पुलिस कर रही पूछताछ, करोड़ों के जेवर बरामदगी का प्रयास:थावे मंदिर चोरी मामले में दीपक के जानने वाले चिन्हित, सोशल साइटों पर नजर

पुलिस कर रही पूछताछ, करोड़ों के जेवर बरामदगी का प्रयास:थावे मंदिर चोरी मामले में दीपक के जानने वाले चिन्हित, सोशल साइटों पर नजर

गोपालगंज के सुप्रसिद्ध थावे भवानी मंदिर में हुई करोड़ों की चोरी के बाद पुलिस लगातार विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर रही है। इसका उद्देश्य चोरी हुए मुकुट समेत अन्य जेवरों की बरामदगी और मामले में शामिल अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करना है। नौवें दिन भी पुलिस का छापेमारी अभियान जारी पुलिस सूत्रों के अनुसार, उत्तर प्रदेश के गाजीपुर, प्रयागराज और वाराणसी सहित अन्य जिलों में पुलिस की टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं। इन छापों का मकसद चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले चोरों को गिरफ्तार करना और उनके पास से जेवर बरामद करना है। घटना के बाद से लगातार नौवें दिन भी पुलिस का छापेमारी अभियान जारी रहा। दीपक राय उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले का रहने वाला थावे दुर्गा मंदिर में चोरी के आरोप में गिरफ्तार किए गए दीपक राय के जानने वाले लोगों को पुलिस टीम चिन्हित कर रही है। दीपक राय उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के जमनिया थाने के बेटावर कला गांव के देवानंद राय का बेटा है। पुलिस इन लोगों से पूछताछ कर जेवरों के बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है। हालांकि, घटना के आठवें दिन भी पुलिस को जेवरों के बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई है और न ही चोरी का सामान बरामद किया जा सका है। इस बीच, सोशल मीडिया पर थावे दुर्गा मंदिर के नाम से फेसबुक, इंस्टाग्राम और यूट्यूब सहित कई पेज चलाए जा रहे हैं। भक्तों को यह समझने में परेशानी हो रही है कि मंदिर न्यास समिति का असली पेज कौन सा है। थावे दुर्गा मंदिर की गतिविधियों को इन सोशल मीडिया चैनलों पर लगातार प्रकाशित किया जाता है। पुलिस इन सोशल साइटों पर भी नजर रख रही है। सीसीटीवी कैमरे में कैद चोरों की पहचान में जुटी पुलिस इसके अतिरिक्त, थावे दुर्गा मंदिर में चोरी के आरोप में गिरफ्तार दीपक राय को लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। लोग चोरी के समय की एआई जेनरेटेड तस्वीर और गिरफ्तार किए गए दीपक राय की तस्वीर का मिलान कर विभिन्न तरह के कयास लगा रहे हैं। पुलिस ने सोशल मीडिया पर चोरी के समय सीसीटीवी कैमरे में कैद चोरों की नकाबपोश तस्वीर को डाला था। लेकिन कुछ लोग ए आई से चोरों के चेहरे से नकाब हटा दिया था और वायरल कर दिया था। जिसको लेकर लोगों में सस्पेंस है। पुलिस का दावा है कि बहुत सारे एविडेंस उनके पास है। जिससे यह प्रमाण हो रहा है कि दीपक राय चोरी के मामले के मुख्य सरगना है गोपालगंज के सुप्रसिद्ध थावे भवानी मंदिर में हुई करोड़ों की चोरी के बाद पुलिस लगातार विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर रही है। इसका उद्देश्य चोरी हुए मुकुट समेत अन्य जेवरों की बरामदगी और मामले में शामिल अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करना है। नौवें दिन भी पुलिस का छापेमारी अभियान जारी पुलिस सूत्रों के अनुसार, उत्तर प्रदेश के गाजीपुर, प्रयागराज और वाराणसी सहित अन्य जिलों में पुलिस की टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं। इन छापों का मकसद चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले चोरों को गिरफ्तार करना और उनके पास से जेवर बरामद करना है। घटना के बाद से लगातार नौवें दिन भी पुलिस का छापेमारी अभियान जारी रहा। दीपक राय उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले का रहने वाला थावे दुर्गा मंदिर में चोरी के आरोप में गिरफ्तार किए गए दीपक राय के जानने वाले लोगों को पुलिस टीम चिन्हित कर रही है। दीपक राय उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के जमनिया थाने के बेटावर कला गांव के देवानंद राय का बेटा है। पुलिस इन लोगों से पूछताछ कर जेवरों के बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है। हालांकि, घटना के आठवें दिन भी पुलिस को जेवरों के बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई है और न ही चोरी का सामान बरामद किया जा सका है। इस बीच, सोशल मीडिया पर थावे दुर्गा मंदिर के नाम से फेसबुक, इंस्टाग्राम और यूट्यूब सहित कई पेज चलाए जा रहे हैं। भक्तों को यह समझने में परेशानी हो रही है कि मंदिर न्यास समिति का असली पेज कौन सा है। थावे दुर्गा मंदिर की गतिविधियों को इन सोशल मीडिया चैनलों पर लगातार प्रकाशित किया जाता है। पुलिस इन सोशल साइटों पर भी नजर रख रही है। सीसीटीवी कैमरे में कैद चोरों की पहचान में जुटी पुलिस इसके अतिरिक्त, थावे दुर्गा मंदिर में चोरी के आरोप में गिरफ्तार दीपक राय को लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। लोग चोरी के समय की एआई जेनरेटेड तस्वीर और गिरफ्तार किए गए दीपक राय की तस्वीर का मिलान कर विभिन्न तरह के कयास लगा रहे हैं। पुलिस ने सोशल मीडिया पर चोरी के समय सीसीटीवी कैमरे में कैद चोरों की नकाबपोश तस्वीर को डाला था। लेकिन कुछ लोग ए आई से चोरों के चेहरे से नकाब हटा दिया था और वायरल कर दिया था। जिसको लेकर लोगों में सस्पेंस है। पुलिस का दावा है कि बहुत सारे एविडेंस उनके पास है। जिससे यह प्रमाण हो रहा है कि दीपक राय चोरी के मामले के मुख्य सरगना है  

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