत्याकांड में मारे गए निर्दोष लोगों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि भी अर्पित की गई। वक्ताओं ने मानवाधिकारों के उल्लंघन को अस्वीकार्य बताया और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने पर जोर दिया। युवा नेता हर्ष वशिष्ठ ने कहा कि पड़ोसी देश में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सभ्य समाज के लिए चिंता का विषय है। उन्होंने निर्दोषों की हत्या पर चुप्पी को अपराध के समान बताया। प्रदर्शनकारियों ने भारत सरकार और संयुक्त राष्ट्र से अपील की कि वे इस मामले का संज्ञान लें, निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करें और बांग्लादेश में मानवता की रक्षा के लिए प्रभावी हस्तक्षेप करें। यह प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा, लेकिन इसका मुख्य संदेश दोषियों के लिए न्याय की मांग था।


